बठिंडा। बठिंडा के तलवंडी साबों स्थित गुरु काशी यूनिवर्सिटी में दो छात्रों के गुटों के झगड़े में कई छात्र घायल हो गए। यह घटना गत बुधवार की बताई जा रही है। इस दौरान यूनिवर्सिटी परिसर में एक महोत्सव का आयोजन किया जा रहा था। इसी दौरान बिहार से पंजाब में पढ़ने आए छात्रों के दो गुटों में झगड़ा हो गया व जमकर लाठी व पत्थर बरसे। हालांकि इस घटना में पंजाब से संबंधित कुछ छात्र भी शामिल हो गए। इसके बाद सोशल मीडिया में इस घटना का एक विडियों वायरल हुआ जिसमें बताया गया कि पंजाब में बिहार के छात्रों पर हमले हो रहे हैं। इसके बाद बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने पंजाब सरकार पर हमला बोल दिया।
वही यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस मामले में कहा कि बिहार के ही छात्रों के बीच दो दिन पहले झगड़ा हुआ था। इसके बाद मामला सुलझा लिया गया लेकिन गत दिवस छात्रों ने घटना को लेकर हास्टल में जमकर हंगामा कर तोड़फोड की व लाखों रुपए का नुकसान किया। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से हंगामा कर तोड़फोड़ करने वाले कई छात्रों को निलंबित कर दिया है। इसमें अभी निलंबित छात्रों के नाम सामने नहीं आए है। जानकारी अनुसार यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स पर कुछ स्टूडेंट्स ने हॉस्टल में घुसकर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया था। आरोप है कि 22 से ज्यादा स्थानीय स्टूडेंट हॉस्टल में घुस गए थे।
उन्होंने यूनिवर्सिटी प्रशासन पर मिलीभगत के आरोप लगा अगले दिन जमकर हंगामा व तोड़फोड़ की। इसी बीच इस घटना को लेकर बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने पंजाब सरकार पर निशाना साधा है। सम्राट ने सोशल मीडिया हैडल में कहा पंजाब के बठिंडा की गुरु काशी यूनिवर्सिटी में बिहार के छात्रों पर हुए जानलेवा हमले की घटना अत्यंत निंदनीय है। बिहार के कई युवा इस घटना में घायल हुए हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार में पंजाब गुंडागर्दी का गढ़ बन गया है।
आप-दा पार्टी ने पंजाब में जातीय और अन्य राज्यों के प्रति वैमनस्य को बढ़ाने का काम किया है। मेरी मांग है कि पंजाब सरकार बिहार के छात्रों को तुरंत सुरक्षा प्रदान करे और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करे। वही इस राजनीतिक हमले के बाद यूनिवर्सिटी वॉइस चांसलर डॉ. एसके बावा ने कहा- ‘ये झगड़ा पंजाबियों और बिहार के स्टूडेंट्स के बीच नहीं हुआ। बिहार के स्टूडेंट्स के 2 गुट ही आपस में भिड़े थे। जिसमें एक गुट ने पंजाब के लोकल दोस्तों को बीच में इन्वॉल्व किया। यूनिवर्सिटी ने दोनों गुटों के स्टूडेंट्स को आइडेंटिफाई कर लिया है और सभी स्टूडेंट्स को रेस्टिकेट कर दिया गया है।
वही बताया जा रहा है कि यह घटना पंजाब बनाम बिहार होने के पीछे बिहार के स्टूडेंट्स की तरफ से सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पंजाब सरकार और बिहार सरकार से मदद करने की अपील रही। इस अपील को बिना किसी जांच के अनुमान के बाद आगे दो राज्यों के छात्रों का करार दे दिया गया। वही इन घटनाओं के मद्देनजर यूनिवसिर्टी स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर यूनिवर्सिटी प्रशासन से इस मामले की गंभीरता से जांच करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा है।
यूनिवर्सिटी के कार्यकारी उप कुलपति प्रो. (डॉ.) पीयूष वर्मा ने कहा कि ‘विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय युवा मेले का आयोजन किया गया था। जिसमें विभिन्न देशों और भारत के विभिन्न राज्यों के छात्रों द्वारा अपने राज्यों की संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए स्टॉल लगाए गए। जिसमें बिहार के छात्रों के बीच गलतफहमी हो गई और थोड़ी बहुत मारपीट हो गई।
जिसे विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने बैठक के बाद सुलझा लिया है। कुछ शरारती तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि वे विश्वविद्यालय में हुई मारपीट के हैं। उन्होंने कहा, “कृपया इस पर विश्वास न करें।” वर्तमान में विश्वविद्यालय में पूर्ण शांति एवं सुरक्षित वातावरण है।वहीं दूसरी तरफ़ विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी के द्वारा कई छात्रों को निकाल दिया गया है।