LIVE Kisan Andolan: सोनीपत के कुंडली बार्डर पर धरने में शामिल 2 किसानों की मौत, एक की हालत नाजुक

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 39वां दिन है। सोमवार को किसानों की सरकार के साथ 8वें दौर की मीटिंग होगी। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक इस बार किसानों के बड़े मुद्दों का हल भी निकल सकता है। सरकार समर्थन मूल्य (MSP) और एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी (APMC) के मुद्दों पर लिखित में भरोसा दे सकती है।

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नई दिल्ली। दिल्ली-यूपी बॉर्डर और दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। कड़ाके की सर्दी और बारिश के बीच किसानों का प्रदर्शन रविवार को भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम अपने परिवार से दूर खराब मौसम में सड़कों पर रह रहे हैं। हमें उम्मीद है कि सरकार कल हमारी मांगों को मान लेगी। वहीं, चार जनवरी को प्रस्तावित वार्ता से पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार पर टकराव की चेतावनी के जरिए दबाव बढ़ाने की कोशिश की है। चेताया कि सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो वे लोहड़ी/ संक्रांति पर 13 जनवरी को देशभर में तीनों कानूनों की होली जलाएंगे। साथ ही 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर के साथ अपनी अलग किसान गणतंत्र परेड’निकालेंगे। 26 जनवरी को ही दिल्ली के बार्डर पर उनके धरने के दो माह हो जाएंगे।

दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है।

LIVE Kisan Andolan

  • सोनीपत के कुंडली बार्डर पर धरने में एक और किसान की मौत हो गई है। मृतक कुलबीर सिंह गोहाना के गंगाना गांव का रहने वाला था। 50 वर्षीय कुलबीर की कुंडली बार्डर पर पारकर माल के नजदीक आंदोलन में हुई मौत। मौत के कारणों का नहीं हो पाया खुलासा, पोस्टमार्टम के लिए शव अस्पताल भिजवाया गया है। इससे पहले भी गोहाना के गांव बरोदा के किसान की भी मौत हो चुकी है।
  • कुंडली बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन का फायदा कुछ असामाजिक तत्व भी उठाने की कोशिश कर रहे हैं। आंदोलन की आड़ में खालिस्तान आंदोलन के अगुवा जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर लहराए जा रहे हैं। मुख्य मंच से करीब डेढ़-दो किलोमीटर पीछे पंजाब से आए ट्रैक्टर के पीछे भिंडरावाले का फोटो लगा हुआ देखा जा सकता है, तो इसी के आसपास में कुछ युवा भी हाथों में पोस्टर लेकर किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करते देखे जा सकते हैं। यहीं पर टेंटों में भी लगे कुछ बैनर पर भिंडरावाले का फोटो लगा है।
  • कृषि कानूनों को लेकर चार जनवरी को प्रस्तावित वार्ता से पहले केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसान संगठनों ने एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे मकर संक्रांति पर 13 जनवरी को देशभर में तीनों कानूनों की होली जलाएंगे। साथ ही 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर के साथ अपनी अलग ‘किसान गणतंत्र परेड’ निकालेंगे। 26 जनवरी को ही दिल्ली के बार्डर पर उनके धरने के दो माह हो जाएंगे। प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में आंदोलनकारी नेताओं ने बताया कि इस परेड के लिए अभी जगह तय नहीं हुई है। हालांकि इतना जरूर है कि इसके जरिये राजपथ के गणतंत्र दिवस परेड में व्यवधान डालने की कोशिश नहीं होगी।
  • कृषि कानून को लेकर गत दिनों एक निजी टेलीविजन चैनल पर साक्षात्कार के दौरान विवादित बयान देने पर नई दिल्ली जिला पुलिस ने लुधियाना से कांग्रेस के सांसद रवनीत ¨सह बिट्टू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। संसद मार्ग थाने में उनके खिलाफ गैर संज्ञेय अपराध (एनसीआर) की धारा के तहत मुकदमा किया गया है। इसकी जानकारी अदालत को भेज दी गई है। अदालत के निर्देश पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर सकती है। कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर कांग्रेस के नेता जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। इसी दौरान उन्होंने एक टीवी चैनल पर विवादित बयान दिया था। सांसद ने साक्षात्कार में लाशों के ढेर लगाने संबंधी बात कही थी।
  • Farmers Protest: Last Chance For Centre, Say Farmers Ahead Of Talks Today:  10 Points

