पंजाब में BJP विधायक को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा:किसानों ने पुलिस घेरे से खींचकर हाथापाई की, कपड़े फाड़े; कृषि कानून के समर्थन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए थे अरुण नारंग

नारंग कृषि कानून के समर्थन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने मलोट आए थे। किसानों को उनके आने की खबर लगी तो वे मलोट में भाजपा कार्यालय के बाहर जमा हो गए। किसानों को जमा होते देखकर पुलिस विधायक को निकालकर ले जाने लगी, लेकिन किसान उनके पीछे लग गए। पुलिस विधायक को एक दुकान के अंदर ले गई।

मलोट। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान अब गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। शनिवार को किसानों ने पंजाब में मुक्तसर जिले के मलोट में भाजपा विधायक अरुण नारंग को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इस घटना में उनके कपड़े तक फट गए और उन्हें काफी चोटें भी आई हैं। अरुण नारंग अबोहर से भाजपा के विधायक हैं।

किसानों ने भाजपा कार्यालय घेरा
नारंग कृषि कानून के समर्थन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने मलोट आए थे। किसानों को उनके आने की खबर लगी तो वे मलोट में भाजपा कार्यालय के बाहर जमा हो गए। किसानों को जमा होते देखकर पुलिस विधायक को निकालकर ले जाने लगी, लेकिन किसान उनके पीछे लग गए। पुलिस विधायक को एक दुकान के अंदर ले गई।

किसानों ने यह देख लिया और वे उस दुकान के बाहर ही धरने पर बैठ गए। यह देखकर पुलिस ने दुकान अंदर से बंद कर ली। इस बीच किसानों ने विधायक की गाड़ी पर कालिख पोती और तोड़फोड़ भी की।

पुलिसकर्मियों ने जब उग्र किसानों को रोकने की कोशिश की तो दोनों तरफ से झड़प शुरू हो गई।
पुलिसकर्मियों ने जब उग्र किसानों को रोकने की कोशिश की तो दोनों तरफ से झड़प शुरू हो गई।

पुलिस से भिड़े और विधायक को खींचा
कुछ देर बाद पुलिस नारंग को दुकान से निकालकर ले जाने लगी। किसान भी उनके पीछे दौड़े। यह देखकर विधायक और नेता जान बचाने के लिए तेजी से भागने लगे। पुलिसकर्मियों ने जब उग्र किसानों को रोकने की कोशिश की तो दोनों तरफ से झड़प शुरू हो गई। इस बीच किसानों ने विधायक को पकड़ लिया और उनके साथ धक्का-मुक्की करते हुए पीटने लगे और कपड़े फाड़ दिए। उसके बाद किसी तरह से पुलिसकर्मियों ने विधायक को बचाया और अपने साथ ले गई।

विधायक अरुण नारंग बीजेपी का जिला प्रधान भी रहे हैं। एक बार पार्षद भी रह चुके हैं और एक पार्षद चुनाव भी हार चुके हैं। साथ ही RSS के प्रमुख कार्यकर्ता भी हैं।

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