पंजाब में ट्रांसपोर्ट कंपनी का अनोखा ऑफर:कंडक्टर लगाने लगे ‘आओ भई आओ! फरीदकोट-फरीदकोट, दो के साथ फ्री; आओ पठानकोट, एक के साथ एक फ्री’ की आवाज

रोडवेज बसों में महिलाओं को फ्री सफर के पंजाब सरकार के फैसले का दिखने लगा असर बठिंडा में निजी कंपनी गुरु नानक ट्रैवल के संचालक गुरमीत बोले-बंद होते कारोबार को बचाने के लिए लेना पड़ा फैसला

बठिंडा। ​बठिंडा के बस अड्‌डे पर में गुरुवार को एक अनोखी तरह का नजारा देखने को मिला। जिस तरह बाजार में औरतों को सूट-साड़ी तो पुरुषों को जूते या पर्स खरीदने पर डिस्काउंट दिया जाता है, ठीक वैसा ही सीन था यह। यहां प्राइवेट बसों के कंडक्टर जगहों के नाम के साथ-साथ अब ‘एक के साथ एक फ्री-दो के साथ एक फ्री’ की आवाजें लगाते देखे गए। क्यों हैरान हो गए ना? चलिए, अब इस हैरानी के पीछे की वजह पर बात करते हैं। जहां तक इस अनोखे डिस्काउंट ऑफर की वजह की बात है, यह सब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का किया-धरा है।

बता दें कि 8 मार्च को विधानसभा में प्रस्तुत पंजाब सरकार के बजट में वित्त मंत्री की तरफ से लोकलुभावन वादों में एक ऐलान महिलाओं के लिए पंजाब रोडवेज में मुफ्त यात्रा का भी किया गया था। 1 अप्रैल को प्रदेशभर में इस ऐलान पर अमल भी होना शुरू हो गया था। इससे जहां प्रदेश के लोग खासकर महिलाएं खुश नजर आ रही हैं, वहीं विपक्षी और रोडवेज के कर्मचारी सुविधाएं सुधारने की बात पर जोर दे रहे हैं।

इसी बीच इस फैसले से निजी ट्रांसपोर्ट कंपनियों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। पिछले 8 दिन से किसी भी प्राइवेट बस में कोई महिला यात्री सवार नहीं हो रही। महिलाएं इस तरह से मुंह फेरकर चली जाती हैं, जैसे पता नहीं इन बसों में कोई बहुत बड़ी महामारी का संक्रमण फैला हुआ हो। मजबूरन कंपनियों को भी अपनी सुविधा में बदलाव करना पड़ रहा है और गुरुवार को इसी की वजह से बठिंडा के बस अड्डे पर बड़ी ही अजीब आवाजें सुनाई दी। फरीदकोट-फरीदकोट…, पठानकोट-पठानकोट…, आओ भई आओ! फरीदकोट दो के साथ एक फ्री, पटानकोट एक के साथ फ्री।

किस कंपनी ने लिया है डिस्काउंट का फैसला?
कंपनी के संचालक गुरमीत सिंह ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न रूटों पर उनकी 35 बसें चलती हैं, लेकिन पिछले एक हफ्ते से एक भी महिला सवारी नहीं आ रही। उनका कहना है कि पहले ही निजी ट्रांसपोर्ट घाटे में चल रहे हैं, ऊपर से सरकार के इस नए फरमान से कारोबार ही बंद हो चुका है। खाली बसों को रूट पर चलाना पड़ता है। इसी चलते सोचा कि बेशक दो सवारी के साथ एक सवारी फ्री या फिर एक सवारी के साथ एक सवारी भी फ्री करनी पड़ी तो वह करेंगे। नुकसान तो होना ही है, लेकिन उम्मीद है कि 100 प्रतिशत नहीं, सही तो कम से कम कुछ राहत मिलेगी।

लोग कहते हैं, ‘हमें फ्री सफर की नहीं रोजगार की जरूरत है’

हालांकि पुरुषों के साथ महिलाओं को सफर का यह डिस्काउंट ऑफर अभी सिर्फ गुरु नानक ट्रैवल लेकर आया है। यही चलता रहा तो आने वाले दिनों में इससे भी बड़ा डिस्काउंट देखने को मिल सकता है। उधर इस स्कीम पर आम लोगों का कहना है कि यह सरकार का फैसला ठीक नहीं है। हम अपने घर की महिलाओं की टिकट के लिए पैसे खर्च सकते हैं। सरकार को कुछ करना ही है तो रोजगार का प्रबंध करे।

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