वैक्सीन की 100% गारंटी नहीं:पटना में दूसरा डोज लेने के करीब एक महीने बाद 3 डॉक्टर पॉजिटिव; स्वास्थ्य विभाग की दलील- हमने नहीं कहा कि वैक्सीन के बाद कोरोना नहीं होगा
कोविड डेडिकेटेड रहे NMCH में पॉजिटिव केस की भास्कर पड़ताल दूसरी डोज के बाद भी खुद को सुरक्षित मान लेना खतरनाक
पटना। देशभर में कोरोना से छुटकारा पाने के लिए वैक्सीनेशन को तेज कर दिया गया है। इस बीच देश के कई हिस्सों से वैक्सीन लगने के 10 दिन बाद या पहला डोज के बाद पॉजिटिव होने के छिटपुट मामले सामने भी आ रहे हैं। इस बीच बिहार में दूसरा डोज लगाने के एक महीने बाद कोरोना पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है, जो चौंकाने वाला है। दैनिक भास्कर बिहार के इन 3 केसों को आपके सामने रख रहा है, जिन्हें वैक्सीन का दूसरा डोज लगाने के बाद कोरोना हो गया।
केस-1
NMCH के बाल रोग विभाग में तैनात एक पुरुष डॉक्टर ने 22 फरवरी को वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया था। इसके एक महीने बाद मंगलवार को इनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई, फिलहाल उन्हें क्वारैंटाइन कर दिया गया है।
केस-2
NMCH के बाल रोग विभाग में तैनात एक महिला डॉक्टर ने 24 फरवरी को वैक्सीन का दूसरा डोज लिया था। इसके 28 दिन बाद मंगलवार को इनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इन्हें भी क्वारैंटाइन कर दिया गया है।
केस-3
NMCH के ही एक डॉक्टर की बुधवार को कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इन्होंने एक महीने पहले कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लिया था। वे भी इस समय क्वारैंटाइन हैं।
तीनों डॉक्टर लक्षण के साथ आए पॉजिटिव
कोरोना पॉजिटिव पाए गए तीनों डॉक्टरों में इसके लक्षण थे। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार सिंह के अनुसार, इसकी पड़ताल कराई जा रही है कि सभी को वैक्सीन की डोज कब-कब दी गई थी और कैसे यह रिपोर्ट आई है। उन्होंने कहा कि संक्रमण की चेन का पता लगाया जा रहा है और एहतियातन शिशु रोग विभाग भी बंद रखा गया है।
राज्य स्वास्थ्य समिति को जानकारी नहीं
भास्कर ने राज्य स्वास्थ्य समिति के ED मनोज कुमार से भी बात की। उन्होंने NMCH में वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के बाद डॉक्टरों और हेल्थ वर्करों को संक्रमित होने की जानकारी से इनकार किया। हालांकि, ED ने उस रिसर्च का भी हवाला दिया, जिसमें वैक्सीन का सक्सेस रेट 81-82 प्रतिशत बताया गया था।
ED ने कहा- “यह कभी नहीं कहा गया है कि वैक्सीन लेने के बाद कोरोना नहीं होगा। वैक्सीन में 81 से 82 प्रतिशत का एवरेज सक्सेस है। वैक्सीन के बाद भी अपनी तरफ से मास्क, डिस्टेंसिंग, सेनिटाइजर आदि को जरूरी कहा जा रहा है तो इसके पीछे यही वजह है।”