सीरम इंस्टिट्यूट में आग:कंपनी के CEO अदार पूनावाला ने कहा- हादसे में 1 हजार करोड़ का नुकसान; सीएम ठाकरे बोले- घटना की जांच होगी

हादसे के एक दिन बाद सीएम उद्धव ठाकरे पुणे के सीरम इंस्टिट्यूट पहुंचे गुरुवार को सीरम इंस्टिट्यूट के टर्मिनल में आग लगने से 5 मजदूरों की मौत हो गई थी

पुणे। पुणे स्थित कोरोना की वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट में हादसे के एक दिन बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे दौरा करने पहुंचे। इस दौरान सीएम के साथ कंपनी के CEO अदार पूनावाला भी मौजूद रहे। पूनवाला ने बताया कि इस हादसे में करीब एक हजार करोड़ का नुकसान हुआ है। इस सीएम ठाकरे ने कहा कि इस पूरे मामले की गहनता से जांच करवाई जाएगी। गुरुवार को सीरम के एक प्लांट में आग लगने से 5 मजदूरों की मौत हो गई थी।

अग्निकांड का जायजा लेने के लिए सीएम अपने बेटे आदित्य ठाकरे के साथ शाम 5 बजे सीरम इंस्टिट्यूट पहुंचे थे। इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को इसे लेकर चिंता जताते हुए कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट एक विश्व स्तर का संस्थान है, इसमें इस तरह की घटना चिंताजनक है।

अदर पूनावाला ने कहा- एक हजार करोड़ का नुकसान हुआ
सीएम के साथ मौजूद सीरम इंस्टिट्यूट के CEO अदर पूनावाला ने बताया कि इस हादसे में करीब एक हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। अदर के मुताबिक, इमारत के तीन फ्लोर डेमेज हुए हैं। उन्होंने एक बार फिर यह स्पष्ट किया कि कोरोना के लिए बनी वैक्सीन यानी कोवीशील्ड पर कोई असर नहीं पड़ा है। वह पूरी तरह से सुरक्षित है और किसी भी तरह की सप्लाई पर कोई भी असर नहीं होगा। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस अग्निकांड की वजह कुछ अन्य प्रोडक्ट्स के लांच पर असर पड़ सकता है।

इस अग्निकांड में एम-3 बिल्डिंग के तीन फ्लोर जलकर खाक हो गए हैं।
इस अग्निकांड में एम-3 बिल्डिंग के तीन फ्लोर जलकर खाक हो गए हैं।

कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित
गुरुवार दोपहर 2.15 बजे सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के हड़पसर प्लांट में यह हादसा संस्थान के टर्मिनल-1 पर स्थित M1 बिल्डिंग में हुआ। संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि जिस इमारत में यह आग लगी है, उसके एक हिस्से में बीसीजी के टीके का निर्माण होता था, लेकिन वहां भी किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने भी जताया दुख
इस घटना को लेकर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने दुख प्रकट किया है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि घटना की सही तरीके से जांच की जायेगी। महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, ”हम घटना में लोगों की मौत से दुखी हैं। प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। हमें उम्मीद है कि आग लगने के मामले की पूरी जांच होगी।”

घोड़े के फार्म शेड में शुरू हुई थी कंपनी
शेयर होल्डर्स को हटा दिया जाए तो सीरम इंस्टीट्यूट केवल दो लोग चलाते हैं। अदार पूनावाला और उनके पिता सायरस पूनावाला। सायरस एक हॉर्स ब्रीडर थे, जो बाद में अरबपति बने। करीब 50 साल पहले सीरम इंस्टीट्यूट परिवार के घोड़ों के फार्म में एक शेड के नीचे शुरू हुई थी। बाद में सायरस को एहसास हुआ कि वैक्सीन लैब के लिए घोड़ों को दान करने के बजाए वे खुद भी सीरम को प्रोसेस कर वैक्सीन बना सकते हैं।

टिटनस के टीके से कंपनी की शुरुआत की थी
सायरस पूनावाला ने 1967 में टिटनस के टीके बनाकर कंपनी की शुरुआत की थी। इसके बाद सांप के काटने के एंटीडोट्स बनाए। फिर टीबी, हेपिटाइटिस, पोलियो और फ्लू के शॉट्स बनाए। पूनावाला ने पुणे में मौजूद घोड़ों के फार्म से बड़ा वैक्सीन प्लांट तैयार किया। भारत के सस्ते लेबर और एडवांस टेक्नोलॉजी को मिलाकर सीरम इंस्टीट्यूट ने गरीब देशों के लिए सस्ती वैक्सीन सप्लाई करके यूनिसेफ, पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के कॉन्ट्रैक्ट हासिल कर लिए। अब पूनावाला भारत के अमीर परिवारों में से एक हैं। उनकी संपत्ति 37,000 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा है।

कंपनी हर मिनट बनाती है 500 डोज
पूनावाला की कंपनी हर मिनट में वैक्सीन के 500 डोज तैयार करती है। पूनावाला के पास आजकल दुनियाभर के हेल्थ मिनिस्टर, प्राइम मिनिस्टर और तमाम प्रमुखों के फोन आ रहे हैं। पूनावाला कहते हैं कि सभी मुझसे वैक्सीन के पहले बैच के लिए रिक्वेस्ट कर रहे हैं। मैंने सभी को समझाया कि मैं आपको आधी-अधूरी वैक्सीन नहीं दे सकता।

ऑक्सफोर्ड के साथ काम कर रहा है सीरम इंस्टीट्यूट
सीरम ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर कोरोना वैक्सीन बना रही है। कंपनी ने अप्रैल में ही क्लीनिकल ट्रायल्स खत्म होने से पहले ही बड़े स्तर पर वैक्सीन बनाने की घोषणा कर दी थी। मई की शुरुआत में यहां एक सील्ड स्टील बॉक्स में ऑक्सफोर्ड से दुनिया की सबसे भरोसेमंद वैक्सीन का सेल्युलर मटेरियल आया था।

Leave A Reply

Your email address will not be published.