अहमदाबाद. महामारी से जूझ रहे गुजरात पर अब चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ का खतरा भी मंडरा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, 4 और 5 जून को राज्य में भारी बारिश की आशंका है। वलसाड, नवसारी, सूरत, भरूच, दमन, दादरा और नगरहवेली, भावनगर, अमरेली, गिर सोमनाथ, बोटाद, दीव, अहमदाबाद, वडोदरा में चक्रवाती तूफान के असर से तेज बारिश हो सकती है। इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। समुद्र में गए मछुआरों को वापस बुला लिया गया है।
चक्रवात 12 घंटे में दक्षिण गुजरात के समुद्री किनारे की तरफ बढ़ेगा। सूरत के समुद्री किनारे से यह 920 किलोमीटर दूर है। 20 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अम्फान चक्रवात आया था, बंगाल में 12 लोगों की मौत हो गई और 5500 घरों को नुकसान पहुंचा।
सभी जिलों में हाईअलर्ट
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बताया कि चक्रवात को देखते हुए सभी जिलों में हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है। भावनगर-अमरेली जिले को विशेष रूप से आगाह किया गया है।
एनडीआरएफ की 10 टीमें तैनात
सौराष्ट्र-कच्छ के समुद्री किनारे के करीब निचली बस्तियों में रहने वालों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा रहा है। यहांं लोगों से कहा गया है कि वो दो दिन घर से न निकलें। कोविड हॉस्पिटल में मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए ऊर्जा विभाग को भी तैयार रहने को कहा गया है। एनडीआरएफ की 10 और एसडीआरएफ की 5 टीमें तैनात कर दी गई हैं।
प्री-साइक्लोनिक अलर्ट जारी
इस समय कम दवाब का क्षेत्र उत्तर की तरफ बढ़ रहा है। 3 जून को यह राज्य के समुद्री किनारों तक पहुंचेगा। इस कारण 4 और 5 जून को राज्य के अधिकांश शहरों में भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग ने बताया है कि गुजरात-महाराष्ट्र में प्री साइक्लोनिक अलर्ट जारी किया गया है।
पहले दिशा द्वारका-कांडला की ओर थी
कुछ दिनों पहले यह चक्रवात द्वारका-कांडला की तरफ बढ़़ने के संकेत दे रहा था। इससे सौराष्ट्र के द्वारका, ओखा, मोरबी और कच्छ के प्रभावित होने की आशंक थी। सौराष्ट्र और कच्छ के बंदरगाहों निगरानी रखी जा रही थी। अब चक्रवात ने दिशा बदल दी है।