पंजाब में विधानसभा चुनावों का ऐलान 3:30 बजे होगा। भारत निर्वाचन आयोग चुनावों और उनके प्रबंधों के बारे में जानकारी देने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। पंजाब में 117 विधानसभा सीटों पर इस बार कई चरणों में चुनाव हो सकते हैं। पंजाब में विधानसभा का कार्यकाल 17 मार्च 2022 को पूरा हो रहा है।
पंजाब के चुनावों में इस बार मुख्य रूप से चार राजनीतिक दल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी का गठबंधन सक्रिय हैं। चुनावी मैदान में मुकाबला इन्हीं दलों के उम्मीदवारों के बीच होगा। वहीं आंदोलन खत्म होने के बाद पंजाब के 22 किसान संगठनों ने भी अपना अलग मोर्चा बनाकर चुनाव में उतरने की तैयारी कर ली है।
राजनीतिक दलों में दो बड़े गठबंधन
पंजाब की क्षेत्रीय पार्टी शिरोमणि अकाली दल (SAD) चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन करके मैदान में उतरी है। वहीं भारतीय जनता पार्टी अकाली दल से अलग होकर कांग्रेस छोड़ने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के साथ गठजोड़ कर चुनावी दंगल में है। हालांकि अभी तक कैप्टन की नई पार्टी को चुनाव आयोग से मान्यता नहीं मिली है, इसलिए अमरिंदर सिंह अपनी ओर से जो उम्मीदवार सुझाएंगे वह भाजपा के चुनाव चिह्न पर ही चुनाव लड़ सकते हैं। दूसरी ओर सत्ताधारी दल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बिना किसी अन्य दल से समझौता या गठबंधन किए अकेले ही चुनाव में मैदान में हैं।
अलग-अलग चरणों में हो सकते हैं चुनाव
भारत निर्वाचन आयोग वैसे तो पंजाब की 117 सीटों पर चुनावी प्रक्रिया एक ही चरण में पूरी करने की तैयारी में है। हालांकि कोरोना महामारी को देखते हुए निर्वाचन आयोग अलग-अलग चरणों में चुनाव करवाने का फैसला ले सकता है। पंजाब में कोरोना के मामले लगातार बढ़े जा रहे हैं।
कोरोना ने अब राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के घर पर दस्तक दे दी है। मुख्यमंत्री के परिवार के भी तीन सदस्य कोरोना पॉजिटिव आ गए हैं। घर से करीब एक हफ्ते से दूर रहने के कारण उनकी अपनी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्होंने फिलहाल स्वयं को अपने सरकारी आवास पर क्वारैंटाइन कर लिया है। अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर कैंप ऑफिस से सारे सरकारी कामकाज निपटा रहे हैं।
आयोग पंजाब में इलेक्शन एक ही चरण में इसलिए भी निपटाना चाहता है कि यूपी जैसे बड़े राज्य में अलग-अलग चरणों में होने वाले चुनाव में यहां से फ्री होने वाले सुरक्षा दस्तों को इस्तेमाल कर सके।
पंजाब में 59 है बहुमत का आंकड़ा
गौरतलब है कि 2017 में हुए चुनाव के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 17 मार्च, 2017 को पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 17 मार्च, 2022 को पूरा हो रहा है। पंजाब विधानसभा में 117 विधानसभा क्षेत्र हैं और चुनाव जीतने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 59 का आंकड़ा हासिल करना होता है। चुनाव में जो भी राजनीतिक दल या गठबंधन 59 या इससे अधिक सीटें जीत लेती है, वो पंजाब में अपनी सरकार बनाती है।
22 किसान संगठन भी मैदान में
वहीं नए कृषि कानून रद्द होने के बाद स्थगित हुए किसान आंदोलन में भाग लेने वाले पंजाब के 22 किसान संगठन भी चुनाव मैदान में है। किसान संगठनों ने अपना अलग संयुक्त समाज मोर्चा बनाया है। वहीं आम आदमी पार्टी के साथ भी इनके गठबंधन की चर्चाएं गर्म हैं।