PM मोदी का दौरा LIVE:मोदी ने वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया, बोले- रानी कमलापति का नाम जुड़ने से गोंड गौरव रेल से जुड़ा

लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को देश का सर्वश्रेष्ठ बताते हुए कहा कि स्टेशनों में स्टेशन, रानी कमलापति स्टेशन। उन्होंने कहा कि भोपाल मेट्रो को रानी कमलापति स्टेशन से इंटीग्रेट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रानी कमलापति का नाम जुड़ने से गोंड गौरव भारतीय रेलवे से जुड़ा है। एक जमाना था, जब रेलवे के प्रोजेक्ट को ड्राइंग बोर्ड से जमीन पर उतरने में सालों साल लग जाते थे। मैंने पिछले दिनों समीक्षा की तो एक प्रोजेक्ट 40 साल से कागजों पर है। अब यह काम भी मुझे ही करना पड़ेगा, मैं करूंगा, यह भरोसा देता हूं।

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भोपाल. अमर शहीद बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस समारोह को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पहुंचे। 100 करोड़ से बने रेलवे स्टेशन की उन्हें रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उन्हें जानकारी दी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने वर्ल्ड क्लास स्टेशन रानी कमलापति (हबीबगंज) का लोकार्पण किया।

लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को देश का सर्वश्रेष्ठ बताते हुए कहा कि स्टेशनों में स्टेशन, रानी कमलापति स्टेशन। उन्होंने कहा कि भोपाल मेट्रो को रानी कमलापति स्टेशन से इंटीग्रेट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रानी कमलापति का नाम जुड़ने से गोंड गौरव भारतीय रेलवे से जुड़ा है। एक जमाना था, जब रेलवे के प्रोजेक्ट को ड्राइंग बोर्ड से जमीन पर उतरने में सालों साल लग जाते थे। मैंने पिछले दिनों समीक्षा की तो एक प्रोजेक्ट 40 साल से कागजों पर है। अब यह काम भी मुझे ही करना पड़ेगा, मैं करूंगा, यह भरोसा देता हूं।

इस स्टेशन की खासियत यह है कि यहां एंटर होते ही एयरपोर्ट जैसा फील आएगा। यहां पर एक साथ करीब 2000 लोग एक साथ बैठ सकेंगे। मॉडर्न टॉयलेट, क्वालिटी फूड, म्यूजियम और गेमिंग जोन की भी यहां सुविधा है। स्टेशन पर जल्द ही स्पा भी खुलेगा।

पीएम ने कहा- आज का दिन देश के लिए गौरवपूर्ण इतिहास और वैभवशाली भविष्य के संगम का दिन है। भारतीय रेल का भविष्य कितना आधुनिक है। कितना उज्जवल है। इसका प्रतिबिंब भोपाल के इस भव्य रेलवे स्टेशन में जो भी आएगा, उसे दिखाई देगा। भोपाल के इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन का सिर्फ कायाकल्प नहीं हुआ है, बल्कि गिन्नौरगढ़ की रानी का नाम जुड़ने से इसका महत्व और बढ़ गया है। पढ़िए, रेलवे स्टेशन के उद्घाटन पर क्या बोले पीएम…

