बेअंत सिंह हत्याकांड:बलवंत सिंह राजोआना को फांसी या उम्रकैद; सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को दिया आखिरी मौका, दो हफ्ते में लेना है फैसला

पिछली सुनवाई में अदालत ने केंद्र सरकार से 26 जनवरी तक निपटारा करने को कहा था अदालत ने कहा कि यह आपको आखिरी मौका, पिछले 9 साल से पेंडिंग है दया याचिका

नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्या मामले में दोषी बलवंत सिंह राजोआना की दया याचिका पर फैसला लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को आखिरी मौका दिया है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार राजोआना की याचिका पर अगले दो हफ्ते में कोई फैसला ले और कोर्ट को इसकी जानकारी दें। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि केंद्र सरकार को इस संदर्भ में यह आखिरी मौका दिया गया है, इस बात को विशेष ध्यान रखें।

केंद्र सरकार की तरफ से फैसला लेने के लिए तीन हफ्ते का समय मांगा गया था। लेकिन कोर्ट ने कहा कि इतना समय मांगना तार्किक नहीं है। 26 जनवरी तक याचिका का निपटारा करने को कहा गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। राजोआना 25 साल से जेल में हैं और पिछले 9 साल से उसकी दया याचिका पेंडिंग है। तारीख दर तारीख लग रही है, अब इस पर फैसला हो ही जाना चाहिए।

बता दें कि राजोआना पंजाब पुलिस का पूर्व कांस्टेबल है। उसे 1995 में पंजाब सचिवालय के सामने हुए धमाके में शामिल होने का दोषी ठहराया गया है। इस हमले में पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह समेत 17 लोगों की मौत की हो गई थी। राजोआना को हाईकोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई गई थी। इस सजा को उसने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती नहीं दी थी, लेकिन करीब 9 साल पहले उसने राष्ट्रपति के पास दया याचिका लगाई थी।

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