बठिंडा शहर का विकास व पहचान 70 के दशक में गुरु नानक देव थर्मल प्लांट (जीएनडीटीपी) से बनी तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होनी चाहिए। कांग्रेस सरकार में तत्कालीन रेवेन्यू मंत्री फकीर चंद गुप्ता की यह देन पंजाब को 43 साल रोशन करने में अग्रणी रोल निभाती रही, लेकिन अब इसे अलविदा कहने का वक्त करीब आता जा रहा है।
22 जून की कैबिनेट मीटिंग में उक्त थर्मल प्लांट की करीब 1700 एकड़ जमीन पुडा को हस्तांतरित करने पर मुहर लगने के साथ ही एक स्वर्णिम अध्याय बंद हो गया। वहीं अब पावरकॉम ने प्लांट के 460 मैगावाट के चारों यूनिट्स को डिस्मेंटल यानी तोड़ने को ई-आक्शन जारी कर टेंडर मांग लिए हैं जिसके लिए आखिरी तारीख 17 सितंबर 2020 तथा बिड खोलने की तिथि 20 सितंबर निर्धारित की गई है।
मात्र 115 करोड़ कीमत के इस प्रोजेक्ट ने निर्माण पूरा होने के बाद हर साल 2200 से लेकर 2550 मिलियन यूनिट्स तक का रिकार्ड उत्पादन किया है। गौरतलब है कि पीएसईबी (तब पावरकॉम नहीं बना था) ने सभी चारों यूनिट्स की 700 करोड़ में ओवरहालिंग करवाई थी, लेकिन दिसंबर 2016 में इससे बिजली उत्पादन बंद करने के बाद अब इसे तोड़ने के निर्णय से इससे जुड़े अधिकारी व कर्मचारी बेहद निराश हैं।
यूनिट्स की ओवरहालिंग पर 700 करोड़ रुपए बेकार
बठिंडा थर्मल के यूनिट्स द्वारा वर्किंग एज पूरी करने के बाद पीएसईबी ने यूनिट 1 व 2 की ओवरहालिंग का जिम्मा 200 करोड़ में अलस्टॉम कंपनी व यूनिट 3 व 4 की ओवरहालिंग बीएचईएल को करीब 500 करोड़ में सौंपी। ओवरहालिंग के बाद नए बने इन यूनिट्स को चलने का अधिक समय नहीं मिला तथा दिसंबर 2016 में यह सरकारी निर्णय से बंद कर दिए गए।
थर्मल के पूर्व डिप्टी चीफ दर्शन सिंह कहते हैं कि थर्मल के सभी यूनिट्स से बॉयोमास पर बिजली बनाई जाती तो मालवा में पराली की समस्या का हाल होता तथा रोजगार भी मिलता, लेकिन अब टैक्सों का करोड़ों रुपए बर्बाद हो जाएगा।
वहीं थर्मल फेडरेशन के नेता गुरसेवक सिंह ने कहा कि थर्मल प्लांट तोड़ने का इससे जुड़े हर व्यक्ति व उनके परिवारों को अफसोस है तथा यह बठिंडा की पहचान छीनना होगा।थर्मल प्लांट के पूर्व चीफ इंजीनियर करनैल सिंह मान कहते हैं कि गुरु नानक के नाम की भांति इस प्लांट ने हजारों लोगों की जिंदगियों को संवारा है।
20 सितंबर को होगी ई-ऑक्शन
पावरकाॅम ने जारी किया नोटिस, गुरु नानक देव थर्मल प्लांट के 110 मैगावाट के दो व 120 मैगावाट के 2 यूनिट्स सहित चारों यूनिट्स को डिस्मेंटल करने को ई-ऑक्शन जारी की गई है।
इस ई-ऑक्शन में प्लांट की सारी मशीनरी, सिविल स्ट्रक्चर, पाइपलाइंस, केबल आदि बेचने का निर्णय शामिल है। 20 जुलाई तक बिड डॉक्यूमेंट अपलोड करने व 17 सितंबर तक प्री-बिड ईएमडी जमा करवाने तथा 20 सितंबर, 2020 को ई-ऑक्शन होगी।
थर्मल गिराने का फैसला भावनाओं का तिरस्कार : हरसिमरत कौर बादल
केंद्रीय खाद्य एव प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने पंजाब की कांग्रेस सरकार के थर्मल प्लांट गिराने को टेंडर नोटिस जारी करने की निंदा करते हुए इसे लोगों के दिलों को दुखाने वाला फैसला बताया है।
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह व एफएम मनप्रीत बादल की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता के लालच में वोट लेने के लिए थर्मल प्लांट चलाने का वादा किया था, लेकिन इसे बंद कर अब हटाने का निर्णय बेहद निंदनीय है।
तय शेडयूल के अनुसार होगा एक्शन
^बठिंडा के गुरु नानक देव थर्मल प्लांट के सभी चारों यूनिट्स की डिस्मेंटलिंग करने को ई-ऑक्शन पावरकॉम ने जारी कर दी है। इसमें तय शेडयूल अनुसार ही आगे एक्शन होगा।
बलविंदर लाखा, चीफ इंजीनियर, जीएचटीपी, लहरा व जीएनडीटीपी, बठिंडा