चंडीगढ़ बार एसोसिएशन चुनाव:जो वकील फिजिकल हियरिंग को गलत बता रहे थे, वही चुनाव में भीड़ लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे

कोविड 19 के चलते तय समय से 6 महीने बाद हो रहे हैं चंडीगढ़ बार एसोसिएशन के चुनाव

चंडीगढ़ बार एसोसिएशन के चुनावों में जो नजारा है, उसे देखकर यह तो तय है कि जिम्मेदारों को कोरोनावायरस की परवाह ही नहीं है। जो वकील कल तक कोविड से बचाव के लिए फिजिकल हेयरिंग को विरोध कर रहे थे, आज वही भीड़ जमा करके सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं। वकील एक दूसरे के साथ-साथ खड़े नजर आ रहे हैं। इक्का-दुक्का वकीलों ने ही मास्क पहन रखे हैं बाकी सब राम भरोसे है। खास बात ये है आम वकीलों को तो छोड़ा, जो उम्मीदवार हैँ उनके चेहरों से भी मास्क हटे हुए हैं। ऐसे में संक्रमण किसी को भी कैच कर सकता है लेकिन यहां सभी बेपरवाह और लापरवाह से नजर आ रहे हैं।

डिस्ट्रिक्ट कोर्ट्स में चंडीगढ़ बार एसोसिएशन के लिए वोटिंग जारी है। दोपहर तीन बजे तक 400 के लगभग वोट डाले जा चुके हैं। इस बीच अलग-अलग पदों के लिए चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों का हौसला तो बरकरार है, लेकिन पिछले सालों के मुकाबले वोट डालने वाले ज्यादा तादाद में नहीं उमड़ रहे। सिंटिंग जनरल सेक्रेटरी नीरज हंस इस बार प्रधान पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन उन्होंने भी कोर्ट्स में फिजिकल हियरिंग को लेकर कोशिश नहीं की थी। सिटिंग वाइस प्रेजिडेंट करनदीप खुल्लर ने ही आगे बढ़कर कोर्ट में फिजिकल हियरिंग के लिए लड़ाई लड़ी थी।

2762 वकील डाल रहे हैं वोट

  • 69 वकीलों की वोट शक के घेरे में
  • 9 बजे सुबह शुरू हुई वोटिंग, शाम साढ़े 4 बजे तक चलेगी
  • 3 कैंडिडेट हैं प्रेसिडेंट की दौड़ में

ये कैंडिडेट चुनावी दौड़ में

  • प्रेसिडेंट: मुनीष दिवान, भाग सिंह सुहाग, नीरज हंस
  • वाइस प्रेसिडेंट: पलविंदर सिंह लक्की, अमृतवीर सिंह, अंकित गुप्ता
  • सेक्रेटरी: गगन अग्रवाल, करमजीत सिंह
  • जॉइंट सेक्रेटरी: गुरविंदर कौर, पूजा रानी
  • ट्रेजरर: विकास कुमार, चंदन शर्मा

गुरुवार को पकड़ी गई थी बड़ी गलती

चुनाव से एक दिन पहले प्रेसिडेंट पोस्ट के उम्मीदवार एडवोकेट भाग सिंह सुहाग ने बड़ी गड़बड़ी के आरोप लगाए और हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। आरोप लगाया कि एसोसिएशन के 69 वोटर्स ऐसे हैं जिनके पेंडिंग ड्यूज पिछली एग्जीक्यूटिव बॉडी ने नियमों के खिलाफ जाकर माफ कर दिए। सुहाग ने कहा कि पुराने नेताओं ने सिर्फ चुनाव जीतने के लिए ऐसा किया। याचिका पर हाईकोर्ट ने निर्देश दिए कि इन 69 वकीलों के वोट डलवा लिए जाएं लेकिन चुनाव का रिजल्ट कोर्ट के अगले फैसले तक घोषित न किया जाए। रिजल्ट कब घोषित होगा ये अभी तय नहीं है। सुहाग की ओर से दायर याचिका पर सोमवार 9 नवंबर को सुनवाई होगी।

ये वोट गिने जाएंगे या नहीं, यह हाईकोर्ट के फैसले पर निर्भर

हाईकोर्ट ने कहा कि 69 वकीलों के वोट डलवा लिए जाएं। उनके वोट अलग बैलेट बॉक्स में डलवाए जाएंगे। अब इन वकीलों के वोट गिने जाएंगे या नहीं, ये हाईकोर्ट के फैसले के बाद ही तय होगा।

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