Scuffle Breaks Out Between Congress, AAP and BJP: चंडीगढ़ नगर निगम की आम बैठक के दौरान आज कांग्रेस और भाजपा पार्षदों के बीच हाथापाई हो गई. इस घटना की शुरुआत कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के पार्षदों द्वारा पेश किए गए एक प्रस्ताव से हुई. इस प्रस्ताव में अमित शाह के पिछले सप्ताह राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान दिए बयान को लेकर उनके इस्तीफे की मांग की गई थी. बैठक में माहौल इतना गरमाया कि पार्षद अपनी कुर्सियों से उठकर एक-दूसरे से भिड़ने लगे.
पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पार्षदों को एक-दूसरे पर हाथ उठाते और धक्का-मुक्की करते हुए देखा जा सकता है.
कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों के बीच हुई हाथापाई
कांग्रेस और भाजपा ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप
विडंबना यह रही कि हंगामा करते हुए कुछ पार्षद कैमरे की ओर देखते भी नजर आए, लेकिन यह भी उन्हें रोक नहीं सका. नगर निगम जैसी जगह, जो जनता के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए होती है, वहां इस तरह की हरकत ने स्थानीय लोगों में नाराजगी बढ़ा दी है. घटना के बाद, कांग्रेस और भाजपा दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए.
विवाद से कामकाज पर पड़ा असर
कांग्रेस पार्षदों का कहना है कि भाजपा के पार्षदों ने पहले उकसाया, जबकि भाजपा ने कांग्रेस पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया. इस विवाद से नगर निगम के कामकाज पर असर पड़ा है और लोग अब पार्षदों से जवाब मांग रहे हैं. नगर निगम प्रशासन ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
चंडीगढ़ नगर निगम की हाउस मीटिंग में मंगलवार को कांग्रेस और भाजपा के पार्षद भिड़ गए। इसकी शुरुआत तब हुई, जब कांग्रेस पार्षदों ने मेयर चुनाव के वक्त वोट काउंटिंग के वक्त गड़बड़ी के आरोपी नॉमिनेटेड पार्षद अनिल मसीह को ‘वोट चोर’ कहना शुरू कर दिया।
इसके विरोध में मसीह वेल में आए और कहा कि ‘राहुल गांधी भी जमानत पर हैं’। इससे कांग्रेसी पार्षद भड़क उठे। उन्होंने अनिल मसीह के लिए ‘वोट चोर’ के नारे लगाने शुरू कर दिए।
विवाद बढ़ा तो दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हो गई। भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस के पार्षदों के हाथ से अनिल मसीह को वोट चोर कहने वाले पोस्टर छीन लिए। हंगामा बढ़ते देख हाउस की मीटिंग को स्थगित कर दिया गया।
हंगामे के बाद किसी पार्टी के पार्षद ने क्या कहा-
लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने का प्रयास कांग्रेस पार्षद गुरप्रीत गापी ने कहा, “मेरे हाथ से पोस्टर छीन लिए गए। जिससे विवाद बढ़ गया। यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने का प्रयास है।”
जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कहा, “नगर निगम में इस तरह की घटनाएं शर्मनाक हैं। यह जनता की आवाज को दबाने का प्रयास है।”
भाजपा अब हाथापाई पर उतर आई मेयर कुलदीप कुमार ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, “भाजपा अब हाथापाई पर उतर आई है। यह लोकतंत्र का अपमान है।”
मेयर खुद कोई काम नहीं करना चाहते भाजपा के वरिष्ठ उप मेयर कुलजीत संधू ने मेयर कुलदीप कुमार पर हमला करते हुए कहा, “मेयर खुद कोई काम नहीं करना चाहते। जब उनकी नाकामियां सामने आती हैं, तो वे दूसरों पर आरोप लगाते हैं। यह सब उनकी साजिश है।”
सदन में हाथापाई हमारे पार्षदों ने नहीं की भाजपा पार्षद कंवर राणा ने आरोप लगाया, सदन में हाथापाई हमारे पार्षदों ने नहीं बल्कि उनके अपने पार्षदों ने की। मेयर अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए सदन का माहौल खराब कर रहे हैं।
हंगामे के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा। इस घटना की लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, जिससे नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।