14 महीने बाद कर्नाटक में गिरी कांग्रेस-जेडीएस सरकार, बीजेपी को मिला बहुमत
कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी असफल हो गए हैं. कर्नाटक में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिर गई है. मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव एचडी कुमारस्वामी ने पेश किया था. राज्य में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिला है.
बेंगलुरु. कर्नाटक में 21 दिन से चल रही भारी सियासी उठापटक के बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार गिर गई है. राज्य में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत मिला है. जहां कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को 99 वोट मिले तो वहीं भारतीय जनता पार्टी को 105 वोट मिले. कर्नाटक में पिछले 21 दिन से जारी सियासी उठापटक का आखिरकार अंत हो गया है. बार-बार टलने के बाद मंगलवार को कांग्रेस-जेडीएस सरकार का फ्लोर टेस्ट हुआ जिसके परिणाम में गठबंधन सरकार को हार का सामना करना पड़ा.
इससे पहले सोमवार को भी फ्लोर टेस्ट के लिए देर रात जनता दल सेक्यूलर और कांग्रेस विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी के विधायकों का टकराव होता रहा. जहां एक ओर बीजेपी विधायक विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग को लेकर अड़े रहे. वहीं स्पीकर केआर रमेश कुमार ने कुमारस्वामी सरकार को हर हालत में मंगलवार शाम 6 बजे तक बहुमत साबित करने का अल्टीमेटम दिया.
BS Yeddyurappa & other Karnataka BJP MLAs show victory sign in the Assembly, after HD Kumaraswamy led Congress-JD(S) coalition government loses trust vote. pic.twitter.com/hmkGHL151z
— ANI (@ANI) July 23, 2019
फ्लोर टेस्ट से पहले विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कहा था कि खुशी से अपने पद का बलिदान करने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि विश्वास मत की कार्यवाही को लंबा खींचने की उनकी कोई मंशा नहीं थी. उन्होंने कहा, मैं विधानसभाध्यक्ष और राज्य की जनता से माफी मांगता हूं. कुमारस्वामी ने कहा, यह भी चर्चा चल रही है कि मैंने इस्तीफा क्यों नहीं दिया और कुर्सी पर क्यों बना हुआ हूं. उन्होंने कहा कि जब 2018 में विधानसभा चुनाव का परिणाम आया था, वह राजनीति छोड़ने की सोच रहे थे. कुमारस्वामी ने कहा, मैं राजनीति में अचानक और अप्रत्याशित तौर पर आया था.