गुजरात पालिका-पंचायत चुनाव :शहर के बाद अब गांव में भी आम आदमी पार्टी की एंट्री, भाजपा को ऐतिहासिक बहुमत, कांग्रेस का सूपड़ा साफ

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अहमदाबाद। गुजरात पालिका-पंचायत चुनाव 2021 में भाजपा को भारी जन समर्थन मिला है। अभी तक आए नतीजों में बीजेपी 8474 सीटों में से 4433 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। इन चुनावों में सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हुआ है, जो अभी तक केवल 1078 सीटों पर जीत सकी है और 141 पर आगे चल रही है। गुजरात के शहरी इलाकों के बाद अब आम आदमी पार्टी ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी पैठ बनाने में कामयाब रही है। खासकर पाटीदार बहुल वाले सौराष्ट्र, सूरत और साबरकांठा में।

AAP की गांवों में भी एंट्री
सूरत म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के चुनाव में 27 सीटें जीतकर गुजरात में एंट्री करने वाली आम आदमी पार्टी ने अब जिला पंचायत, तालुका और नगरपालिका में भी एंट्री करती कर ली है। सौराष्ट्र, सूरत और साबरकांठा में पार्टी ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए अब तक जिला पंचायत की 6, तहसील पंचायत की 18, नगरपालिका की 22 सीटें यानी अब तक कुल 46 सीटें जीत ली हैं।

पालिका-पंचायत चुनावों में 64 प्रतिशत मतदान हुआ है।
पालिका-पंचायत चुनावों में 64 प्रतिशत मतदान हुआ है।

पाटीदारों के गढ़ में भी बीजेपी को बढ़त
पिछले चुनावों की तुलना में इस बार बीजेपी भारी जीत की ओर बढ़ रही है। भाजपा ने पाटीदार बीजेपी पाटीदारों के गढ़ उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र में भी बढ़त बनाए हुए है। वहीं, पिछले चुनावों में जिला पंचायत की 31 में से 22
सीटों जीतने वाली कांग्रेस का अब तक खाता भी नहीं खुला है।

जिला पंचायत में बीजेपी धमाकेदार जीत की ओर
जिला पंचायत की 980 में से 539 सीटों के रुझान आए हैं, जहां 435 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है और 68 पर आगे चल रही है। कांग्रेस ने 98 सीटों पर जीत दर्ज की है और 14 पर आगे चल रही है। वहीं, नगरपालिका और तालुका पंचायत चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी अच्छी बढ़त बनाए हुए है। मेहसाणा, कच्छ समेत 10 जिलों में बीजेपी के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।

कांग्रेस के दिग्गजों का बुरा हाल
अर्जुन मोढवाडिया के भाई की निकाय चुनाव में करारी हार।गुजरात कांग्रेस के विधायक निरंजन पटेल अपने ही चुनावी क्षेत्र में हारे। निरंजन पटेल के बेटे भी हारे। खेदब्रह्मा के कांग्रेस विधायक अश्विन कोटवाल के बेटे हारे।तारापुर के कांग्रेस विधायक पूनम परमार के बेटे विजय भी हारे। कांग्रेस विधायक विक्रम माडम के बेटे करण माडम को भी द्वारका जिला पंचायत चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है।

बता दें, नगर पालिका की 8,473 सीटों, जिला पंचायत की 980 और तहसील पंचायत की 4,773 सीटों के लिए कुल 36,008 बूथों पर मतदान हुआ है। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, गुजरात की 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों और 231 तहसील पंचायतों के चुनावों में लगभग 64 प्रतिशत मतदान हुआ है। आंकड़ों के अनुसार, 81 नगरपालिकाओं में 58.82 प्रतिशत, 31 जिला पंचायतों में 65.80 प्रतिशत और 231 तहसील पंचायतों में 66.60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है।

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