पठानकोट आर्मी कैंप पर आतंकी हमला:बाइक सवार ने ग्रेनेड फेंका; पुलिस को मिली आगे-पीछे अलग नंबर वाली लावारिस कार
पठानकोट। पंजाब के पठानकोट जिले में आर्मी कैंप में ग्रेनेड से हमला किया गया है। ग्रेनेड कैंप के त्रिवेणी गेट पर फेंका गया। हालांकि हमले में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन पठानकोट में हाईअलर्ट है। चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है। इसी बीच पुलिस को एक लावारिस आई-20 कार भी बरामद हुई है। जिसकी आगे-पीछे की नंबर प्लेट को शातिर तरीके से बदला गया है। कार के आगे PB 10 GJ 6781 और पीछे PB 10 GL 6781 लगाया गया है। इसमें सिर्फ बीच में G के बाद J और L का ही अंतर रखा गया है। पुलिस इसे भी धमाके में भूमिका के एंगल से जोड़कर खंगाल रही है।
पूरे पंजाब में अलर्ट, बारात के दौरान गुजरे युवक पर धमाके का शक
वहीं पूरे पंजाब में अलर्ट जारी कर दिया है। अमृतसर, जालंधर, बठिंडा, गुरदासपुर और अन्य सभी शहरों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नाकों पर पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक आर्मी कैंप के गेट से एक बारात निकल रही थी, उसी समय मोटरसाइकिल पर सवार होकर एक युवक गुजरा। इसी बाइक सवार पर ग्रेनेड फेंकने का शक है। पठानकोट के SSP सुरेंद्र लांबा ने बताया कि मामले की जांच जारी है, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पठानकोट के सभी चेकपोस्ट पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। ब्लास्ट के बाद ग्रेनेड का हिस्सा बरामद कर लिया गया है।
Punjab: A grenade blast occurred near Triveni Gate of an Army camp in Pathankot last night. State's Counter Intelligence wing investigates the spot. pic.twitter.com/BuqrdJICyD
— ANI (@ANI) November 22, 2021
एसएसपी सुरिंदर लांबा ने सतंरी से मिली जानकारी के आधार पर बताया कि रात को कैंप के सामने से एक बाइक गुजरी थी। उस पर सवार लोगों ने गेट की तरफ ग्रेनेड फेंका, जिसमें ब्लास्ट हो गया। उसने अधिकारियों को सूचना दी। इलाके को तुरंत सील करके चप्पा-चप्पा खंगाला गया। गेट पर लगे CCTV भी खंगाले जा रहे हैं।
भारतीय सेना का सबसे महत्वपूर्ण ठिकाना
बता दें कि पंजाब का पठानकोट जिला भारतीय सेना के सर्वाधिक महत्वपूर्ण ठिकानों में से एक है। यहां पर भारतीय वायुसेना का स्टेशन, सेना का गोला- बारूद डिपो और दो बख्तरबंद ब्रिगेड व बख्तरबंद इकाइयां हैं।
5 साल पहले पठानकोट एयरबेस पर हुआ था आतंकी हमला
पठानकोट में वायु सेना के एयरबेस पर 2 जनवरी 2016 को आतंकी हमला हुआ था। भारतीय सेना की वर्दी में आए हथियारबंद आतंकियों ने इसे अंजाम दिया था। इसमें 7 जवान शहीद हुए थे। सभी आतंकी भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर रावी नदी के रास्ते आए थे। भारतीय इलाके में पहुंचकर आतंकियों ने कुछ गाड़ियों को हाईजैक किया था और पठानकोट एयरबेस पहुंचे थे।
Local Police, Counter Intelligence, CID are working together. No arrests made yet, we're collecting evidence & will take action based on the facts. If a grenade has been hurled then there must be some terror angle, we are probing: Gulneet Singh Khurana, AIG- Counter Intelligence pic.twitter.com/Ew9l4MB7pC
— ANI (@ANI) November 22, 2021
फिरोजपुर में मिल चुका है हैंड ग्रेनेड
दो दिन पहले ही फिरोजपुर जिले की तहसील जीरा के गांव सेखा से टिफिन बम मिला था। बम को टिफिन में बंद कर जमीन में दबाया गया था। पौधारोपण के दौरान यह बम मिला था। इससे पहले भी पंजाब में आधा दर्जन से ज्यादा टिफिन बम और हैंड ग्रेनेड मिल चुके हैं। यही नहीं पुलिस ने ऐसे तीन मोड्यूल का भंडाफोड़ भी किया है, जिसमें लोग पैसे के लिए आतंकी वारदात करने को तैयार हुए हैं।
जलालाबाद में हो चुका है ब्लास्ट
फाजिल्का जिले के जलालाबाद में भी एक ब्लास्ट हो चुका है। 15 सितंबर 2021 को दो युवक मोटरसाइकिल पर बम प्लांट करके इसे जलालाबाद की सब्जी मंडी में खड़ा करने जा रहे थे, मगर यह बम रास्ते में ही बीच बाजार फट गया था और बलविंदर सिंह नामक युवक के चिथड़े उड़ गए थे। पुलिस ने इस मामले में प्रवीण सिंह, मनजीत सिंह और रणजीत सिंह के अलावा कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार किया हुआ है, जिनसे हथियार भी बरामद हुए। जगराओं की सीआईए पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है।