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन:किसानों की सोमवार को सरकार से मीटिंग, MSP और APMC पर लिखित भरोसा मिल सकता है

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 39वां दिन है। सोमवार को किसानों की सरकार के साथ 8वें दौर की मीटिंग होगी। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक इस बार किसानों के बड़े मुद्दों का हल भी निकल सकता है। सरकार समर्थन मूल्य (MSP) और एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी (APMC) के मुद्दों पर लिखित में भरोसा दे सकती है। इसके साथ ही ऐसी व्यवस्था की जा सकती है कि प्राइवेट कंपनियां मंडियों में MSP से कम भाव पर फसलों की खरीद नहीं कर पाएं।

सरकार से मीटिंग फेल हुई तो आगे का रोडमैप तैयार
सोमवार को सरकार से होने वाली मीटिंग से पहले किसान दिल्ली की सीमाओं पर शांति से धरना दे रहे हैं। हालांकि, बातचीत सफल नहीं रहने की स्थिति में आगे का रोडमैप भी तैयार कर लिया है। किसान समन्वय समिति ने कहा है कि मांगें नहीं मानी गई तो दिल्ली के चारों ओर लगे मोर्चों से किसान 26 जनवरी को दिल्ली में घुसकर ट्रैक्टर-ट्रॉली और दूसरे वाहनों के साथ किसान गणतंत्र परेड निकालेंगे।

इससे पहले-

  • 6 से 20 जनवरी तक देश जागृति पखवाड़ा मनाया जाएगा। इसी दिन किसान KMP एक्सप्रेसवे पर मार्च निकालेंगे। शाहजहांपुर पर मोर्चा लगाए किसान भी दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।
  • 13 जनवरी को लोहड़ी के दिन देशभर में किसान संकल्प दिवस मनाया जाएगा।
  • 18 जनवरी को महिला किसान दिवस मनाया जाएगा।
  • 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की याद में आजाद हिंद किसान दिवस मनाकर सभी राजधानियों में राजभवनों के बाहर डेरा डालेंगे।

सर्दी-बारिश में सड़कों पर हैं, उम्मीद है सरकार मांगें मानेगी
दिल्ली-NCR के कई इलाकों में दो दिन से बारिश हो रही है और कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस बीच गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने कहा कि खराब मौसम के बावजूद हम यहां अपने परिवारों से दूर बैठे हैं। उम्मीद है सोमवार की मीटिंग में सरकार हमारी मांगें मानेगी।

रविवार सुबह की फोटो गाजीपुर बॉर्डर की है।

किसानों के समर्थन में गहलोत-पायलट धरना देंगे
इस बीच विपक्षी दल भी किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत कांग्रेस के कई नेता आज जयपुर में प्रदर्शन करेंगे।

टिकरी में बठिंडा के युवक की हार्ट अटैक से मौत
बठिंडा के गांव चाऊ के 18 साल के जशनप्रीत की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वे टिकरी बॉर्डर पर चल रहे धरने में शामिल थे। वहीं, गाजीपुर बॉर्डर पर UP के किसान कश्मीर सिंह (75) ने फंदा लगाकर जान दे दी। उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा, ‘आखिर हम कब तक यहां सर्दी में बैठे रहेंगे। सरकार सुन नहीं रही है, इसलिए अपनी जान दे रहा हूं। ताकि कोई हल निकले।’

 

 

 

 

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