विदेश से पंजाबियों की अपील / इटली में बेवजह बाहर निकलने पर 2.5 लाख तक जुर्माना 6 माह की जेल, सोशल डिस्टेंसिंग बिना नहीं मिलता राशन

जो दर्द हम झेल रहे वो आपको न मिले, इसलिए घरों में रहें महीनों से घरों में कैद हैं ताकि कोराेना से बचे रहें, घरों में रहने और हाथ सेनेटाइज करने से बेहतर इलाज कुछ नहीं

जालांधर. (Bhaskar.com ) . कोरोना वायरस दुनिया भर में पैर पसार चुका है। ये वायरस भारत में भी 45 जानें ले चुका है। विदेशों के हालात भी देख रहे हैं लेकिन आप लोग अब भी संजीदा नहीं दिखते। सरकार ने लॉकडाउन और कर्फ्यू तक लगा रखा है लेकिन घरों से निकलने से बाज नहीं आ रहे। जो सड़कों पर नहीं जा रहे वे घरों के बाहर झुंड लगाकर गप्पे मारते दिख रहे हैं। ऐसे तो कोई फायदा ही नहीं होगा कर्फ्यू लगाने का।

कनाडा, इटली, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और इंग्लैंड में रह रहे पंजाबियों से भास्कर ने वहां के हालात पर बात की तो युवाओं ने बताया कि सरकार निर्देश सख्ती से लागू हैं। इसमें सबसे अहम सोशल डिसटेंस है। उन्होंने अपील की कि पहले यहां भी लोगों ने कोरोना वायरस को गंभीरता से नहीं लिया।

जब मौतें होने लगी तो और सख्ती हुई। अब घरों से बाहर दिखने पर 2.5 लाख तक जुर्माना और 6 माह तक सजा भी हो रही है। अब लोग घरों में दुबके हुए हैं। जरूरी होने पर भी सरकारी आदेश लेने के बाद ही बाहर निकल सकते हैं। अपने यहां कहते हैं न कि जिंदगी नरक बन गई है बस वही हालात यहां हैं। जरूरी सामान लेने की लिमिट फिक्स है। कालाबाजारी करते मिलने पर यहां स्टोर मालिकों पर हजारों में नहीं लाखों रुपए जुर्माने हो रहे हैं। हम यहां बसे हैं लेकिन हमारे रोम-रोम में भारत बसता है। हम नहीं चाहते कि इटली, चीन और ऑस्ट्रेलिया जैसे हालात हमारे अपने पंजाब में बनें। इसलई सब नूं बिनती करदे हां- स्टे होम दा समर्थन अपने ते अपनेआं दे लई करो। एह बचाव ने ते अाही एदा इलाज वी।

जापान:शनिवार व रविवार को बाहर निकलने पर रोक

जापान के टोक्यो में होटल का बिजनेस करने वाले जालंधर के इंद्रजीत सिंह सैनी ने बताया कि कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। ओलिंपिक टूर्नामेंट कैंसल हो गए हैं। सरकार ने यहां लाॅकडाउन तो नहीं किया है लेकिन लोगों को शनिवार और रविवार को घरों से न निकलने के लिए कहा जा रहा है। प्राइवेट जाॅब करने वालों को घरों से काम करने के लिए कह दिया गया है। होटल-रेस्टोरोंट में भी लोगों की आमद कम हुई है। लोगों खुद अवेयर हो रहे हैं और हाथ सेनेटाइजर से साफ करते हैं। जिनके पास सेनेटाइजर नहीं है उन्हें हम सेनेटाइजर उपलब्ध कराते हैं। -इंद्रजीत सिंह, टोक्यो

कनाडा: आइसोलेशन के उल्लंघन पर 6 महीने कैद

पूरे टोरांटो एरिया में एमरजेंसी अलर्ट है। विदेशों में आने वालों को खुद 14 दिनों के लिए आइसोलेट करने के लिए कहा गया है जिसका उल्लंघन करने पर 6 महीने की जेल या फिर भारी जुर्माना होगा। सरकार ने निर्देश जारी किए हैं कि स्टोर में सामान खरीदने वाले एक फैमिली को एक आटा की थैली, पानी के दो बड़े कंटेनर सहित फैमिली के मुताबिक सामान तय ही दिया जाए। राशन की कालाबाजारी पर भी सजा होती है। सरकार ने लोगों को 500 से 900 डॉलर और स्टूडेंट्स को भी कई सुविधाएं दी हैं। -रमनदीप सिंह, कनाडा

