मोहाली। पंजाब सरकार ने कोरोना महामारी फैलने के कारण सभी स्कूल बंद कर दिए हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के आदेशों के दरकिनार करते हुए स्कूल खोला गया। मोहाली से 25 किलोमीटर दूर गांव तंगोरी में एक बोर्डिंग स्कूल नियमों को ताक पर रखकर चलाया जा रहा था। जब प्रशासन को इस बारे में पता चला तो संस्थान में पढ़ने वाले बच्चों और स्टाफ के कोरोना टेस्ट करवाए गए। 42 बच्चों और तीन स्टाफ सदस्यों का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
DC गिरीश दियालन ने ट्वीट कर इस संबंधी जानकारी दी। DC ने बताया कि स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। स्कूल के डायरेक्टर पर कोविड गाइडलाइन तोड़ने का केस दर्ज किया गया है। स्कूल में मोहाली का एक भी छात्र पढ़ाई नहीं कर रहा था, बल्कि दुबई, हरियाणा, गुजरात और अन्य जगहाें के छात्र पढ़ रहे थे। इन छात्रों में 11 लड़कियां थीं। पता चला है कि बोर्डिंग स्कूल करियर प्वाइंट गुरुकुल देश के नामी शिक्षण संस्थानों में एक है।
DC ने जानकारी दी कि जिला प्रशासन को स्कूल के संचालन संबंधी शिकायत मिली थी। बोर्डिंग स्कूल में रोजाना कक्षाएं लग रही हैं। स्टाफ भी आता है और हॉस्टल में विद्यार्थी रहते हैं। यहां पर 7 से 12 साल तक के बच्चों को पढ़ाया जा रहा था। मामला ध्यान में आते ही प्रशासन ने सेहत, पुलिस व प्रशासन की जांच टीम बनाई। टीम पूरी तैयारी के साथ स्कूल पहुंची तो देखा कि स्कूल खुला था।
करीब 7 घंटे चली जांच के दौरान हॉस्टल में रह रहे 197 छात्रों और 20 टीचरों के टेस्ट करवाए गए। संक्रमित छात्रों व टीचरों को आइसोलेशन सेंटर भेज दिया गया। बच्चों के अभिभावकों को भी बता दिया गया है। DC ने कहा कि सभी शैक्षणिक संस्थान व प्राइवेट कंपनियां प्रशासन की गाइडलाइन की पालना करे। अगर ऐसा नहीं किया गया तो सख्त कार्यवाही की जाएगी।