अर्नब चैट लीक मामला:कांग्रेस का आरोप- जर्नलिस्ट को मिलिट्री ऑपरेशन के पहले जानकारी कैसे मिली, सीक्रेट लीक करना देशद्रोह
वकील प्रशांत भूषण ने बीते दिनों सोशल मीडिया पर कुछ वॉट्सऐप चैट शेयर की थीं। दावा है कि यह बातचीत टीवी पत्रकार अर्नब गोस्वामी और BARC के पूर्व CEO पार्थो दासगुप्ता के बीच हुई। इस चैट से पता चलता है कि अर्नब को बालाकोट स्ट्राइक की पहले से जानकारी थी।
नई दिल्ली। रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी के वॉट्सऐप चैट लीक मामले में कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेता एके एंटनी ने कहा कि किसी पत्रकार को 3 दिन पहले ही एयरस्ट्राइक की जानकारी कैसे थी? यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। इससे नेशनल सिक्योरिटी खतरे में पड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि मिलिट्री ऑपरेशन के सीक्रेट लीक करना देशद्रोह है। मामले में दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। सरकार को तत्काल मामले में जांच के आदेश देने चाहिए।
अर्नब की गिरफ्तारी की मांग
वहीं, अर्नब की गिरफ्तारी की मांग के संबंध में महाराष्ट्र के सत्ताधारी गठबंधन में शामिल कांग्रेस और राकांपा के नेताओं ने गृह मंत्री अनिल देशमुख से मंगलवार को मुलाकात की। इसके बाद देशमुख ने कहा कि अर्नब की चैट से पता चलता है कि उन्हें बालाकोट स्ट्राइक की पहले से ही जानकारी थी, जबकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा था। केंद्र सरकार को इस पर नोटिस लेना चाहिए। हम भी इस पर कानूनी सलाह लेंगे। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अर्नब ने जानकारी तीसरे व्यक्ति से भी साझा की
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत की अगुआई में नेता देशमुख से मुलाकात करने पहुंचे। सावंत ने कहा कि यह बेहद चिंता की बात है कि अर्नब को न सिर्फ राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी बेहद गोपनीय जानकारी थी, बल्कि वे इसे BARC के पूर्व CEO पार्थो दासगुप्ता के साथ खुलेआम साझा कर रहे थे।
वकील प्रशांत भूषण ने चैट के स्क्रीन शॉट शेयर किए थे
सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने हाल ही में सोशल मीडिया पर वॉट्सऐप चैट के स्क्रीन शॉट शेयर किए थे। दावा किया जा रहा है कि ये चैट अर्नब गोस्वामी और पार्थो दासगुप्ता के बीच हुई थी। दासगुप्ता 2013 से 2019 के बीच BARC के CEO थे। BARC वह संस्था है, जो देश के 45 हजार घरों में टीवी पर लगे बार-ओ-मीटर के जरिए हर हफ्ते बताती है कि कौन-सा चैनल कितना देखा जा रहा है।