जालंधर। अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि दिल्ली में केंद्र सरकार व किसान संगठनों की बैठक में पंजाब पुलिस के IG व SSP भी बैठे होते हैं, जो किसानों पर केंद्र के साथ कृषि सुधार कानूनों पर समझौते का दबाव डालते हैं। शुक्रवार को यहां अकाली नेताओं से मुलाकात के बाद सुखबीर बादल ने पत्रकारों से बातचीत में यह दावा किया।
सुखबीर ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को BJP का CM बताते हुए कहा कि उनका पूरा स्टैंड किसी न किसी तरीके से किसान आंदोलन को कमजोर करने पर लगा है। सुखबीर ने सवाल उठाया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह बताएं कि केंद्र व किसानों की मीटिंग में पंजाब पुलिस के IG, SSP दिल्ली मीटिंग में क्या करते हैं? कैप्टन बीजेपी के इशारे पर किसानों पर दबाव बना रहे है। इसी वजह से पहली बार किसी के घर गोबर फेंकने पर जानलेवा हमले का केस दर्ज कर दिया जाता है। कृषि वाले राज्य का CM होने के नाते कैप्टन को किसानों की लड़ाई की अगुवाई करनी चाहिए लेकिन वो बीजेपी के दबाव में किसानों से गद्दारी कर रहे हैं।
डबल गेम खेल रहे कैप्टन
सुखबीर बादल ने कहा कि केंद्र के तीनों कृषि सुधार कानून पंजाब में लागू हो चुके हैं। कांग्रेस के अपने मैनिफेस्टो में भी प्राइवेट मंडियां लाने का वादा किया गया था। इसी बात को लेकर एक अखबार को नोटिस भेजे जाने पर सुखबीर बादल ने कहा कि मैं भी यही बात कहता हूं तो कैप्टन मुझे नोटिस भेजें।
34 साल का रिश्ता था, भाजपा ने विश्वासघात किया
अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने कहा कि जिस पार्टी ने 34 साल रिश्ता रहा, उसी भाजपा ने उनके साथ विश्वासघात किया। उन्हें कहा जाता रहा कि कानून को लेकर किसानों की जोे भी चिंताएं होंगी, उन्हें दूर किया जाएगा। वह किसानों व केंद्र सरकार के बीच पुल बनकर यह काम करवाते रहे लेकिन बाद में उन्हें लगा कि केंद्र सरकार किसानों की कोई बात नहीं मानेगी तो हमने इसका विरोध किया और हरसिमरत बादल ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।