7 राज्यों से किसानों की रैली LIVE:हरियाणा के फरीदाबाद में लाठीचार्ज के बाद तनाव, UP में सपा कार्यकर्ताओं-पुलिस के बीच झड़प
यह फोटो सिंघु बॉर्डर का है। ट्रैक्टर रैली से पहले किसान यहां जुटे। देश के कुछ और राज्यों में किसान स्थानीय स्तर पर रैली निकाल रहे हैं। हरियाणा और यूपी में उनकी पुलिस से झड़प भी हुई।
नई दिल्ली। दिल्ली के 3 बॉर्डर पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के लिए पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसान पहुंचे हैं। इन 3 बॉर्डर के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में किसान रैली निकाल रहे हैं। किसान आंदोलन का सबसे बड़ा असर यह रहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने पानीपत के तय कार्यक्रम को छोड़कर पंचकूला में ध्वजारोहण किया। यहां के फरीदाबाद में किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। यहां हम आपको देश के 7 राज्यों से किसान आंदोलन के LIVE UPDATES दे रहे हैं।
किसानों के आंदोलन पर 7 राज्यों की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी का ट्रैक्टर मार्च
समाजवादी पार्टी UP के हर जिले में ट्रैक्टर मार्च निकाल रही है। लखनऊ में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। बस्ती, शामली और सिद्धार्थनगर में सपा कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई। मुजफ्फरनगर में सपा नेताओं ने ट्रैक्टर मार्च निकाला।
गाजियाबाद में पथराव, बैरिकेड्स तोड़कर आगे बढ़े किसान
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में गाजीपुर बॉर्डर पर भिड़ंत हो गई। पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले छोड़े गए। किसानों ने भी पुलिस पर पथराव कर दिया और गाड़ियों में तोड़फोड़ की। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने तय रूट पर भी बैरिकेड्स लगाए थे, इस वजह से उन्होंने बैरिकेड्स हटाए। गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसानों ने अक्षरधाम में बैरिकेड्स को तोड़ दिया। किसान सराय काले खां की ओर बढ़ते नजर आए।
राजस्थान: किसानों का दिल्ली कूच
अलवर के शाहजहांपुर बॉर्डर से किसानों का दिल्ली कूच सुबह 11 बजे शुरू हुआ। पहला ट्रैक्टर इस आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के नाम का निकला। इसके बाद दूसरे ट्रैक्टर बॉर्डर से गुजरे। हरियाणा पुलिस जयपुर-दिल्ली हाईवे से एक-एक ट्रैक्टर को आगे जाने दे रही है। परेड में ट्रैक्टर से ज्यादा जीप और कारें हैं। जयपुर-दिल्ली हाईवे पर करीब 30 किलोमीटर तक वाहन हैं। किसानों के समर्थन में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस सेवादल भी जयपुर से दिल्ली पहुंचा है। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास खुद ट्रैक्टर चलाकर निकले। यहां से करीब 30 ट्रैक्टर रवाना हुए थे।
झारखंड : रांची में ट्रैक्टर रैली और मोटरसाइकिल पर जुलूस
किसानों के समर्थन में रांची के अलग-अलग हिस्सों में जुलूस निकाला गया है। दोपहर दो बजे से वाम मोर्चा ने राजेंद्र चौक से मोरहाबादी तक लगभग 4 किलोमीटर तक रैली निकाली। वहीं, राजद ने बिरसा चौक से मोरहाबादी तक 6 किलोमीटर तक बाइक जुलूस निकाला।
हरियाणा: ट्रैक्टरों पर कोई भी झंडा तिरंगे से ऊंचा नहीं
सिंघु बॉर्डर की ओर बढ़ रहे किसानों के ट्रैक्टरों के साथ कार और बाइक भी हैं। हर गाड़ी पर तिरंगा है। इसके साथ किसान यूनियन के झंडे भी हैं। किसान नेताओं ने साफ तौर पर कहा है कि कोई भी झंडा तिरंगे से ऊंचा नहीं होगा। किसान पिकअप वाहनों में डीजे भी ले जा रहे हैं जिस पर हरियाणवी, पंजाबी के साथ देशभक्ति गीत गूंज रहे हैं। बॉर्डर से 12 किलोमीटर पहले तक किसानों के ट्रैक्टर जमा हैं।
फरीदाबाद में पुलिस के लाठीचार्ज के बाद तनाव
किसान आंदोलन फरीदाबाद में उग्र हो गया। दिल्ली की ओर बढ़ रहे किसानों को पुलिस ने सीकरी में बैरिकेड लगाकर रोकने की कोशिश की, लेकिन वे ट्रैक्टर लेकर जबरन आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान पुलिस ने लाठियां बरसानी शुरू कर दीं। घटना में कई किसान घायल हुए हैं। 12 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पंजाब : जालंधर में किसानों का समर्थन
दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे किसानों के समर्थन में जालंधर में भी किसान व अलग-अलग संगठनों से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे। भारतीय किसान यूनियन राजेवाल की अगुवाई में वाल्मीकि संगठनों के अलावा दूसरे धार्मिक संगठनों से जुड़े लोगों ने शहर में रैली निकाली। गुट के युवा नेता अमरजोत सिंह ने कहा- ट्रैक्टर मार्च कर रहे किसानों पर बल प्रयोग करना निंदनीय है। किसान अपने हक की मांग कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ : रायपुर में भी ट्रैक्टर मार्च
रायपुर में वामपंथी दलों से जुड़े कुछ किसान संगठन ट्रैक्टर मार्च निकालने जा रहे हैं। बिलासपुर में आंदोलन फीका रहा।
महाराष्ट्र: आजाद मैदान में किसानों का ध्वजारोहण
नासिक से 180 किलोमीटर का सफर तय कर मुंबई पहुंचे किसान पूरी रात आजाद मैदान में काटने के बाद अब लौटने लगे हैं। हालांकि, मंगलवार को नासिक के लिए निकलने से पहले करीब 10 हजार से ज्यादा किसानों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर आजाद मैदान में ध्वजारोहण किया। ध्वजारोहण के मौके पर महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष नाना पटोले भी किसानों के साथ मौजूद थे। ध्वजारोहण के बाद किसान बस, ट्रेन और जीप के जरिए अपने-अपने गांव की तरफ रवाना हो रहे हैं।