  • 6 साल पहले तक जिसका भी पाला भारतीय रेल से पड़ता था, वो भारतीय रेल को ही कोसते हुए ज्यादा नजर आता था। स्टेशन पर भीड़ भाड़ गंदगी। खाने-पीने की असुविधा। ट्रेन में गंदगी। सुरक्षा की भी चिंता रहती थी। लोग चेन लेकर बैग में ताला लगाते थे। दुर्घटना का भी डर रहता था।
  • गोंडवाना के गौरव से आज भारतीय रेल का गौरव भी जुड़ गया है। ये भी ऐसे समय में हुआ है, जब आज देश जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। इसके लिए मध्य प्रदेश के सभी बहन-भाइयों को बहुत बधाई। जब देश में ईमानदारदी से प्रयास होते हैं, तो सुधार होता ही होता है।
  • आज देश के पौने दो सौ से अधिक स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है। आत्मनिर्भर भरत के संकल्प के साथ भारत आने वाले सालों के लिए खुद को तैयार कर रहा है। बड़े लक्ष्यों पर काम कर रहा है। आज का भारत आधुनिक भारत के निर्माण के लिए रिकॉर्ड इन्वेस्टमेंट कर रहा है।
  • हाल में शुरू हुआ पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान इसी संकल्प की सिद्धि में देश की मदद करेगा। इन्फ्रॉस्ट्रक्चर से जुड़ी सरकार की नीतियां हों, प्रोजेक्ट्स की प्लानिंग हो, गतिशक्ति सभी का मार्गदर्शन करेगा। जब हम मास्टर प्लान को आधार बनाकर चलेंगे तो देश के संसाधनों का भी सही उपयोग होगा। इसके तहत सरकार अलग-अलग मंत्रालयों को एक प्लेटफॉर्म पर ला रही है।
  • एक जमाना था जब रेलवे इन्फ्रॉस्ट्रक्चर को भी ड्रॉइंग वाड्र से जमीन पर उतरने में सालों साल लग जाते थे। मेरे सामने रेलवे के कुछ प्रोजेक्ट ऐसे आए, जो 40 साल पहले घोषित हो चुके थे, लेकिन कागज पर एक लकीर भी नहीं बनी। मैं इन्हें कर रहा हूं और करूंगा, आपको भरोसा देता हूं।
  • काम की यही गति आज दूसरे प्रोजेक्ट में भी दिखती है। पिछले सात साल में हर साल औसतन ढाई हजार किमी ट्रैक कमीशन्ड किया गया है। इससे पहले के सालों में यह 1500 किमी के आसपास ही होता था। पिछले सालों के मुकाबले रेलवे ट्रैक की इलेक्ट्रीफिकेशन की रफ्तार 5 गुना से अधिक हुई है। एमपी में सवा ग्यारह सौ किमी के प्रोजेक्ट कमीशन्ड हो चुके हैं।
  • आने वाले दिनों में कुछ और रामायण एक्सप्रेस ट्रेन भी चलने वाली है। आज सेमी हाईस्पीड ट्रेनें रेल नेटवर्क का हिस्सा बनती जा रहीं हैं। आजादी के अमृत महोत्सव के आने वाले दो सालों में 75 भारत वंदे ट्रेन देश भर में चलेंगी। भारतीय रेल पुरानी विरासत को आधुनिकता के दौर में ढाल रही है।
  • मध्यप्रदेश की दिखेगी झलक
    इस रेलवे स्टेशन में मध्यप्रदेश के पर्यटन और दर्शनीय स्थलों, जैसे भोजपुर मंदिर, सांची स्तूप और भीमबैठका के चित्र प्रदर्शित होंगे। स्‍टेशन के मेन गेट के अंदर दोनों ओर की दीवारों पर भील, पिथोरा पेंटिंग्स भी होंगे। जनजा‍तीय शिल्‍पकला पेपरमेशी से बनाए गए जनजातीय मुखौटे को मुख्य गेट के सामने की वॉल पर लगाया गया है। फर्स्‍ट फ्लोर पर टूरिस्ट इंफॉर्मेशन लाउंज में एक बड़ी LED स्क्रीन इंस्‍टाॅल की गई है, जिससे यात्रियों और पर्यटकों को प्रदेश के पर्यटन स्‍थलों की संपूर्ण जानकारी मिल सकेंगी।

    रोजाना 40 हजार यात्रियों का ट्रैफिक

    जर्मन हेडलबर्ग रेलवे स्टेशन की तरह री-डेवलप किए गए रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर रोजाना 40 हजार यात्रियों का आना-जाना होगा। हबीबगंज में रोजाना करीब 40 जोड़ी ट्रेनों को स्टॉपेज दिया जाएगा। कोविड से पहले तक यहां हर रोज 54 जोड़ी ट्रेनों का संचालन होता था। करीब 25 हजार लोगों की आवाजाही हो रही थी। फिलहाल अभी 22 जोड़ी ट्रेनों का संचालन हो रहा है।

    अंडरग्राउंड सब-वे से एक साथ गुजरेंगे 1500 यात्री

    रानी कमलापति स्टेशन पर आने वाले करीब 1500 यात्री एक साथ अंडरग्राउंड सब-वे से गुजर सकेंगे। स्‍टेशन में ऐसे दो सब-वे बनाए गए हैं। भीड़ के दबाव को भी कम किया जा सकेगा। स्टेशन में एक नंबर प्लेटफार्म की तरफ से एंट्री ग्लास डोम वाले चमचमाते गेट से होगी। एक प्लेटफॉर्म पर एक समय पर 2 हजार यात्री ट्रेनों का इंतजार कर सकेंगे। 36 मीटर ऊंची बिल्डिंग में 2000 से अधिक यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था है।

    पैसेंजर सेग्रीगेसन की सुविधा

    स्टेशन को पैसेंजर सेग्रीगेसन प्रिंसिपल पर डिजाइन किया गया है। इसका मतलब है कि यहां यात्रियों के आने और जाने की व्यवस्था अलग-अलग रखी गई है, जिससे स्टेशन पर भीड़ न हो और किसी को कोई परेशानी भी न आए।

