सूबे में जहरीली शराब पीने से रविवार को 10 और लोगों की मौत हो गई। तरनतारन में 9 व बटाला में एक और व्यक्ति ने दम तोड़ा। कुल मिलाकर तीनों जिलों में जहरीली शराब के कहर से अब तक 97 मौतें हो चुकी हैं। तरनतारन में मृतकों का आंकड़ा 72, बटाला में 13 और अमृतसर में 12 हो गया है।
रविवार को रेशम सिंह (56), जोगा सिंह (60), दिलबाग सिंह (48), कृपाल सिंह (49), सतपाल सिंह (52), जतिंदर सिंह(29), तरसेम (38), हरजिंदर सिंह और कुलवंत सिंह की मौत हुई। वहीं अमृतसर में उपचाराधीन बटाला के ईसानगर के वासी यूनुस की भी मौत हो गई। तरनतारन सिविल अस्पताल में रविवार को कुल 17 पोस्टमार्टम किए गए। 16 नई बॉडी भी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाई गईं। उधर, रविवार को भी पुलिस व आबकारी विभाग की टीमों ने विभिन्न जिलों में लगभग 130 जगह छापेमारी की। दोनों विभाग की टीमों ने इस दौरान अलग-अलग जगह से 63 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो कि अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त है। अब इनसे पूछताछ के बाद पुलिस अगला कदम उठाएगी। सीएम अमरिंदर सिंह व डीजीपी दिनकर गुप्ता ने सोमवार को संयुक्त बैठक बुलाई है।
अकाली और कांग्रेस नेताओं पर अवैध शराब रखने के केस दर्ज
जंडियाला गुरु पुलिस ने अवैध शराब का कारोबार करने वाले करीब दर्जन से अधिक मामले दर्ज किए हैं। पुलिस ने जंडियाला गुरु के वार्ड-3 से अकाली कौंसलर हरजिंदर सिंह बामन और गांव छापा राम सिंह से पूर्व कांग्रेसी सरपंच तोता सिंह के खिलाफ अवैध शराब रखने का केस दर्ज किया है। जंडियाला गुरु के शेखुपुरा माेहल्ले के सुखदेव सिंह मट्टी पर भी मामला दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है मट्टी कांग्रेस से जुड़े हैं।
अस्पतालों में मृतकों के पोस्टमार्टम को लेकर परेशान हुए परिजन
तरनतारन सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने को लेकर कोई व्यवस्था नहीं होने से परिजन परेशान रहे। परिजनों की ओर से एंबुलेंस सर्विस नहीं मिलने पर अस्पताल तक पहुंचने के लिए शवों को ट्रैक्टर, टेंपो और चारपाई पर लाया गया।
3 दिन में 37 लाख एमएल अवैध शराब, 31 हजार लीटर लाहन पकड़ी
सूबे में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद पुलिस ने शराब माफिया पर बड़ी कार्रवाई की है। 17 जिलों से लिए डाटे के अनुसार पुलिस ने पिछले 3 दिनों में 37,60,500 एमएल अवैध शराब, 5753 बोतलें और 113 पेटी शराब पकड़ी है। इसके अलावा 3,1728 लीटर अवैध लाहन यानी कच्ची शराब पकड़ी है। अमृतसर में 3 चालू भट्ठी, 7485 किलोग्राम लाहन, 131.25 लीटर अल्कोहल भी बरामद हुई है। बटाला व तरनतारन में भी चालू भटि्ठयां मिलीं। 3 दिनों में 393 एफआईआर व 152 को गिरफ्तार किया है।
पंजाब में जहरीलर शराब से मौतों पर सियासत गर्मा गई है। आम आदमी पार्टी के साथ-साथ शिरोमणि अकाली दल ने राज्य की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर हमला बोल दिया है। शिअद ने आरोप लगाया है कि यह ‘कांग्रेस मेड दुर्घटना’ है और इसमें कांग्रेस के कई विधायक शामिल हैं। शिअद महासचिव और विधायक बिक्रम ङ्क्सह मजीठिया ने ने कहा कि इसके पीछे कांग्रेस के करीब आधा दर्जन विधायक शामिल हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।
शिरोमणि अकाली दल का आरोप: कांग्रेस के आधा दर्जन विधायक ‘कांग्रेस मेड दुर्घटना’ में शामिल
मजीठिया ने इस पूरे मामले की जांच सीबीआइ या हाई कोर्ट के सिटिंग जज से करवाने की मांग को दोहराते हुए कहा कि तरनतारन के तत्कालीन एसएसपी ध्रुव दहिया पर कत्ल का पर्चा दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दहिया को कांग्रेस ने ‘पदोन्नति’ देते हुए तरनतारन से हटाकर अमृतसर देहाती का एसएसपी लगा दिया जबकि तरनतारन में सबसे ज्यादा जहरीली शराब पीकर लोगों की मौत हुई।
कहा, बड़ी मछलियों को बचाने के लिए लीपापोती कर रही कांग्रेस
