चंडीगढ़। पंजाब में ट्रेनों की राह में रोड़ा अभी भी बरकरार है, क्योंकि केंद्रीय कृषि कानून का विरोध कर रहे पंजाब के किसान सोमवार देर रात फिर से रेलवे ट्रैक पर बैठ गए हैं। देर रात किसान दिल्ली-अमृतसर ट्रैक पर आकर बैठ गए। उन्होंने मालगाड़ी को जाने दिया, लेकिन मुंबई से अमृतसर जा रही पैसेंजर ट्रेन को जाने नहीं दिया। मालगाड़ी के जाते ही वे ट्रैक पर आकर बैठ गए। इसलिए रेलवे को ट्रेन का रूट बदलना पड़ा।
हालांकि कैप्टन और किसानों के बीच हुई बातचीत के बाद किसान ट्रैक खाली करने पर राजी हो गए थे। आंदोलन की वजह से पिछले दो महीने से बंद पड़ी रेल सेवा फिर से शुरू भी हो गई, लेकिन किसान पैसेंजर ट्रेनों को रास्ता नहीं देने पर अड़ गए हैं। उनका कहना है कि वे सिर्फ मालगाड़ियों को जाने देंगे। मालगाड़ी के जाते ही वे ट्रैक पर बैठ जाएंगे, पैसेंजर ट्रेनों को किसी कीमत पर जाने नहीं जाएगा। इस समय मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। किसानों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।
Punjab: Kisan Mazdoor Sangharsh Committee blocks railway tracks in Amritsar's Jandiala Guru to protest against recently enacted farm laws. pic.twitter.com/EPRZYp5gb8
— ANI (@ANI) November 23, 2020
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जताया दुख
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट करके किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के फैसले पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इससे पंजाब के लोगों का नुकसान होगा। किसानों को अपने प्रदेशवासियों की समस्याओं को समझना चाहिए। उनकी जिद के कारण पूरे पंजाब को परेशानी उठानी पड़ रही है।
.@capt_amarinder welcomes Centre's decision to hold further talks on #FarmLaws with Kisan Unions after farmers suspend Rail Roko. CM spoke to @narendramodi & @AmitShah last week to urge them to take discussions further for early resolution of issue in interest of Punjab & nation. pic.twitter.com/YwNiSB22iv
— Raveen Thukral (@RT_MediaAdvPbCM) November 24, 2020