कोरोना संक्रमण के कारण अधिकतर देशों में लॉकडाउन चल रहा है। दुनिया की बड़ी आबादी घरों में है। भारत में भी कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। इस दौर में मन को शांत रखना और संयम के साथ जिंदगी बिताना सभी के लिए चुनौतीपूर्ण है। मनोरोग विशेषज्ञों का भी यही मानना है कि व्यक्ति कितनी भी कोशिश कर ले, एक वक्त में स्थिति ऐसी होती है कि वो ऊब जाता है। उसके साथ ऐसी स्थिति हो सकती है कि वह खुद से भी नफरत करने लगे और चिंता में डूबा रहे, जिसके कारण वह अवसाद में जा सकता है। घर में कैद रहने से मन अस्थिर हो सकता है और व्यक्ति कुछ ऐसा करने लग सकता है जो सामान्य ना हो। इसी तरह की स्थिति से निपटने के लिए ब्रिटेन के साइकोलॉजिस्ट डॉ. माइकल सिनक्लेयर ऐसे तौर तरीके बता रहे हैं, जिनका पालन कर जिंदगी को लॉकडाउन के बीच भी चिंतामुक्त, खुशहाल और स्वस्थ रखा जा सकता है।
ये न सोचें कि बीमार पड़ जाएंगे
- सोचें की मन कहानी सुना रहा है उसमें कुछ सच्चाई नहीं है
- घर-परिवार के दूसरे सदस्यों के साथ बात करें, उनको वक्त दें
- अकेले रहते हैं तो दूर रह रहे परिवार से नियमित संपर्क में रहें
- परेशान बिलकुल न हों, ये न कहें मैं बीमार हो जाऊंगा
- अपनी सोचने की क्षमता पर नियंत्रण रखें, नकारात्मक न सोचें
- खुद को व्यस्त रखने के लिए जो मन में आए वो करें, अच्छा लगेगा
तनाव महसूस कर रहे हैं तो इन बातों को नजरअंदाज न करें
- कभी-कभी वायरस के डर से आपको खुद में लक्षण दिखें
- लक्षण निरंतर रहने लगे तो उसे नजरअंदाज बिलकुल न करें
- डॉक्टर से मिलें और जैसा महसूस कर रहे हैं वैसा ही बताएं
- घबराहट महसूस हो तो आराम से बैठकर मन शांत रखें
- 10 सेकंड तक सांस को रोकें फिर उसे छोड़ें, दोहराएं
ऐसी रखें अपनी दिनचर्या
- गैजेट्स से दूर रहें, किताब पढ़ें और अपने गार्डन या बालकनी में बैठें
- स्वस्थ्य हैं और व्यायाम करना चाहते हैं तो क्षमतानुसार व्यायाम करें
- नियमित समय पर पौष्टिक आहार लेने के साथ पूरी नींद जरूर लें
- घर में पेड़-पौधे हैं तो उनकी देखभाल करें, उनकी जगह बदलें
- आसपास के लोगों से छत से ही बात करें
चिंता से दूर रहने के लिए ये भी करें
- वायरस से जुड़ी बातें जानने के लिए दिनभर ना तो खबरें देखें ना मोबाइल पर आने वाले संदेश
- दुनिया में क्या चल रहा है जरूर जाने पर दिन में एक या दो बार
- कोरोना पर कम सोचें इससे चिंता और निराशा दूर होगी
- बार-बार जानकारी लेने के लिए अलग-अलग वेबसाइट न देखें
- किसी अपने को फोन करते हैं तो उससे भी इस बारे में बात न करें