बठिंडा। काॅमर्शियल प्वाइंट में तब्दील हो रहे पुलिस लाइन की लगभग 25 एकड़ जमीन को पुडा को लीज पर देने की प्रक्रिया तेज हो गई है। जिला प्रशासन की ओर से जमीन संबंधी प्रोपोजल बनाकर पुडा को भेज दिया गया है। पुलिस लाइन की जमीन को बेचने की तैयारियों की कड़ी में कुछ समय पहले पत्र जारी किया गया जिसमें पुलिस लाइन व सिविल स्टेशन में रहने वाले कर्मचारियों को थर्मल कॉलोनी में शिफ्ट करने की योजना है। जिला प्रशासन की ओर से थर्मल कालोनी में रहने वाले अधिकारियों को कोठियां खाली करने के नोटिस भी भेजे जा चुके हैं। पुलिस लाइन जीटी रोड पर प्राइम लोकेशन में है जबकि सामने ही सिविल अस्पताल भी है। ऐसे में कॉमर्शियल प्लाट काट कर बेचे जाने की संभावना है।
जेल की जगह पर बनाए गए नरवाना एस्टेट के साथ ही पुलिस लाइन को मिलाने की योजना है। फिलहाल यह तय नहीं है कि इसे कॉमर्शियल बनेगा अथवा रिहायशी जबकि लोकेशन के हिसाब से इसके कॉमर्शियल बनने की उम्मीद ज्यादा है। बठिंडा के तत्कालिन एसएसपी कपिल देव ने पुलिस जवानों के लिए यहां खेल मैदान बनाया था,यही खेल मैदान अब क्रिक्रेट स्टेडियम में तबदील हो चुका है फिलहाल इसका संचालन काप्स क्लब की तरफ से किया जाता है व समय-समय पर यहां विभिन्न तरह की क्रिक्रेट प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा था। इसमें दिन व रात के टी-20 मैच लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। फिलहाल इस खेल स्टेडियम को अब यहां से तबदील करने का काम शुरु किया जा रहा है। लगभग एक माह पहले थर्मल कालोनी बठिंडा को खाली करने के नोटिस के बाद थर्मल कालोनी में रहने वाले लोगों को भी यहां से तबदील किया जा रहा है। कालोनी का वन व डी ब्लाक फिलहाल पूरी तरह से खाली है जबकि अन्य ब्लाकों में भी लोग मकान खाली कर रहे हैं।
मोहाली में 22 सितंबर को हुई पॉवरकाम की 84वीं बोर्ड आफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में बठिंडा थर्मल कालोनी के 985 क्वार्टर विभाग को हैंडओवर किए जाने पर मुहर लगा दी गई है। शहर का पॉवर सेंटर अब बदलने जा रहा है। अब थर्मल कालोनी नया पॉवर सेंटर बनेगा जहां डीसी समेत वरिष्ठ अधिकारियों के आवास होंगे। पुलिस लाइन 24 एकड़ 4 कनाल 18 मरले में बनी है। इसके 5 बंगलों में सीनियर अधिकारी जबकि 77
जूनियर अधिकारी क्वार्टरों में रह रहे हैं। वहीं गैस एजेंसी, दो पुलिस कैंटीन के अलावा असला रखने को स्ट्रांग रूम भी बना है। पुलिस लाइन को थर्मल कॉलोनी में शिफ्ट करने की प्रक्रिया में पुलिस लाइन में मुलाजिम का आंकड़ा जुटाया गया ताकि इनको वहां पर शिफ्ट करने से पहले पूरी तैयारी की जाए। इसके अलावा पुलिस लाइन में बने दफ्तर भी थर्मल कॉलोनी में तब्दील होंगे।
दूसरी तरफ पुलिस लाइन की 25 एकड़ जमीन में पुलिस पब्लिक स्कूल भी बना हुआ है जहां पुलिस मुलाजिमों के साथ शहर के अन्य वर्ग के हजारों बच्चे यहां पढ़ते हैं। फिलहाल इस स्कूल को यहां से खाली कर दूसरी जगह पर लेकर जाना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती रहेगा। इसमें अधिकारियों ने थर्मल कालोनी में पहले से थर्मल मुलाजिमों के लिए बने स्पैशल स्कूल में पुलिस पब्लिक स्कूल को तबदील करने की योजना बना रखी है लेकिन इसमें बच्चों की तादाद व अन्य सुविधाओं के मद्देनजर दिक्कत पेश आ रही हैै। इन दिनों स्कूल बंद होने से इमारत खाली पड़ी है। पुलिस पब्लिक स्कूल वर्तमान में एलकेजी से लेकर 12वीं कक्षा तक के लिए है व इसमें 1300 से अधिक बच्चे शिक्षा हासिल कर रहे हैं। दूसरी तरफ थर्मल के स्पेशल स्कूल के कमरों का साइज छोटा है व पुलिस पब्लिक स्कूल के मुकाबले यहां कमरों की तादाद भी कम है। यही नहीं नई इमाारत के लिए स्कूल को सीबीएसई से एफिलेशन लेनी होगी इसमें तय साधनों के मानकों को पूरा करना भी जरूरी होगा। इसी के मद्देनजर अभी जमीनी स्तर पर पुलिस पब्लिक स्कूल को तबदील करने संबंधी प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है।