चंडीगढ़। राजनीतिक दलों की रैलियों के विरोध को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) नेता मनजीत सिंह राय ने बड़ा खुलासा किया है। भारतीय किसान यूनियन (BKU) दोआबा के प्रधान मनजीत सिंह राय ने कहा कि कुछ शरारती लोग किसान आंदोलन के बीच में घुस गए हैं। जब अकाली दल की रैली होती है तो कांग्रेसी व आम आदमी पार्टी वाले घुस जाते हैं। जब कांग्रेस की रैली होती है तो दूसरी पार्टियों के लोग आ जाते हैं। इसी तरह आम आदमी पार्टी की रैली में दूसरे विरोधी पार्टी वाले आ जाते हैं।
मनजीत राय ने कहा कि इस तरीके से यह किसानों का नाम लेकर विरोध करते हैं। इन्हें उकसाने वाले राजनीतिक लोग होते हैं। किसानों से अपील है कि किसी के उकसावे में न आएं। अगर जीतना है तो दिल्ली मोर्चे को मजबूत करो। मनजीत राय ने कहा कि पंजाब में विरोध करना बंद करो। किसान राजनीतिक दलों के कार्यक्रमों में न जाएं और दिल्ली मोर्चे की संख्या बढ़ाएं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी कहा कि वहां लोग कम हैं, इसलिए सभी किसान दिल्ली में सिंघु व टिकरी बॉर्डर पर लगे मोर्चे को मजबूत करें।
खट्टर बोले थे- मेरे पास रोज रिपोर्ट आ रही, दिल्ली मोर्चे में कितने लोग हैं
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोमवार को चंडीगढ़ में प्रेस कान्फ्रेंस करके कहा था कि मुझे पता है, दिल्ली मोर्चे में कितने किसान हैं। मेरे पास रोज रिपोर्ट आ रही है। खट्टर ने यह भी कहा था कि मोर्चे में पंजाब के ही लोग अधिक हैं, जबकि हरियाणा के लोग विरोध नहीं कर रहे। इसके बाद एक बार फिर सबका ध्यान किसान मोर्चे पर जुटी भीड़ की तरफ चला गया है। जिससे किसान संगठनों को भी चिंता होने लगी है।
कैप्टन पहले जता चुके आशंका
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ वक्त पहले दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। कैप्टन ने आशंका जताई थी कि पंजाब विधानसभा चुनाव की वजह से किसानों का विरोध मुश्किल बढ़ा सकता है। कैप्टन ने तीनों कृषि सुधार कानून वापस लेकर आंदोलन खत्म कराने की मांग की थी। कैप्टन ने यह भी कहा था कि किसानों के आंदोलन का देश विरोधी ताकतें फायदा उठा सकती हैं। पंजाब में हाल ही टिफिन बम की डिलीवरी को लेकर पैदा हुए हालातों से चिंता हो रही है।