अमृतसर. पंजाब में एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर ने प्रधानमंत्री और भारतीय विदेश मंत्रालय को पाकिस्तान उच्चायोग में उसके साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर शिकायत की है। पीड़ित प्रोफेसर ने आरोप लगाया है कि पाक उच्चायोग के कर्मचारी ने वीजा देने के बदले यौन संबंधों की मांग की। जब उन्होंने इनकार किया तो गैरशादीशुदा अकेले पाक जाने की मांग करने पर जलील भी किया।
पीड़ित प्रोफेसर ने दैनिक भास्कर को बताया कि घटना 15 मार्च 2022 की है। उन्होंने पाक वीजा के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। जब वे उच्चायोग में वीजा के लिए गई तो पहले उन्हें मना कर दिया गया। जब वे लौटने वाली थीं तो पाक उच्चायोग का एक कर्मचारी उनके पास आया। वीजा के लिए उसे कुछ देर बैठाया और फिर इंटरव्यू के नाम पर दूसरे कमरे में ले गया।
कुछ घंटे के लिए शादी का प्रपोजल दिया
45 मिनट तक उस कर्मचारी ने उनके साथ अश्लील बातें की। उसने उनके साथ संबंध बनाने पर जोर डाला। इतना ही नहीं, शारीरिक संबंधों के लिए कुछ घंटों के लिए शादी करने का भी प्रपोजल दे दिया।
मना करने पर किया जलील
पीड़ित प्रोफेसर ने जानकारी दी कि उन्होंने उक्त कर्मचारी को जब हर बात के लिए मना कर दिया तो उसने उन्हें जलील करने में भी कसर नहीं छोड़ी। उसने कहा कि पाकिस्तान फास्ट लड़कियों को वीजा नहीं देता। फास्ट वे लड़कियां होती हैं जो बिना मर्द के पाकिस्तान जाना चाहती हैं।
कश्मीर पर आर्टिकल लिखने का भी दिया ऑफर
कुछ देर बाद कमरे में दूसरा कर्मचारी आया। उसने उन्हें कश्मीर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आर्टिकल व पोस्ट डालने के लिए कहा। इसके लिए उन्हें मोटे पैसे भी ऑफर किए गए, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
वॉट्सऐप पर भी करते रहे अश्लील मैसेज
दोनों कर्मचारी यहां भी नहीं रुके। कुछ दिनों के बाद दोनों ने उन्हें मैसेज करने शुरू कर दिए। वह उन्हें एक रात के लिए बुला रहे थे और अगले दिन वीजा देने जैसी बातें कर रहे थे। परेशान होकर उन्होंने मैसेज के स्क्रीनशॉट लिए और इसके खिलाफ आवाज उठाने का मन बनाया।
पाकिस्तान की एबटाबाद यूनिवर्सिटी में देना था लेक्चर
पीड़ित प्रोफेसर ने जानकारी दी कि उनकी एक दोस्त प्रोफेसर ने उन्हें एबटाबाद यूनिवर्सिटी में लेक्चर के लिए न्योता भेजा था। उसके लिए वह पाकिस्तान जाना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने 19 से 25 मार्च 2022 को वीजा की मांग की थी।
भारत सरकार की तरफ से भी नहीं मिला जवाब
पीड़ित प्रोफेसर ने बताया कि मार्च में वॉट्सऐप मैसेज का सबूत लेकर उन्होंने मई 2022 में पाकिस्तान उच्चायोग, पाक विदेश मंत्रालय को शिकायतें भेजीं, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। अक्टूबर 2022 में उन्होंने भारत के विदेश मंत्रालय और होम मिनिस्ट्री के बाद प्रधानमंत्री को शिकायत भेजी।
हैरानी की बात है कि भारत से भी उन्हें इंसाफ नहीं मिला है। उनकी शिकायत को सुना गया और नोट किया गया, लेकिन आज तक भारत सरकार की तरफ से इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
भारत के विदेश मंत्री को भेजी गई शिकायत