Bathinda-एक और कोरोना पोजटिव की मौत, 32 पोजटिव केस तो 135 नेगटिव मिले
कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए लगी पाबंदी का शादी समागमों में पड़ने लगा असर
बठिंडा. बठिंडा जिले में वीरवार को कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 32 नए पोजटिव मामले सामने आए है। वही राहत वाली बात यह है कि फरीदकोट मेडिकल कालेज में जांच के लिए भेजे गए सैंपलों में 135 लोगों की रिपोर्ट नेगटिव आई है जबकि एक संदिग्ध की रिपोर्ट फिर से जांच के लिए भेजी गई है। जानकारी अनुसार डीएमसी लुधियाना में कोरोना पाजिटिव लवलीन कुमार पुत्र गांधी राम उम्र 47 साल जो 16 नवंबर को डीएमसी लुधियाना में दाखिल हुए थे की उपचाराधील 3 दिसंबर की सुबह कोरोना के कारण मौत हो गई। जिला प्रसाशन द्वारा आज्ञा मिलने पर लाश डीएमसी लुधियाना से बठिंडा लाई गई। सहारा जनसेवा की हैल्पलाईन टीम जग्गा सहारा, मनी कर्ण, तिलकराज, हरबंस सिंह व राजकुमार ने पीपीई किटें पहन कर परिजनों की उपस्थिति में स्थानीय दाना मंडी शमशान भूमि में पूर्ण सम्मान के साथ संस्कार कर दिया गया।
वही जिले में शिक्षा संस्थानों में कोरोना पोजटिव मरीजों के आने का सिलसिला जारी है। वीरवार को महाराजा रंजीत सिंह पंजाब टैक्नीकल यूनिवर्सिटी बठिंडा में 6 कोरोना पोजटिव मरीज मिले हैं। वही कैंट क्षेत्र में चार, माडल टाउन फेस तीन में तीन, स्पेशन जेल में छह, सीआईएसएफ कालोनी में एक, सिविल सर्जन दफ्तर में एक, बसंत बिहार गली नंबर 9 में एक, एचएमईएल कालोनी में एक, खालसा होटल रामा में दो, जगराव में एक,कल्याण सुखा में एक, रामा रिफायनरी में एक, अजीत नगर रामपुरा फूल में एक, रामा बस स्टेंड के नजदीक एक, नत्थ गांव में एक,बहनीवाल में एक कोरोना पोजटिव मरीज मिला है।
कोरोना लहर का शादियों से सीजन पर पड़ा असर
शादियों का सीजन शुरू हो चुका है। साथ ही कोरोना की दूसरी लहर भी शुरू हो गई। इस वजह से पंजाब सरकार ने एहतियातन 1 दिसंबर से नाइट कर्फ्यू कोरोना की रफ्तार को काबू में करने के लिए पूरे प्रदेश में लगाने का आदेश दे दिया। एक तो पहले ही कई पाबंदियों के साथ लोगों ने तैयारियां की थी। वहीं, अब नाइट कर्फ्यू ने और भी रौनक फीकी कर दी।
इससे लोगों को शादियों का शेड्यूल ही बदलना पड़ गया। 50 फीसदी ही बुकिंग रह गई है। हालांकि शादियों के सीजन में सेनेटाइजर, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे कोरोना के नियमों का पालन किया जा रहा है। इसके बावजूद इस नाइट कर्फ्यू लगने के बाद शादी के रंग में भंग पड़ गया है। इससे एक तो लोगों को काफी परेशानी आ रही है।
होटल कारोबारियों की उम्मीदों पर फिरा पानी
वहीं, होटल कारोबारियों को हो रहे नुकसान की वजह से निराशा का माहौल है। उनका कहना था कि सरकार को इस तरफ ध्यान देकर शादियों को लेकर छूट दी जानी चाहिए थी, क्योंकि कोरोना में लगे लॉकडाउन के बाद पहले भी काफी नुकसान झेलना पड़ा। उधर, अब शादियों का सीजन आया तो सभी को उम्मीदें थीं कि कुछ भरपाई हाे पाएगी, लेकिन सरकार के इस नाइट कर्फ्यू के फैसले ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
अगर ऐसा ही रहा तो पूरा बिजनेस ठप हो जाएगा। इसका सीधा असर स्टाफ पर पड़ेगा और छंटनी करनी जरूरी हो जाएगी। लोग तो पहले ही परेशान हैं। अगर नौकरी भी चली गई तो हालात बुरे हो जाएंगे। सरकार को हर पहलू पर विचार कर ही कोई फैसला लेना चाहिए। कुछ समय के लिए अगर छूट दे दी जाती तो न सिर्फ होटल कारोबारियों को राहत मिलती, लोग भी अच्छे से शादी का जश्न मना पाते।
नाइट कर्फ्यू ने बिगाड़ा शेड्यूल
होटल रेस्टोरेंट एसोसिएशन पंजाब के प्रेसिडेंट अमरवीर सिंह ने कहा कि शादियों का सीजन पीक पर था। नाइट कर्फ्यू ने शादी समारोहों का शेड्यूल ही बिगाड़ कर रख दिया। सरकार ने 1 दिसंबर से कर्फ्यू की घोषणा कर दी। इससे जहां 50% लोगों ने शादी ही पोस्टपोन कर दी। वहीं, 50% ने रात की जगह दिन में शादी का शेड्यूल शिफ्ट कर लिया। इससे काफी परेशानी हो रही है। होटल एसोसिएशन से सरकार से मांग की गई थी कि कम से कम 15 दिसंबर तक छूट दी जाए।
ई-कार्ड से भेज रहे नया समय
प्रताप नगर बठिंडा के मुकेश शर्मा ने बताया कि बेटे की शादी 7 दिसंबर को है, जो अक्टूबर में ही तय हो गई थी। कोरोना के कारण पहले ही शादी में सिर्फ खास रिश्तेदारों और दोस्तों को बुलाया गया था। कार्ड भी छप गए थे, लेकिन अब पंजाब सरकार ने 1 दिसंबर से नाइट कर्फ्यू लगा दिया है। इस कारण उन्होंने दिन में ही शादी का फंक्शन करवाना तय किया। अब समय में बदलाव की जानकारी के लिए ई कार्ड भेज रहे हैँ। नाइट कर्फ्यू ने सारा प्रोग्राम ही बदल दिया। कोरोना संक्रमण से बचाव जरूरी है, लेकिन जरूरी समारोहों को लेकर सरकार को छूट देनी चाहिए।