गुरमीत राम रहीम को मिली पैरोल:सुनारियां जेल से निकालकर कड़ी सुरक्षा में गुरुग्राम ले जाया गया, मां की बीमारी का हवाला दिया था

सूत्रों के मुताबिक गुरमीत ने 17 मई को सुनारियां जेल सुपरिंटेंडेंट सुनील सांगवान को पैरोल के लिए आवेदन दिया था। इससे 6 दिन पहले ही उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे PGI रोहतक में भर्ती कराया गया था, लेकिन यहां गुरमीत ने परिवार वालों और हनीप्रीत से मिलने की जिद की थी।

रोहतक। हरियाणा की रोहतक जेल में रेप और मर्डर मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पैरोल मिल गई है। गुरमीत को शुक्रवार को रोहतक की सुनारियां जेल से कड़ी सुरक्षा में गुरुग्राम ले जाया गया। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि गुरुग्राम में गुरमीत को कहां रखा गया है और उसे पैरोल कितने दिन की मिली है? सूत्रों की मानें तो गुरमीत की मां भी उससे मुलाकात करने वहीं पहुंचेंगी।

सूत्रों के मुताबिक गुरमीत ने 17 मई को सुनारियां जेल सुपरिंटेंडेंट सुनील सांगवान को पैरोल के लिए आवेदन दिया था। इससे 6 दिन पहले ही उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे PGI रोहतक में भर्ती कराया गया था, लेकिन यहां गुरमीत ने परिवार वालों और हनीप्रीत से मिलने की जिद की थी। PGI के मेडिकल बोर्ड ने उसके स्वास्थ्य की जांच करने के बाद उसे वापस जेल भेज दिया था।

गुरमीत इससे पहले भी कई बार पैरोल के लिए अर्जी लगा चुका था, जो हर बार सुरक्षा कारणों के चलते खारिज हो जाती थी। हालांकि पिछले साल गुरमीत की मां तबीयत बिगड़ने पर मेदांता गुरुग्राम में दाखिल हुई थीं, उस वक्त गुरमीत को एक दिन की पैरोल गुपचुप तरीके से दी गई थी। उसे मां से मिलवाने के लिए मेदांता ले जाया गया था। इस पर हरियाणा सरकार की काफी किरकिरी भी हुई थी।

27 अगस्त 2017 से काट रहा सजा
गुरमीत राम रहीम को दो साध्वियों से दुष्कर्म मामले में 20 साल की सजा मिली हुई है। पत्रकार की हत्या के मामले में वह उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसे 25 अगस्त 2017 को पंचकुला की अदालत में पेश किया गया था। CBI की विशेष अदालत ने दोषी करार देते हुए उसको सुनारियां जिला जेल में भेज दिया था। 27 अगस्त 2017 को जेल में ही CBI की अदालत लगाई गई थी। इसी दिन उसकी सजा तय हुई थी और तभी से वह जेल में है।

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