इंग्लैंड: कालाबाजारी पर ~47.43 लाख तक जुर्माना

पूरा इंग्लैंड लॉकडाउन है। बर्मिंघम में 350 केस पॉजिटिव है। सभी बाजार बंद हैं। तीन से चार स्टोर में ही लिमिट में घर का सामान खरीद सकते हैं। लॉकडाउन में जिन पंजाबी स्टोर मालिकों ने महंगा सामान बेचा था उन्हें 50 हजार पौंड जुर्माना लगाया गया है और दो से ज्यादा लोग एक साथ मिलने पर भी 30 पौंड तक जुर्माना किया जा रहा है। एक फैमिली एक दूध की बोतल, एक ब्रेड ही खरीद सकती है। पहले अनलिमिटेड खरीदारी कर सकते थे। नियम तोड़ने पर भारी जुर्माना हो रहा है। लोग घरों में कैद हैं। -बर्मिंघम से दविंदर डब

इटली: इलाज के लिए भी अनुमति जरूरी

कोरोना वायरस से चीन के बाद इटली सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां जो व्यक्ति बिना काम के सड़कों पर घूमता मिलता है उसे 3000 यूरो (2.5 लाख)तक जुर्माना हो रहा है। बहुत ज्यादा जरूरत पड़ने पर सरकारी ऑफिस से फार्म भरकर ही शहर जाया जा सकता है। इसके अलावा कस्बे और गांव स्तर पर मार्केट खुली है यहां पर सोशल डिस्टेंस बनाकर शापिंग की जा सकती है। मेडिकल सुविधा भी पूरी तरह से मिल रही है। सरकार बीमार व्यक्ति को घरों से एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचा रही है। मेडिकल की दुकानें खुली हैं और ग्रोसरी स्टोर भी ओपन हैं। -सलीम मलिक, इटली

ऑस्ट्रेलिया: सोशल डिस्टेंस तोड़ने पर सजा

मेलबर्न में अशोक नगर के बिलाल सलमानी ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया में भी सख्ती बढ़ रही है। इंटरनेशनल फ्लाइट से ऑस्ट्रेलिया में आने वालों को 14 दिनों तक घर में रहने के निर्देश हैं। उल्लंघन पर 20 हजार डॉलर (9.26 लाख) जुर्माना हो सकता है। अभी पूरा लॉक डाउन नहीं है लेकिन काम काफी प्रभावित हो रहा है। जो फैक्टरी और स्कूल चल रहे हैं वर्करों को सुबह से शाम तक पूरी यहां पर ह्मयूमन टच होता है उसे सेनेटाइज करने की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंस मेंटेन करना अनिवार्य है। इसे न मानने पर सजा और जुर्माना हो सकता है। सैलून में एक व्यक्ति काम करेगा जो एक ही कस्टमर को अटेंड करेगा और उसके बाद पूरा सैलून साफ करने के बाद ही दूसरे व्यक्ति को अंदर प्रवेश मिलेगा। -बिलाल सलमानी, मेलबर्न

अमेरिका : दूध-पानी की भी लिमिट तय

अमेरिका के पेन्सिलवेनिया स्टेट में जालंधर के रहने वाले गुरजोत भुल्लर ने बताया कि तीन दिनों से पूरे स्टेट में लॉक डाउन की स्थित है। सरकार ने नान-अशेंशल बिजनेस को बंद किया है लेकिन ग्रोसरी स्टोर, फार्मेसी सहित ह्यूमन लाइफ के साथ जुड़े सामान की चीजें खुली हुई हंै। रेस्टोरेंट बंद हैं लेकिन टेक-अवे चालू है। लोगों के इकट्ठे होने पर पाबंदी है। कालाबाजारी रोकने को सरकार ने गाइड लाइन जारी की है कोई महंगा सामान बेचेगा तो उसे हजारों डॉलर फाइन देना होगा। सामान खरीद की भी लिमिट है एक व्यक्ति एक दूध की बोतल, एक दहीं, पानी की बोतल ले सकता है। लेकिन सेनेटाइजर और मास्क आउट आफ स्टाक हैं।

-गुरजोत भुल्लर, अमेरिका

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