पंजाब में नशा तस्करी में STF के ASI समेत 3 काबू, पति को फंसाने में नाकाम रही प्रेमिका भी शामिल

कर्मजीत उर्फ किरण ने 27 जनवरी 2015 को दोनों ने प्रेम विवाह करने के बाद कभी फर्जीवाड़े का तो कभी जानलेवा हमले का आरोप लगाया पति पर कोरोना कर्फ्यू में मायके की कहकर ASI के पास जाकर रहने लगी, साथ मिलकर करती थी हेरोइन की तस्करी

मोगा। मोगा में नए साल पर एक पुराने मामले की पोल खुली गई। स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के एक ASI पर न सिर्फ नशा बिकवाने का आरोप सही साबित हुआ है, बल्कि उसके साथ उसकी प्रेमिका भी धरी गई। यह वही महिला है, जिसने पति को फंसाने के लिए कई बार अलग-अलग तरह के जतन किए और उसकी प्रॉपर्टी तक एक नेता को बेच डाली। इस सारे प्रकरण के संबंध में शिकायत 31 मई को दी गई थी और जांच के बाद बीते गुरुवार देर रात को पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस वाले, उसकी प्रेमिका समेत 3 को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रेम संबंध में फांसने से जेल भिजवाने और तस्करी में गिरफ्तारी तक के तमाम पहलू

  • मोगा के DSP-D जंगजीत सिंह के मुताबिक नई दाना मंडी में गाड़ियों के कागजात का काम करने वाले बलतेज उर्फ बव्वू छाबड़ा के पास 2011 में कर्मवीर कौर उर्फ किरण आई थी।
  • दोनों में मिलना-जुलना बढ़ा तो बाद में 27 जनवरी 2015 को दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया।
  • शादी के तीन महीने बाद पत्नी का मां और बहन से विवाद के चलते वह पत्नी के साथ अलग रहने लगा।
  • एक महीने बाद उसने मोगा के फिरोजपुर रोड स्थित साढे 34 लाख रुपए का साढ़े 8 मरले का प्लॉट पत्नी किरण के नाम करवा दिया।
  • मार्च 2016 में बेटा हुआ और इसके बाद सितंबर में दोनों में झगड़ा हो गया। 2 अक्टूबर 2016 को किरण ने पति बलतेज के खिलाफ गाड़ियों की फर्जी RC तैयार करवाने के आरोप में केस दर्ज करवा दिया।
  • गिरफ्तारी के बाद 42 दिन तक वह जेल में रहा तो दूसरी इसी बीच 5 अक्तूबर 2016 को पत्नी ने एक नेता (उसका इस मामले से कोई लेन-देन नहीं बताया जाता) को प्लॉट बेच दिया।
  • सास-ननद के साथ झगड़ा करके 23 जनवरी 2017 को पत्नी बेटे के साथ छत से कूद और पति पर पर जानलेवा हमला करने और दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज करवा दिया।
  • जांच के बाद मई 2017 में तत्कालीन DSP-D ने जानलेवा हमले का दोषी नहीं मानते हुए बलतेज को क्लीन चिट दे दी।
  • अगस्त 2019 में बलतेज के परिवार और ससुराल वालों की सहमती से समझौता हुआ तो दोनों फिर से इकट्‌ठा रहने लग गए।
  • अगले ही महीने यानि सितंबर में बलतेज की दुकान पर ASI बलजीत सिंह ने आकर दबाव बनाना शुरू कर दिया। आरोप है कि ASI बलतेज की पत्नी किरण के साथ मिलकर हेरोइन बेचने का धंधा करता आ रहा था।
  • कई महीने बाद 25 मार्च 2020 को कोरोना कर्फ्यू के चलते बलतेज की पत्नी ने मायके जाने की बात कही और ASI के पास जाकर रहने लग गई।
  • 30 मई को पता चलने पर बलतेज अपनी मां और कुछ लोगों को साथ लेकर मोगा के नानक नगरी स्थित ASI की कोठी पर गया तो वहां ASI ने STF को बुलाकर मां-बेटे के साथ मारपीट करवाई।
  • 31 मई को उसने SSP, STF के AIG समेत कई अधिकारियों को वीडियो और ऑडियो की सीडी के शिकायत दी। STF के DSP राजबीर सिंह और नार्कोटिक सेल के DSP मनजीत सिंह ने उसके बयान दर्ज किए।
  • DSP-D ने बताया कि 9 सितंबर को STF के AIG की रिपोर्ट पर फिरोजपुर के STF SP ने केस दर्ज करने का आदेश दिया।
  • पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि ASI बलजीत सिंह और कर्मवीर कौर के प्रेम सबंध थे, वहीं ASI अपनी वर्दी और सर्विस रिवॉल्वर दूसरे आरोपी गुरमीत सिंह गग्गू को देने का भी आरोपी पाया गया।
  • साथ ही खुलासा हुआ कि अपने रुतबे का नाजायज इस्तेमाल करके नशा बिकवाने और तस्करों को पनाह का भी आरोपी है।
  • SSP हरमनबीर सिंह गिल ने ASI बलजीत सिंह की जांच में शामिल नहीं होने के चलते सर्विस में दो साल की कटौती कर दी थी।
  • 31 दिसंबर की रात मोगा थाना सिटी-1 की पुलिस ने ASI बलजीत सिंह, कर्मवीर कौर उर्फ किरण और ASI के ड्राइवर जगत नारायण जग्गी को गिरफ्तार कर लिया।
  • इनके खिलाफ NDPS एक्ट की धारा 27-A, भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम, धोखाधड़ी और धारा 170 के तहत केस दर्ज किया गया है।
  • शुक्रवार को पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश किया तो तीनों को 4 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। वहीं चौथे आरोपी गुरमीत सिंह की तलाश जारी है।

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