क्रिकेटर सुरेश रैना के माधोपुर के थरियाल में रहते फूफा ठेकेदार अशोक कुमार व फुफेरे भाई की हत्या और कई अन्य लोगों को जख्मी करने के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। रैना की बुआ आशा रानी की हालत भी गंभीर है। सूत्रों से पता चला है कि ठेकेदार अशोक कुमार ने माधोपुर एरिया स्थित दो बटालियन में ठेका लिया था। ठेके पर लिए काम और पैसों की अशोक और उसके बेटे कौशल को ही जानकारी थी।
एसआईटी ठेकेदार के अंडर काम करने वाले 6 मजदूरों से भी पूछताछ कर रही है। जांच में सामने आया कि उक्त लोगों ने अशोक के पड़ोस में 3 और घरों को भी लूटने की योजना बनाई थी, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। वहीं, बुधवार को रैना के फुफेरे भाई कौशल का भी अंतिम संस्कार किया गया। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा डीजीपी को आदेश जारी कर मामले को ट्रेस करने को कहा है।
गुरदासपुर, तरन तारन और अमृतसर में छापेमारी : डीजीपी
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि प्राथमिक जांच में संकेत मिले हैं कि ऐसे हमले के पीछे गैर अधिसूचित जराइम कबीलिया का हाथ होता है। 35 से अधिक व्यक्ति निगरानी में हैं। हिमाचल-यूपी के संदिग्धों की शिनाख्त हुई है। टीमें गुरदासपुर, तरनतारन व अमृतसर में छापेमारी कर रही हैं।