गुरुद्वारा करतारपुर साहिब दर्शनों के लिए जाने वाले सिख श्रद्धालुओं से 100 डॉलर वसूलने की तैयारी में पाकिस्तान

भारत चाहता है कि यह यात्रा सातों दिन चलती रहे, लेकिन पाकिस्‍तान का कहना है कि केवल विशेष दिन ही यह यात्रा होनी चाहिए.

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नई दिल्ली। पाकिस्‍तान करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जाने वाले सिख श्रद्धालुओं से वीजा शुल्‍क वसूलने की तैयारी कर रहा है. हालांकि भारत इसके सख्‍त खिलाफ है और उसने पहले ही विरोध भी दर्ज करा दिया है. भारत का मानना है कि ऐसी धार्मिक यात्रा के दौरान कोई भी फीस नहीं वसूल की जानी चाहिए. ऐसा बताया जा रहा है कि पाकिस्‍तान की ओर से रखी गई शर्तों में दर्शन के लिए पासपोर्ट होना भी ज़रूरी बताया गया है.

एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रेजिडेंट मनजिंदर सिंह सिरसा ने यह जानकारी दी है. उन्‍होंने बताया कि हाल ही में गुरुद्वारा कमेटी के एक डेलिगेशन ने गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ मुलाकात की. कॉरिडोर प्रोजेक्‍ट पर चल रहे निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली गई.उन्‍होंने कहा कि गुरुपूरब पर करतारपुर गुरुद्वारे के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं से 100 डॉलर तक फीस भी वसूलने की तैयारी की जा रही है. हालांकि भारत सरकार ने पाकिस्‍तान के इस प्रस्‍ताव का विरोध किया है. भारत चाहता है कि यह यात्रा सातों दिन चलती रहे, लेकिन पाकिस्‍तान का कहना है कि केवल विशेष दिन ही यह यात्रा होनी चाहिए.

भारत का दावा- 45 फीसदी काम पूरा

करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत ने दावा किया है कि अब तक 45 फीसदी काम पूरा किया जा चुका है. लेकिन, समझौते के मुताबिक पाकिस्‍तान की ओर से तय समय के अनुसार काम नहीं किया जा रहा. प्रोजेक्‍ट को लटकाने की कोशिश की जा रही है. भारत सरकार की इस प्रोजेक्ट को 30 सितंबर तक पूरा करने की योजना है.

भारत चाहता है कि पाकिस्तान अपने हिस्से की ऑलवेदर रोड बनाए, लेकिन पाकिस्‍तान केवल सीजनल रोड बना रहा है. भारत ने इसको लेकर पाकिस्तान के सामने एतराज जाहिर किया है. ऑलवेदर रोड पर बन रहे ब्रिज को भारत तय डेडलाइन के तहत पूरा कर रहा है. लेकिन पाकिस्‍तान अपनी हिस्‍से के ब्रिज को बनाने के लिए तैयार नहीं है.

भारत को लगता है कि ये ब्रिज अगर नहीं बनेगा तो पंजाब के कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो जाएंगे. भारत चाहता है कि इस ब्रिज पर पाकिस्‍तान जल्‍द अपना काम पूरा करे. इस कॉरिडोर को लेकर पाकिस्‍तान के साथ चार बैठकें हो चुकी हैं. बावजूद इसके पाकिस्‍तान तय अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक भारत को कोई ठोस प्लान नहीं दे सका है.

5000 श्रद्धालु रोजाना करेंगे करतारपुर साहिब के दर्शन
भारत का दावा है कि 5000 श्रद्धालु रोजाना करतारपुर साहिब के दर्शन करेंगे और किसी ख़ास दिन बैसाखी, गुरुपूर्णिमा के समय 10000 यात्री प्रतिदिन दर्शन करेंगे. इसपर पाकिस्तान का कहना है कि रोजाना सिर्फ 700 श्रद्धलु दर्शन करेंगे. ये भारत के हिसाब से बहुत कम है.

भारत ने मांग की है कि सभी भारतीय नागरिक और OCI कार्ड धारक करतारपुर साहिब के दर्शन करने जाएं, लेकिन पाकिस्‍तान का कहना है कि केवल सिख ही वहां पर दर्शन करने जाएंगे. भारत का पाकिस्‍तान को कहना है कि एक परिवार या एक ग्रुप चाहते जितनी संख्‍या का हो उसको पाकिस्‍तान करतारपुर जाने की इजाजत दे. इसपर पाकिस्‍तान का कहना है कि एक बार में केवल 15 श्रद्धालुओं का ग्रुप ही दर्शन करने जा सकता है.

करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण 30 सितंबर तक पूरा करेगा भारत
पंजाब के लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि भारतीय सीमा की ओर से करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण 30 सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा. यह गलियारा भारत में पंजाब राज्य के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब से जोड़ेगा. सिंगला ने आधिकारिक बयान में कहा, ‘गलियारे का निर्माण 30 सितंबर तक पुरा हो जाएगा जो सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व (जन्मदिन) के पहले ही होगा.

घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि गलियारे का निर्माण अत्याधुनिक एक्सप्रेसवे की तरह किया जाएगा. उन्होंने बताया कि भारतीय सीमा की ओर गलियारे की लंबाई 4.2 किलोमीटर होगी. सिंगला ने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए विश्व स्तरीय कॉरिडोर बनाया जाएगा.मंत्री ने बताया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए बटाला, फतेहगढ़ चूडियां और रामदास से डेरा बाबा नानक जाने वाली सड़कों को उन्नत बनाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि इस परियोजना पर 116 करोड़ रुपए का खर्च आएगा जिसके लिए 62 एकड़ भूमि का अधिग्रहण पहले ही कर लिया गया है.

( सौजन्य-भास्कर डाट काम)

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