VC का इस्तीफा:पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के वाइस चांसलर भूरा सिंह घुम्मन ने पद छोड़ा, दबाव और विरोध का दौर झेल रहे थे

सूत्रों के मुताबिक, वे आर्थिक कारणों से मुलाजिमों के दबाव में थे, उनके खिलाफ कई बार विरोध प्रदर्शन भी हुए

पटियाला। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के वाइस चांसलर डॉक्टर भूरा सिंह घुम्मन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पंजाब गवर्नर VP सिंह बदनौर को भेजा है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर घुम्मन ने निजी कारणों से इस्तीफा दिया है। वहीं सूत्रों के मुताबिक, वे आर्थिक कारणों से मुलाजिमों के दबाव में थे। काफी समय से वे यूनिवर्सिटी में विरोध का दौर भी झेल रहे थे। उनके खिलाफ कई बार विरोध प्रदर्शन भी हुए।

पंजाबी यूनिवर्सिटी में ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने वीसी दफ्तर को जड़ा ताला, प्रदर्शन किया

गौरतलब है कि पंजाबी यूनिवर्सिटी में ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने बुधवार को वीसी दफ्तर को ताला लगाकर रोष प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इस दौरान दफ्तर के किसी भी अधिकारी को अंदर नहीं जाने दिया। उधर गेस्ट फैकल्टी अध्यापकों ने रजिस्ट्रार दफ्तर के आगे धरना देकर रोष प्रदर्शन किया। ज्वाइंट एक्शन कमेटी के सदस्य डा. निशान सिंह व डा. बलविदर सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन लंबे समय से उनकी मांगों को अनदेखा करती आ रही है। इसके चलते मुलाजिमों में रोष है। उन्होंने कहा कि कमेटी की ओर से मंगलवार को भी धरना दिया गया था, पर यूनिवर्सिटी प्रशासन की अनदेखी के चलते मजबूरन संघर्ष को ओर तेज करना पड़ा। अगर इसके बाद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मांगों को अनदेखा किया तो कमेटी अपने संघर्ष को और तेज करेगी। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी की वित्तीय हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि स्टाफ को समय पर सैलरी व पेंशनर्ज को पेंशन तक नहीं मिल रही। न ही यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक अधिकारी इस मामले पर कोई उचित कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को चाहिए कि वह यूनिवर्सिटी को तुरंत विशेष ग्रांट जारी करे। अध्यापक बोले-मांगें पूरी होने तक धरना जारी रहेगा

रजिस्ट्रार दफ्तर के आगे धरने पर बैठे गेस्ट फैकल्टी अध्यापकों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती, तब तक अध्यापकों का धरना लगातार जारी रहेगा। गेस्ट फैकल्टी अध्यापक यूनियन के प्रधान गुरदास सिंह ने कहा कि यूनिवर्सिटी प्रशासन उनकी 12 महीने काम लेने की मांग को अनदेखा कर रहा है। यही कारण है कि अध्यापकों को मजबूरन अपना संघर्ष तेज करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जल्द उनकी मांगे पूरी न की तो वे यूनिवर्सिटी का मुख्य गेट बंद कर रोष प्रदर्शन करेंगे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.