झारखंड में जज की हत्या का मामला:पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल की सुप्रीम कोर्ट में अपील- CBI जांच करवाएं; पुलिस ने 3 लोग हिरासत में लिए
विकास सिंह की अपील पर CJI एनवी रमना ने कहा, "इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ. रविरंजन से बात की है। हाईकोर्ट ने पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। साथ ही हाईकोर्ट में आज इस मामले की सुनवाई भी है। ऐसे में फिलहाल उन्हें ही केस हैंडल करने दीजिए, अभी हमारे दखल की जरूरत नहीं है।"
धनबाद. झारखंड के धनबाद में जिला एवं अतिरिक्त न्यायाधीश उत्तम आनंद की हत्या का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल विकास सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की है कि इस मामले की CBI जांच करवाई जाए। विकास सिंह का कहना है कि CCTV फुटेज से लग रहा है कि यह सुनियोजित साजिश थी। फुटेज में साफ दिख रहा है कि सड़क किनारे चल रहे जज को ऑटो ने जानबूझकर टक्कर मारी है।
The death of a judge in Jharkhand in what was initially reported as a hit-and-run case has taken a chilling turn with security footage of the incident raising the possibility of murder. @tfilternews#jharkhand #murder #hitandruncase #judge #cctvfootage #cctv #video #Filternews pic.twitter.com/GYp0tyQkQM
— Filter News (@tfilternews) July 29, 2021
विकास सिंह की अपील पर CJI एनवी रमना ने कहा, “इस मामले में झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ. रविरंजन से बात की है। हाईकोर्ट ने पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। साथ ही हाईकोर्ट में आज इस मामले की सुनवाई भी है। ऐसे में फिलहाल उन्हें ही केस हैंडल करने दीजिए, अभी हमारे दखल की जरूरत नहीं है।”
वहीं, पुलिस ने जज को टक्कर मारने वाले ऑटो को बुधवार देर रात गिरिडीह से बरामद कर लिया। जांच में पता चला है कि ऑटो मंगलवार को चोरी हुआ था और बुधवार सुबह 5.08 बजे जज उत्तम आनंद को टक्कर मार दी गई। वे सुबह पांच बजे वाॅक पर निकले थे। बाद में घर से कुछ दूरी पर ही वे खून से लथपथ मिले। डेढ़ घंटे के बाद कुछ युवकों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। वहां इमरजेंसी में घंटे भर इलाज के बाद उन्हें सर्जिकल ICU में भर्ती किया गया और सुबह 9.30 बजे उनकी माैत हाे गई थी। पुलिस ने इस मामले में ऑटो चालक समेत दो और संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस काे मिले CCTV फुटेज में साफ दिख रहा है कि सुबह 5:08 बजे जज उत्तम आनंद सड़क किनारे चल रहे थे। इसी दाैरान खाली सड़क पर जा रहा एक ऑटाे अचानक उनकी ओर घूमा और टक्कर मारते हुए निकल गया। पुलिस ने उत्तम आनंद की पत्नी की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है।
गैंगस्टर समेत 15 अपराधियों का केस देख रहे थे उत्तम आनंद
उत्तम आनंद हाेटवार जेल में बंद गैंगस्टर समेत 15 बड़े अपराधियाें के मामलों की सुनवाई कर रहे थे। उनके पास लंबित केसों में कई हाई प्रोफाइल मर्डर और आदतन अपराधियों के मुकदमे भी शामिल थे। उन्होंने दो मामलों में दो सगे भाइयों समेत तीन लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
आनंद के पिता सदानंद प्रसाद का कहना है कि तेनुघाट में पोस्टिंग के दौरान आनंद ने एक व्यक्ति को उम्रकैद की सजा दी थी। उन्होंने धनबाद में भी कुछ महीने पहले कुछ केसों में आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। ऐसे में शक है कि ऐसे लोग ही आनंद की जान के पीछे पड़ गए हों और उनकी हत्या करवा दी हो। आनंद के छोटे भाई सुमन शंभु ने भी केसों के सिलसिले में सजा पाए आरोपियों की खुन्नस को हत्या की वजह बताया है।
पोस्टमॉर्टम में खुलासा- सिर पर भारी चीज से चोट के निशान
मेडिकल बोर्ड ने उत्तम आनंद के शव के पोस्टमाॅर्टम की वीडियोग्राफी भी करवाई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक उनके सिर पर भारी चीज से चोट के निशान मिले हैं। आनंद के पिता का कहना है कि उनके बेटे के सिर पर पहले राॅड से हमला किया गया, फिर ऑटाे से टक्कर मारी गई।