बठिंडा. कोरोना महामारी के बीच कई नये नियम लागू किए गए है, जिन्हें कई बार बदला गया। एक सितंबर से कई नियम और चीजें बदलने वाली हैं जिसका सीधा असर आप पर होगा। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा घोषित लोन मोरेटोरियम अवधि 31 अगस्त को खत्म हो जाएगी। यानी वेतन कटौती और नौकरी गंवाने वाले लोगों को बड़ा झटका लगने वाला है। इसके अलावा एलपीजी गैस सिलेंडर, एयरलाइन किराया आदि से जुड़े नियम बदलने वाली हैं। वही अब पंजाब सरकार ने एक सितंबर से सेहत सुविधाओं को महंगा करने की घोषणा भी की है।
31 अगस्त को खत्म होगी मोरेटोरियम अवधि, जेब पर बढ़ेगा ईएमआई का बोझ
कोरोनाकाल में लोगों को ईएमआई जैसे बड़े खर्चों से कुछ समय के लिए राहत देने के लिए आरबीआई ने मार्च में मोरेटोरियम अवधि शुरू की थी, जो 31 अगस्त को समाप्त हो रही है। मोरेटोरियम अवधि में लोगों के पास ईएमआई नहीं चुकाने का विकल्प था। ऐसे में ईएमआई फिर से शुरू होने से आपकी जेब पर बोझ बढ़ सकता है। आरबीआई ने ग्राहकों को राहत देने का अधिकार बैंकों को दिया है और इस पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) व पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की तरफ से अगले हफ्ते फैसला होने की संभावना है।
सिलेंडर की कीमतों में हो सकता है बदलाव
1 सितंबर से एलपीजी के दाम में बदलाव आ सकता है। हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बदलाव होता है। ऐसा माना जा रहा है कि कंपनियां एलपीजी, सीएनजी और पीएनजी कीमतें कम कर सकती हैं।
हवाई यात्रा का खर्च बढ़ेगा
1 सितंबर से विमान सेवाएं महंगी हो सकती हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 1 सितंबर से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से उच्च विमानन सुरक्षा शुल्क वसूलने का फैसला किया है। एएसएफ शुल्क के तौर पर घरेलू यात्रियों से अब 150 के बजाए 160 रुपए वसूला जाएगा, वहीं अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से 4.85 डॉलर के बदले 5.2 डॉलर वसूला जाएगा। यानी अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्रा करने पर करने 40 रुपये ज्यादा देने होंगे।
सिविल अस्पतालों में मिलने वाली सुविधा 15 प्रतिशत महंगी
एक सितंबर से प्रदेश के सिविल अस्पतालों में इलाज 15 प्रतिशत और प्राइवेट कमरों में मिलने वाली सुविधाएं दो से तीन गुना महंगी हो जाएंगी। पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन ने प्रदेश के सभी सिविल सर्जन, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, डिप्टी मेडिकल कमिश्नर, एसएमओ और बीटीओ को पत्र संख्या नंबर 2020/3340-3658 जारी कर निर्देश दिए हैं। हालांकि सरकारी मुलाजिमों और उनके पारिवारिक सदस्यों के लिए सिविल में मुफ्त इलाज की सुविधा पहले जैसे ही रहेगी। बता दें कि पंजाब हेल्थ सिस्टम कार्पोरेशन 1 सितंबर से सिविल अस्पतालों में इलाज और अन्य टेस्टों के रेट को दो से 3 गुणा तक बढ़ाने जा रहा है। सिविल में जनरल वार्ड में भर्ती होने से लेकर प्राइवेट वार्ड, डिजिटल एक्स-रे, स्कैनिंग, ईसीजी, छोटा ऑपरेशन, मेडिकल लीगल एग्जामिनेशन चार्ज, अल्ट्रा साउंड, मेमोग्राफी और अन्य सुविधाओं के दाम दो से तीन गुणा बढ़ाए जाने का नोटिफिकेशन जारी किया है।
मेडिकल एग्जामिनेशन 500, बड़े ऑपरेशन के लिए 1000 रुपए
नए नियमों के तहत मरीज को ओपीडी पर्ची के लिए पहले की ही तरह 10 रुपए देने होंगे। इंडोर एडमिशन के लिए पहले 30 रुपए लिए जाते थे, अब 40 रुपए लिए जाएंगे। जनरल वार्ड में बिस्तर शुल्क 30 से बढ़ाकर 40 रुपए प्रतिदिन, प्राइवेट वार्ड के लिए 150 से 200 रुपए कर दिए हैं। इसी तरह मेडिकल एग्जामिनेशन फीस 300 से बढ़ाकर 500 रुपए कर दी है। छोटे-मोटे ऑपरेशन के लिए पहले मरीज को 150 रुपए अदा करने पड़ते थे, अब 250 रुपए चुकाने होंगे। वहीं, बड़े ऑपरेशन की फीस 1 हजार होती थी, अब 1200 रुपए देने पड़ेंगे। स्पेशल सर्जिकल आपरेशन के दाम में 500 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। यानी 1 हजार रुपए की जगह 1500 रुपए फीस की गई है। इससे पहले से कोरोना की मार झेल रहे और नौकरियां गवां चुके लोगों के लिए मुसीबत और बढ़ जाएगी।