पंजाब में कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों को केंद्र सरकार ने दोबारा बातचीत को बुलाया है। केंद्र सरकार के कृषि एवं किसान मंत्रालय के कृषि एवं सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग के सेकेट्ररी संजय अग्रवाल की ओर से जारी 29 किसान संगठनों को भेजे पत्र में उन्हें 14 अक्टूबर को सुबह 11.30 बजे दिल्ली में बातचीत के लिए बुलाया गया है।
केंद्र ने पहले भी 8 अक्टूबर को बुलाया था। लेकिन किसान संगठनों ने इंकार कर दिया था। सूत्रों अनुसार, ज्यादातर संगठन दिल्ली मीटिंग में जाने के पक्ष में हैं। हालांकि, अंतिम फैसला जालंधर में 13 अक्टूबर को होने वाली 29 किसान जत्थेबंदियां की बैठक में लिया जाएगा। वहीं रेलवे ने प्रदर्शनों के चलते पंजाब आने वाली सभी ट्रेनों का परिचालन 14 अक्टूबर तक रद्द कर दिया है।
रेल रोको आंदोलन पर भी बनेगी नई रण
सभी किसान संगठन ये नहीं चाहते कि मीटिंग में जाने को लेकर किसान संगठन दो फाड़ दिखाई दें। जत्थेबंदियों के पदाधिकारियों की टीम बना कर, केंद्र के सामने अपनी बात दमदार ढंग से रखने समेत रेल रोको आंदोलन को लेकर भी जालंधर में मंगलवार को चर्चा की जाएगी। सूबा सरकार की माल गाड़ियों को नहीं रोकने की अपील पर भी आम राय बनाई जाएगी। दूसरे राज्यों के किसान संगठनों बुलाने पर भी चर्चा होगी।
केंद्र के दिल्ली न्योते व मुद्दों पर मंथन के बाद फैसला
किसान संगठन भाकियू (राजेवाल) के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल, पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रधान सतनाम सिंह पन्नू, भाकियू कादिया के प्रधान हरमीत सिंह कादियां व भाकियू उग्राहां के प्रधान जोगिंदर सिंह ने कहा, केंद्र के बातचीत के प्रस्ताव पर जाने या नहीं जाने समेत, बातचीत के मुद्दों, प्रभावी बातचीत व रेल रोको आंदोलन को लेकर फैसला जत्थेबंदियां 13 अक्टूबर को जालंधर में मंथन करेंगी।
मोदी बोले- बिचौलियों से विपक्ष की राजनीति को ताकत मिलती है
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष को कृषि सुधार कानूनों से दिक्कत है। किसानों के बैंक खाते में सीधा पैसा पहुंचने से कुछ लोग परेशान और बेचैन हैं। मोदी ने कहा कि बिचौलियों से विपक्ष की राजनीति को ताकत मिलती है।
वो अफसर मीटिंग करेंगे जिन्हें खेती के बारे में पता ही नहीं : सुखबीर
माेदी के जो अफसर मीटिंग बुला रहे हैं उन्हें खेती का काेई अनुभव नहीं है। वह अपनी बात मनवाने के लिए किसानाें काे बुला रहे हैं।