संगरूर। पंजाब में आम आदमी पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित न करने से नाराज भगवंत मान करीब दो हफ्ते बाद सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए हैं। मान ने उनसे मिलने पहुंचे वालंटियरों की फोटो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डाली है। मान के घर पर ही वर्करों से मिलने के अलग-अलग सियासी मायने लगाए जा रहे हैं। मान पार्टी को कोई संदेश दे रहे हैं या वर्कर उन्हें फिर से पार्टी के लिए सक्रिय होने के लिए मनाने गए हैं, इस पर चर्चा हो रही है। उधर, आम आदमी पार्टी से विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे व अब कांग्रेस में शामिल हुए सुखपाल खैहरा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल मान को कभी CM चेहरा घोषित नहीं करेंगे।
संगरूर से AAP सांसद भगवंत मान हर मुद्दे पर बेबाकी से अपनी राय रखते हैं। कहा जा रहा है कि भगवंत मान पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में मुख्यमंत्री चेहरा बनने के इच्छुक हैं। इसके बावजूद अभी तक पार्टी की तरफ से कोई उत्साह नजर नहीं आ रहा। यह हालात तब हैं जबकि उत्तराखंड चुनाव भी पंजाब के साथ होने हैं लेकिन वहां अजय कोठियाल के नाम की घोषणा हो चुकी है। अरविंद केजरीवाल ने इतना जरूर कहा कि पंजाब में पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा सिख समाज से होगा लेकिन उसका खुलासा नहीं किया। पार्टी नेताओं का मानना है कि पिछली बार भी इसी वजह से उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी। विरोधियों ने इसे मुद्दा बनाया कि AAP जीती तो कोई बाहरी पंजाब का CM बन जाएगा, जिस वजह से वो सत्ता में आने से चूक गए।
केजरीवाल के स्वागत में पहुंचे लेकिन नाराजगी नहीं मिटी
भगवंत मान एक महीने से ज्यादा वक्त से पार्टी से दूरी बनाकर रखे हुए हैं। उनकी नाराजगी की वजह से पार्टी को बाबा बकाला में रक्खड़ पुनिया का कार्यक्रम भी टालना पड़ा था। इसके बाद जब केजरीवाल बटाला में अकाली नेता सेवा सिंह शेखवां को पार्टी में शामिल करने आए तो मान वहां पहुंचे थे। उसके बाद भी मान पंजाब की सियासत में पहले की तरह एक्टिव नहीं हुए। हालांकि पार्टी नेताओं का कहना है कि मान किसी व्यक्तिगत काम में व्यस्त हैं, इसे नाराजगी से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए।
मान ने सबको एक-एक करके निकलवाया : सुखपाल खैहरा
सुखपाल खैहरा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने भगवंत मान को बिठाकर ही कहा कि पंजाब में साफ-सुथरा सिख चेहरा देंगे। अगर मान की घोषणा करनी होती तो वो सामने बैठे थे। उस दिन मान का सबसे ज्यादा अपमान हुआ था। खैहरा ने कहा कि जो दूसरों के लिए गड्ढा खोदता है, उसी में गिर जाता है। मान ने सबको एक-एक करके निकाला। सुच्चा सिंह छोटेपुर ने गाड़ी में बिस्तर रख पार्टी के लिए काम किया लेकिन उनको भी बहुत बुरा इल्जाम लगाकर निकाल दिया।
इधर.. समर्थक बढ़ा रहे उत्साह
मान ने जब सोशल मीडिया पर वर्करों से मुलाकात की फोटो डाली तो समर्थकों को भी उनकी नाराजगी का अंदाजा है। वर्कर मान का उत्साह बढ़ा रहे हैं कि वो बाहर निकलें, पंजाब में AAP का CM चेहरा वही होंगे। कुछ वर्कर यह भी कह रहे हैं कि गांवों में फ्री बिजली फार्म भरते वक्त लोग भी मान के बारे में पूछ रहे हैं। वहीं, कुछ समर्थक उन्हें पार्टी के चेहरा न बनाने पर अपनी अलग पार्टी बनाने की बात कह रहे हैं। यही नहीं, अधिकांश समर्थकों का कहना है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की तरह भगवंत मान ही पार्टी को सत्ता में ला सकते हैं।