बठिंडा। त्यौहारों पर पूरी मुस्तैदी से डयूटी दे रही बठिंडा पुलिस जहां सुरक्षा कायम रखने को परिवार छोड़कर दिन रात डयूटी कर रही है, वहीं पुलिस विभाग के एक्शन से अधिकांश पुलिसकर्मी निराश हो गए हैं तथा वह कदम है बठिंडा के करीब 1700 पुलिसकर्मियों व अधिकारियों का एचआए (हाउस रैंट अलाउंस) काटा जाना तथा वह भी कोई 100-200 नहीं, बल्कि एक कर्मचारी का 6000 से लेकर 6500 रुपये तक का एचआरए काटा गया है।
त्यौहारों में बिना किसी जानकारी इस तरह की कटौती होने से परिवार को त्यौहारों में किसी तरह की वस्तुओं आदि की खरीद करने की योजनाएं भी एक बारगी धरी रह गई हैं। पुलिस कर्मियों के अनुसार अगर किसी तरह की वेतन में एचआरए या कुछ और की कटौती की जानी थी तो उसे त्यौहारों के बाद भी किया जा सकता था तथा त्यौहारों में पैसे आदि की जरूरत होने के चलते परिवारों ने पहले ही योजनाएं बनाई होती हैं, लेकिन अब अधिकांश परिवारों की त्यौहारों की प्लानिंग एक बारगी खराब हो गई है।
वहीं एसपी (एच) सुरिंदरपाल सिंह ने कहा कि विभाग पुलिस कर्मियों को दिए जाने वाले एचआरए को चैक कर रहा है तथा यह पुलिस विभाग का इंटर्नल मैटर है। इसमें पूरे सिस्टम को रिव्यू कर विभाग कोई फैसला करेगा। गौरतलब है कि नवंबर माह में डीजीपी पंजाब का दौरा प्रस्तावित है तथा उसमें रखे जाने वाले एजेंडा में एचआरए भी एक प्वाइंट है जिस पर चर्चा की जानी है। जानकारी के अनुसार आसपास के जिलों में अकेले बठिंडा में ही एचआरए काटा गया है।
सिपाही से लेकर एएसआई का कटा पैसा
जिला बठिंडा में करीब 2500 पुलिसकर्मी हैं जिसमें कोई किराये या अपने मकान में रहते हैं जिन्हें राज्य सरकार की तरफ से एरिया के हिसाब से एचआरए वेतन के साथ अदा किया जाता है, लेकिन पुलिस विभाग इस समय पुलिसकर्मियों को दिए जाने वाले एचआरए को लेकर किसी तरह के पैदा हुए संशय के चलते पूरे सिस्टम को रिव्यू कर रहा है तथा इसके चलते करीब 1700 पुलिस मुलाजिमों को हर माह वेतन के साथ मिलते एचआरए को काट लिया गया है। इस पुलिस कर्मचारियों में सिपाही से लेकर एएसआई रेंक के कर्मचारी शामिल हैं। बुधवार को सैलरी अपलोड होने के बाद कर्मचारी अपने साथी कर्मचारियों के अलावा सीनियर अधिकारियों से संपर्क कर उक्त राशि के कटने को लेकर जानकारी लेने में जुटे रहे, लेकिन उन्हें एचआरए कटने के बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।