मोगा में 21 जनवरी को नवजोत सिंह सिद्धू की रैली का इंतजाम करने वाले दो बड़े नेताओं पर कांग्रेस ने कार्रवाई की। पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने महेशइंद्र सिंह निहाल वाला और धर्मपाल सिंह को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। इस रैली के बारे में मोगा की सीनियर कांग्रेस नेता और अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद की तरफ से पार्टी हाईकमान को शिकायत की गई थी।
जिसके बाद यह कार्रवाई हुई है। हालांकि रैली के तुरंत बाद पार्टी हाईकमान की तरफ से महेशइंद्र सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। जबकि, पार्टी प्रधान राजा वड़िंग पहले दिन से कह रहे हैं कि पार्टी में किसी भी कीमत पर अनुशासन नहीं तोड़ने दिया जाएगा। नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मालविका सूद ने शिकायत में यह थी दलील
महेशइंद्र सिंह पर ये कार्रवाई मोगा हलके की उम्मीदवार मालविका सूद की शिकायत पर हुई है। मालविका सूद ने आरोप लगाया था कि रैली के बारे में न जिला प्रधान और न ही उन्हें जानकारी दी गई। PPCC की तरफ से भेजे गए नोटिस में सिद्धू की रैली के आयोजक महेशइंद्र पर भी आरोप लगा है।
2022 के चुनावों में उन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधियां कीं और AAP को वोट डलवाने के लिए वोटरों को प्रोत्साहित किया। इसके सबूत भी PPCC के पास हैं। PPCC ने इन आरोपों का जवाब उनसे मांगा था।
नवजोत सिंह सिद्धू पर क्यों नहीं करते कार्रवाई
महेशइंद्र सिंह ने उस समय यह तर्क दिया कि यह रैली नवजोत सिद्धू ने की है। उन्होंने तो सिर्फ इसे आयोजित कराया है। इस रैली में सीनियर लीडर लाल सिंह भी मौजूद थे। रैली खत्म होने के 2 घंटे बाद नोटिस उन्हें भेजा गया। अगर, ऐसा ही था तो पहले पूर्व PPCC प्रधान को नोटिस देना चाहिए था। नवजोत सिंह सिद्धू ने खुद रैली अनाउंस की थी।
जब ये घोषणा हुई थी तो देवेंद्र यादव (PPCC इंचार्ज) पंजाब में थे। वह मना कर देते या राजा वड़िंग हमें मना कर देते तो रैली नहीं करते। ये रैली कांग्रेस के झंडे तले की गई।