सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर बैठी निहंग जत्थेबंदियों ने यहां 2 दिन पहले हुई लखबीर सिंह की हत्या के मामले में हरियाणा पुलिस को चुनौती दे दी है। शनिवार रात को भगवंत सिंह और गोबिंदप्रीत सिंह के सरेंडर के बाद निहंगों ने साफ कह दिया कि अब वे अपने किसी और साथी का सरेंडर नहीं करवाएंगे। निहंगों ने सोनीपत पुलिस-प्रशासन को चेतावनी दी कि अब अगर किसी और निहंग को गिरफ्तार करने की बात की गई तो वे अपने उन चारों साथियों को भी छुड़वा लाएंगे, जिन्होंने इस मामले में सरेंडर किया है।
सिंघु बॉर्डर पर भगवंत सिंह और गोबिंदप्रीत सिंह के सरेंडर के बाद निहंग बाबा राजा राम सिंह ने कहा, ‘प्रशासन अब हमसे और गिरफ्तारियां न मांगे। अगर पुलिस अधिकारियां ने किसी होर नू गिरफ्तार करण दी गल्ल कित्ती तां जेहड़े चार बंदे (आदमी) अंदर हैं, अस्सी ओहनां नूं वी बाहर कड्ढ ल्यावांगे।’ इससे पहले शनिवार शाम को सिंघु बॉर्डर पर डेरा बनाकर बैठी सभी निहंग जत्थेबंदियों ने इस मामले पर मीटिंग कर चर्चा की। उसके बाद बाबा अमनदीप सिंह सरेंडर करने वाले दोनों निहंगों भगवंत सिंह और गोबिंदप्रीत को लेकर बाबा राम सिंह के पास पहुंचे।
दोनों निहंगों को लेने पहुंचे कुंडली थाने के इंचार्ज रवि कुमार ने यहीं पर बाबा अमनदीप सिंह, बाबा राम सिंह और दूसरी निहंग जत्थेबंदियों के प्रमुखों से बात की। इस दौरान बाबा अमनदीप सिंह ने एक बार फिर कहा कि बाबा राजा राम सिंह पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों को यही सजा मिलेगी और इस मुद्दे पर निहंग जत्थेबंदियां कोई समझाैता नहीं करेंगी।
बाबा राजा राम सिंह ने कहा- कानून हाथ में लेने को मजबूर किया
निहंग भगवंत सिंह और गोबिंदप्रीत सिंह के सरेंडर से पहले निहंग जत्थेबंदी के प्रमुख बाबा राजा राम सिंह ने कहा, ‘साल 2015 के बाद से पंजाब और दूसरे राज्यों में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी की घटनाएं बढ़ी हैं। किसी ने इनका हिसाब दिया? हालात देखते हुए हमारे साथियों को मजबूरन बेअदबी करने वालों को सजा देनी पड़ी। अगर हमें 2015 से लेकर अब तक इंसाफ मिल जाता तो कानून हाथ में लेना ही नहीं पड़ता। जो करना पड़ा, वो हालात देखकर करना पड़ा। भाजपा किसानों को कुचल दे तो वह कानून के हिसाब से ठीक है और यदि हम कोई सजा दे दें तो उस पर कानून के सवाल उठते हैं। यह नहीं चलेगा।’
मामले को जात-पात से न जोड़ने की अपील
लखबीर सिंह की बर्बर तरीके से हुई हत्या पर बाबा राजा राम सिंह ने कहा कि वो दुष्ट था और उसे सही सजा दी गई। ये आगे और पता नहीं कितने कांड करता। अब हम पर सवाल उठ रहे हैं कि हमने गरीब या नीची जाति के शख्स को मार दिया। वो दुष्ट और पापी था। उसे किसी जाति या धर्म के साथ नहीं जोड़ना चाहिए।
बाबा अमनदीप की दो टूक- अब और कोई सरेंडर या गिरफ्तारी नहीं देंगे
बाबा अमनदीप सिंह ने दो टूक कहा, यदि पुलिस-प्रशासन ने और गिरफ्तारियां मांगी तो वह अपनी तैयारी कर लें। इस मामले में अब किसी और निहंग को गिरफ्तार करने या सरेंडर करवाने की बात की गई तो हम अपने चार साथियों को भी अंदर नहीं रहने देंगे। अभी हम पुलिस- प्रशासन के साथ सहयोग कर रहे हैं मगर इसका मतलब ये नहीं है कि हम उनकी किसी तरह की कोई ज्यादती भी सहन करेंगे।
मायावती की आलोचना
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती की ओर से लखबीर सिंह की हत्या पर सवाल उठाए जाने पर निहंग बाबा राम सिंह ने कहा कि बसपा ब्राह्मणों की पार्टी बनकर रह गई है। अब दलितों से उसका कोई लेना-देना नहीं रहा। यह सब BJP के ही चट्टे-बट्टे हैं। बसपा महासचिव सतीश मिश्रा ब्राह्मण हैं और आज की तारीख में वो ही बसपा हैं। बाबा राम सिंह ने गुरु की बेअदबी के लिए शिरोमणि अकाली दल को भी जिम्मेदार ठहराया।
देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) से सटे सोनीपत (Sonipat) में सिंघु बॉर्डर पर सिंघु बॉर्डर (Singhu Border Murder Case) में आन्दोलनस्थल पर पीट-पीट कर दलित मजदूर लखबीर सिंह की हत्या के मामले में दूसरे आरोपी को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि इसके बाद 2 अन्य आरोपियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. वहीं, मृतक के परिजनों ने बेअदबी करने के हमलावरों के दावे पर सवाल उठाए हैं और पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की.