मजीठिया ने कहा कि जिस प्रकार से दो साल पहले अमृतसर में दशहरे वाले दिन रेल हादसा हुआ था और सरकार ने लीपापोती की थी, उसी प्रकार कांग्रेस सरकार इस मामले में भी लीपापोती करने में जुट गई है। एसएचओ, एक्साइज के इंस्पेक्टरों पर कार्रवाई की जा रही है जबकि बड़ी मछलियों को पकड़ा नहीं जा रहा है। यही नहीं जिस जिले में सबसे ज्यादा मौतें हुईं, जिस एसएसपी को अवैध शराब के बारे में सबकुछ पता था, उसे ट्रांसफर कर अमृतसर (देहात) लगाया जा रहा है। मजीठिया ने कहा कि दहिया और तरनतारन के डिप्टी कमिश्नर पर कत्ल का पर्चा दर्ज होना चाहिए।
कहा- मौतों का आंकड़ा छिपा रही सरकार
बिक्रम सिंह मजीठिया ने कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पर जहरीली शराब पीने से होने वाली मौत का आंकड़ा छिपाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अभी तक 100 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं लेकिन सरकारी आंकड़ा 90 तक भी नहीं पहुंचा है।
कहा- विधायकों की रहनुमाई में चल रहा था धंधा
मजीठिया ने कहा कि पट्टी के विधायक हरमिंदर गिल, खडूर साहिब के रमनजीत सिंह सिक्की, जंडियाला गुरु के सुखविंदर सिंह डैनी, तरनतारन के डा. धरमवीर अग्निहोत्री की रहनुमाई में अवैध शराब का धंधा फलफूल रहा था। मुख्यमंत्री समेत प्रशासन को इस बात की अच्छी तरह से जानकारी थी। लॉकडाउन के दौरान जब पंजाब में कफ्र्यू लगा हुआ था तब भी अवैध शराब के कारोबार का मामला गर्म था लेकिन सरकार ने केवल एक एसआइटी बनाकर मामले पर पर्दा डाल दिया।
पूर्व मंत्री ने अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का नाम लिए बगैर कहा कि जब मंत्रियों और चीफ सेक्रेटरी का विवाद हुआ तब कुछेक विधायकों ने ट्वीट कर अवैध शराब के मामले में जांच की मांग की थी लेकिन इस बार जब इतने लोगों की मौत हो गई है तो वे चुप बैठे हैं। मजीठिया ने कहा कि मंत्री और चीफ सेक्रेटरी के विवाद को लेकर अगर कार्यवाही की गई होती तो 100 लोगों की मौत न हुई होती।
मजीठिया ने कहा- सीएम लोगों का ध्यान भटकाने में लगे
बटाला के पूर्व विधायक अश्वनी सेखड़ी का हवाला देते हुए मजीठिया ने कहा, सेखड़ी ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में स्पष्ट किया है कि अफसरों को विधायक व मंत्री लगा रहे हैं। इसके बावजूद मुख्यमंत्री मामले पर से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को इन मौतों की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफे दे देना चाहिए।
पंजाब में जहरीली शराब से मौत पर सियासत तेज, CBI जांच पर भिड़े केजरीवाल व कैप्टन
पंजाब में जहरीली शराब से 116 लाेगों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार पूरे मामले को लेकर विपक्ष के निशाने पर है। राज्य में इस मामले पर राजनीति चरम पर पहुंच गई है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ आम आदमी पार्टी (AAP) भी कैप्टन सरकार पर हमलावर हो गई है। आप ने पंजाब में कई जगहों पर प्रदर्शन किया। इसके साथ ही इस मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह आपस में भिड़ गए हैं। केजरीवाल ने सीबीआइ जांच की मांग की तो कैप्टन अमरिंदर ने उनको खूब खोटी सुनाई। केजरीवाल के साथ ही आप के पंजाब प्रधान भगवंत मान ने भी पंजाब सरकार पर हमला किया।
केजरीवाल ने कहा, सीबीआई जांच हो, कैप्टन का जवाब- आपको कोई शर्म-हया है
अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में नकली शराब पीने से हुई मौतों को लेकर सीबीआइ जांच की मांग की। इस पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पलटवार किया। उन्होंने केजरीवाल को कहा कि अपने काम के काम रखो। बहुत सी मौतें हो गई है। इस पर आप राजनीतिक लाभ कमाना चाहते हो। क्या आपको कोई शर्म-हया है? दोनों के बीच टिवटर वार चला।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को पंजाब में औंधे मुंह गिर चुकी आम आदमी पार्टी को फिर से पैरों पर खड़ा करने के लिए इस तरह की बात कर रहे हैं। केजरीवाल इस दुखद मामले पर राजनीतिक रोटियां न सेकें। कैप्टन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को अपने राज्य में अमन-कानून की व्यवस्था पर ध्यान देने के लिए कहा जहां अपराधी और गैंगस्टर बेखौफ होकर वहां की गलियों में दनदनाते हुए घूमते हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा- अपने काम से काम रखें केजरीवाल, पंजाब पुलिस कर रही है कार्रवाई
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि स्थानीय पुलिस द्वारा पिछले कुछ महीनों के दौरान अवैध शराब का कोई भी केस हल नहीं किया गया है। इस पर कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि केजरीवाल फिजूल बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप नेता को कुछ भी बोलने से पहले अपने तथ्य जांच लेना चाहिए। कैप्टन अमरिंदर ने हाल ही में 22 अप्रैल को खन्ना में अवैध शराब की एक फैक्ट्री का पर्दाफाश किए जाने का हवाला दिया। कैप्टन ने कहा कि पुलिस कार्रवाई कर रही है और आइ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और सात अन्य भगोड़े व्यक्तियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।
कैप्टन अमरिंदर ने कहा किक एक अन्य मामले में पटियाला जिले में अवैध शराब की डिस्टिलरी चलाने के पीछे के दो सरगनों को 22 मई और 13 जून को इसी साल गिरफ्तार किया गया। 10 जुलाई को अदालत में चालान पेश किया गया। मई महीने में ऐसे ही एक अन्य मामले का माफिया सरगना को गिरफ्तार करके पर्दाफाश किया गया। उसके खिलाफ अगली कार्यवाही के लिए रसायन अध्ययन रिपोर्ट का पुलिस द्वारा इंतजार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल द्वारा सीबीआइ जांच की मांग राजनीतिक ड्रामेबाजी के अलावा कुछ नहीं। इसके पीछे उनकी मंशा अपनी पार्टी के उखड़े पैर फिर से जमाने का प्रयास है, जो मुख्य विरोधी पार्टी होने के बावजूद पंजाब में अपना अस्तित्व पूरी तरह गंवा चुकी है। कैप्टन ने कहा कि कांट्रेक्ट किलिंग के मामले सीबीआइ को जांच सौंपे होने के बावजूद यह पंजाब पुलिस ही थी जिसने इनको हल किया। यहां तक कि बेअदबी मामलों में सीबीआइ असफल रही है और यह पंजाब पुलिस ही है जो मामलों के तथ्य सामने ला रही है।
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि वह उन सभी व्यक्तियों के खिलाफ जल्द कड़ी कार्रवाई चाहते हैं, जिनके लालच के कारण राज्य में 100 के करीब जान गई हैं। मुख्यमंत्री अमरिंदर ने केजरीवाल से कहा कि वह पंंजाब सरकार पर गलत आरोप लगाने से पहले अपने राज्य के आंकड़े चेक कर लें। उन्होंने केजरीवाल से कहा, ‘आप हमारे कामकाज पर टिप्पणी करने से पहले अपनी पंजाब यूनिट को कहकर तथ्य और आंकड़े क्यों नहीं मंगवाते।’
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि वह पहले अपने राज्य दिल्ली में कोविड की भयानक स्थिति पर ध्यान केंद्रित करें। मुख्यमंत्री ने कोविड के खिलाफ लड़ाई के लिए केजरीवाल को शुभकामनाएं देते हुए कहा, ‘पंजाब मामलों संबंधी चिंता करने की बजाय पहले आप दिल्ली के लोगों की सेहत और जिंदगी का ख्याल क्यों नहीं कर रहे।’ कैप्टन ने कहा कि इस दुखद घटना में तीन जिलों में पांच केस दर्ज करते हुए 30 व्यक्तियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा पंजाब पुलिस और आबकारी एवं कर विभाग के 13 कर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही के दोष में सस्पेंड किया गया है।
अकालियों ने चिट्टे से तबाह किया, कांग्रेसी जहरीली शराब बेच रहे : मान
दूसरी तरफ उधर आप ने लुधियाना सहित पंजाब के कई शहरों में जहरीली शराब मामले के विरोध में प्रदर्शन किया। आप के सांसद व प्रदेश प्रधान भगवंत मान ने तरनतारन और अमृतसर में जाकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। मान ने कहा कि लोग स्पष्ट कह रहे हैं कि जहरीली शराब के कारोबार में मौजूदा सियासतदानों व उनके करिंदों का हाथ है। गांव पंडोरी गोला में आठ से दस लोग अवैध शराब की सप्लाई का काम करते हैं, जबकि पुलिस ने सिर्फ एक ही व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की।
मान ने कहा कि मौजूदा हालात में कांग्रेस नेता इन गांवों में आने से परहेज कर रहे हैं। पहले अकालियों ने चिट्टे से गांवों के नौजवानों की जवानी तबाह की अब कांग्रेसी शराब के रूप में जहर बांट रहे हैं। अवैध शराब का कारोबार राजनेताओं व पुलिस की मिलीभगत के बगैर चलना संभव नहीं है। वहीं, आप के कार्यकर्ताओं ने पंजाब के सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रदर्शन किया। सत्ता पक्ष भले ही दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने का भरोसा दे रही हो लेकिन विपक्ष ने इस मुद्दे को धार देना शुरू कर दिया है।