    स्टेशन एक नजर में

    • स्टेशन परिसर का एरिया 23 हजार वर्ग मीटर है। 17 हजार वर्ग मीटर जमीन कमर्शियल उपयोग के लिए है।
    • इस जमीन पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, हॉस्पिटल, सिनेमा, होटल और दुकानें बन रही हैं। डेवलपर का 45 साल तक यह जमीन लीज पर दी गई है।
    • डेवलपर को यात्री सुविधा वाले हिस्सों की देखरेख और रखरखाव पांच साल तक करना होगा।
    • प्लेटफॉर्म-1 की तरफ 210 फोर ह्वीलर व्हीलरऔर 600 टू व्हीलर और प्लेटफॉर्म-5 की ओर 90 फोर व्हीलर और 250 टू व्हीलर पार्किंग की सुविधा है।
    • हर प्लेटफार्म पर 9 और कॉनकोर्स पर 20 फूड स्टॉल। प्लेटफॉर्म-एक की तरफ 36 मीटर ऊंची बिल्डिंग में फूड कोर्ट।
    • स्टेशन पर 3 ट्रेवलेटर, 8 लिफ्ट, 12 एस्केलेटर, 120 इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले , 170 हाई रिजोल्यूशन कैमरे, 300 LED

    इससे पहले मोदी ने जंबूरी मैदान से विपक्ष पर निशाने साधे। उन्होंने कहा- आजादी के बाद की सरकारों ने आदिवासियों की समृद्ध विरासत के बारे में देश को नहीं बताया।

    मोदी के भाषण की प्रमुख बातें

    • पीएम ने कहा कि आज भारत अपना पहला जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। आजादी के बाद देश में पहली बार, इतने बड़े पैमाने पर पूरे देश के जनजातीय समाज की कला, संस्कृति, स्वतंत्रता आंदोलन और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को गौरव के साथ याद किया जा रहा है।
    • जीवन के महत्वपूर्ण कालखंड को मैंने आदिवासियों के बीच बिताया है। जीवन जीने का कारण, जीवन जीने के इरादे को आदिवासी परंपरा बखूबी प्रस्तुत करती है।
    • जनजातीय सम्मेलन पर कुछ लोगों को हैरानी होती है। ऐसे लोगों को विश्वास ही नहीं होता कि जनजातीय समाज का भारत की संस्कृति को मजबूत करने में कितना बड़ा योगदान रहा। आदिवासियों के बारे में देश को अंधेरे में रखा गया। अगर बताया भी गया तो बहुत ही सीमित दायरे में जानकारी दी गई। आजादी के बाद इतने दशक तक सरकार चलाने वालों ने अपने स्वार्थ को प्राथमिकता दी।
    • जनजातीय समाज के आत्मविश्वास के लिए, अधिकार के लिए हम दिन-रात मेहनत करेंगे। हम इस संकल्प को फिर दोहरा रहे हैं कि जैसे हम गांधी जयंती मनाते हैं, सरदार पटेल की जयंती मनाते हैं, वैसे ही भगवान बिरसा मुंडा की जयंती हर साल जनजातीय गौरव दिवस के रूप में पूरे देश में मनाई जाएगी।

    शिवराज सिंह चौहान के भाषण की बड़ी बातें

    मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर निशाने साधे। उन्होंने कहा कि जो कभी कहते थे कि BJP आदिवासी विरोधी है, आज वही इस सम्मेलन को फिजूल खर्च बता रहे हैं।

    • मुख्यमंत्री ने करीब 20 मिनट भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने भारत माता के जयघोष के बाद भगवान बिरसा कहकर शुरुआत की। रानी कमलापति की जीवनी सुनाई। वैक्सीन, डीजल पेट्रोल पर टैक्स् ड्यूटी घटाने, फ्री राशन, डीएपी के दाम कम कराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद दिया।
    • भाषण में 30 से अधिक बार प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र किया। उन्होंने भाषण के बीच में कहा कि वैक्सीन का डोज नहीं, प्रधानमंत्री ने जिंदगी का डोज दिया। डीजल पेट्रोल की कीमतें घटाने के फैसले को ऐतिहासिक करार दिया तो गांव-गांव बिजली पहुंचाने को चमत्कार बताया।
    • सीएम कांग्रेस पर भी हमलावर रहे। वे बोले- रानी कमलापति के गौरवशाली इतिहास को अंग्रेजों और कांग्रेस ने कभी सामने नहीं आने दिया। कांग्रेस को हमेशा एक ही परिवार को श्रेय देने वाला बताया। उन्होंने राशन आपके द्वार योजना का ऐलान किया। कहा कि इससे ग्रामीणों को राशन के लिए कतारें नहीं लगाना पड़ेंगी।

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