दरअसल, इस बीच, पंजाब के तरन तारन जिले के गांव में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच परिजनों की मौजूदगी में मृतक लखबीर सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया गया. लखबीर के अंतिम संस्कार के दौरान कोई ग्रंथी वहां अरदास के लिए मौजूद नहीं था, और न ही उसके गांव चीमा कलां से कोई अंतिम संस्कार में शामिल हुआ. इस बर्बर हत्याकांड को अंजाम देने के आरोप में शुक्रवार को सरबजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं, सरबजीत को सोनीपत जिले की एक कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया.
पुलिस ने 4 निहंगो को लिया हिरासत में
इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके कुछ घंटे बाद अन्य आरोपी नारायण सिंह को पुलिस ने अमृतसर जिले के अमरकोट गांव से गिरफ्तार कर लिया. इस जघन्य हत्या के मामले में शनिवार की देर शाम 2 अन्य लोगों ने सोनीपत पुलिस के सामने कुंडली में सरेंडर कर दिया. पुलिस के अनुसार 2 आरोपी पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के रहने वाले हैं. इसके बाद मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या 4 होगई है. इससे पहले अमृतसर में नारायण सिंह ने कहा था कि वह सरेंडर कर रहा है. वहीं, गिरफ्तारी से पहले नारायण ने कहा कि लखबीर सिंह को बेअदबी करने की सजा दी गई है.
प्रदर्शन स्थलों पर CCTV कैमरे लगवाकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पुलिस के अनुसार, सरबजीत सिंह ने इस जघन्य हत्या में कुछ और लोगों के शामिल होने का दावा किया था। इसके बाद दिल्ली की सीमाओं पर उन विरोध स्थलों को खाली कराने के लिए कार्रवाई किये जाने की मांग की गयी है, जहां किसान पिछले साल नवंबर से केंद्र सरकार के 3 कृषि कानूनों को खत्म करने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि किसान नेताओं ने कहा कि इस घटना का उनके आंदोलन पर किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने बताया कि प्रदर्शन स्थलों पर CCTV कैमरे लगवा कर और अधिक स्वयंसेवकों की तैनाती कर सुरक्षा को और पुख्ता इंतजाम किया जाएगा.
सिंघू बार्डर पर बंधा मिला था मृतक लखबीर का शव
बता दें कि पंजाब के तरन तारन जिले के रहने वाले मजदूर लखबीर सिंह का शव शुक्रवार को सिंघू बॉर्डर पर बैरीकेड से बंधा मिला था. उसका एक हाथ कटा हुआ था और उसके शरीर पर तेज धारदार हथियार से हमले के कई निशान मौजूद थे. वहीं, वारदात के कुछ घंटो बाद निहंगों की तरह नीले कपड़े पहने सरबजीत सिंह ने दावा किया कि उसने लखबीर को सिखों की पवित्र ग्रंथ की बेअदबी करने की सजा दी है.
वारदात में हो सकते 5 से ज्यादा लोग- पुलिस
गौरतलब है कि मृतक की पत्नी जसप्रीत कौर और उसकी बहन राज कौर ने कहा कि लखबीर सिंह पवित्र ग्रंथ की बेअदबी के बारे में सोच भी नहीं सकते. उन्होंने कहा कि लखबीर का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है. इस पर मृतक के परिवार ने सच्चाई सामने लाने के लिये पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की. वहीं, पुलिस ने गिरफ्तार हुए सरबजीत सिंह को 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि सरबजीत की हिरासत मांगते हुए पुलिस ने कोर्ट में कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपी से कुछ चीजें बरामद करनी है. उन्होंने बताया कि सरबजीत ने पूछताछ के दौरान 4 और लोगों के नाम बताए हैं और घटना में उनकी संलिप्तता का संकेत दिया है. इस मामले मे पुलिस अधिकारी ने बताया कि वारदात में शामिल आरोपी 5 से ज्यादा हो सकते हैं. इसलिए मामले में आगे जांच की जा रही है.
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए- सीएम खट्टर
प्रदेश के सीएम मनोहरलाल खट्टर ने शुक्रवार को राज्य के गृह मंत्री अनिल विज और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. भीड़ द्वारा पीट पीटकर हत्या करने की इस घटना के संबंध में सोनीपत के कुंडली पुलिस थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया है. वहीं, पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सिंघू बॉर्डर पर पीट पीट कर एक दलित व्यक्ति की हत्या किए जाने के पूरे मामले की जांच मौजूदा जज से कराने की मांग शनिवार को की. उन्होंने बताया कि यह लोगों की धार्मिक मान्यताओं से जुड़ा एक बेहद ही संवेदनशील मसला है और उन किसानों से भी जुड़ा है जो केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ लगभग 1 साल से शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं.