विधानसभा कल तक के लिए स्थगित, येदियुरप्पा बोले- सदन में ही सोएंगे बीजेपी MLA
15 बागी विधायक मुंबई में, इनके अलावा कांग्रेस के 2, बसपा का 1 और 2 निर्दलीय विधायक सदन से गैर-हाजिर इन 20 विधायकों के साथ स्पीकर को भी हटा दें तो सदन में संख्या 203, ऐसे में बहुमत के लिए चाहिए 102 इस स्थिति में कांग्रेस-जेडीएस के पास 116 के मुकाबले अब सिर्फ 98 विधायक भाजपा के पास 105, कुमारस्वामी सरकार का गिरना तय
बेंगलुरु: कर्नाटक में जारी राजनीतिक घमासान अभी खत्म नहीं हुआ है. गुरुवार को विधानसभा में दिनभर चले ड्रामे के बाद विश्वास मत पर वोटिंग नहीं हो पाई. कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सदन में बीजेपी पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया. तो वहीं बीजेपी ने कांग्रेस-जेडीएस पर जानबूझकर मतदान में देरी का आरोप लगाया. बीजेपी के नेताओं ने कर्नाटक के राज्यपाल से भी मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा है. वहीं कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों ने विधानसभा में कांग्रेस विधायक श्रीमंत पाटिल की फोटो लहराई. बता दें कि श्रीमंत पाटिल मुंबई के अस्पताल में भर्ती हैं. दिनभर चले इस ड्रामे के बाद विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई, लेकिन येदियुरप्पा के नेतृत्व में बीजेपी विधायक सदन में ही डटे हुए हैं. येदियुरप्पा ने कहा है कि बीजेपी के विधायक सदन में ही सोएंगे.
Bengaluru: BJP MLAs inside the state Assembly after the House was adjourned for the day. They are on an over night 'dharna' demanding that the Speaker replies to the Governor's letter and holds a floor test. #Karnataka pic.twitter.com/GWwYRFzOfT
— ANI (@ANI) July 18, 2019
दरअसल कांग्रेस के 13 और जेडीएस के 3 विधायकों द्वारा इस्तीफे देने के बाद राज्य की 14 महीने पुरानी सरकार पर संकट मंडरा रहा है। वहीं दो निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। कुमारस्वामी की मुश्किलें बुधवार को उस समय और बढ़ गई जब सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि बागी विधायकों को विधानसभा की कार्रवाई में भाग लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है।
- जो विधायक सदन में उपस्थित नहीं हैं वो सारे कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन वाली सरकार के हैं। विधायकों के नाम इस प्रकार हैं- बैराठी बसवराज, मुनिरत्न, एसटी सोमशेखर, रमेश जारकीहोली, रोशन बेग, श्रीमंत पाटिल, आनंद सिंह, बी नागेंद्र, आर शंकर, के गोपालैया, नारायण गौड़ा, एमटीबी नागराज, बीसी पाटिल, एच विश्वनाथ, महेश कुम्हारहल्ली, प्रताप गौड़ा पाटिल, डॉ. सुधाकर, शिवराम हेब्बार, एन महेश
- विधानसभा में विश्वास मत बहस के दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कहा, ‘मेरा स्वाभिमान है और इसलिए मेरे मंत्री हैं। मुझे कुछ स्पष्टीकरण देना होगा। इस सरकार को अस्थिर करने के लिए कौन जिम्मेदार है?’
- कर्नाटक कांग्रेस के विधायक श्रीमंत पाटिल, जो बेंगलुरु के विंडफ्लावर प्रकृति रिसॉर्ट में अन्य कांग्रेस विधायकों के साथ रह रहे थे, कल रात मुंबई पहुंचे। फिलहाल वह सीने में दर्द की शिकायत के बाद मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती हैं।
- विश्वासमत के दौरान बहुजन समाज पार्टी के विधायक एन महेश भी नदारद हैं। एन महेश ने कहा था कि कांग्रेस-जेडीएस सरकार ने मायावती से कोई संपर्क नहीं किया है इसलिए वह अपने क्षेत्र में ही रहेंगे।
Bengaluru: Debate underway in #Karnataka Assembly on trust vote pic.twitter.com/TBVZHtm3ft
— ANI (@ANI) July 18, 2019
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने राज्य विधानसभा में विश्वासमत प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा, “मैं यहां इसलिए नहीं आया हूं, क्योंकि यह सवाल उठाया जा रहा है कि मैं गठबंधन सरकार चला सकता हूं या नहीं… अब तक हुई घटनाओं ने दिखाया है कि कुछ विधायकों द्वारा स्पीकर की भूमिका को भी संकट में डाल दिया गया…” सीएम एचडी कुमारस्वामी ने विधानसभा में विश्वासमत पेश किया है. इस बीच बीजेपी नेता येदुरप्पा ने दावा कर दिया है कि आज कुमारस्वामी की हार होगी. क्योंकि उनके पास 100 से कम विधायको का समर्थन है. बीजेपी के पास 105 विधायक हैं.
#Karnataka CM HD Kumaraswamy in Vidhana Soudha, Bengaluru: I haven't come just because there is a question on whether I can run a coalition government or not. Events have shown that even the role of the Speaker has been put under jeopardy by some legislators. pic.twitter.com/lgFPBkcYVc
— ANI (@ANI) July 18, 2019
कर्नाटक में सत्ता के संघर्ष के बीच आज मुख्यमंत्री कुमारस्वामी विश्वास मत पेश किया. इस दौरान जमकर हंगामा जारी है. कांग्रेस और बीजेपी के विधायकों के बीच बहस हो रही है. लेकिन इस पर वोटिंग कब होगी ये अभी साफ नहीं है. आंकड़ों के हिसाब से बीजेपी फिलहाल जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन से आगे है. इस्तीफा देने वाले विधायक अगर विश्वास मत से दूर रहते हैं तो सदन में कुल 209 विधायक होंगे, और बहुमत का आंकड़ा 105 रह जाएगा. फिलहाल, बीजेपी के पास 105 विधायकों के अलावा दो निर्दलीय का भी समर्थन है, जबकि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के पास फिलहाल 101 विधायक ही हैं.
डीके शिवकुमार और BJP विधायकों में तीखी बहस
कर्नाटक में जारी सत्ता संघर्ष के बीच जेडीएस ने अपने विधायकों को विश्वास मत में मौजूद रहने के लिए व्हीप जारी किया है, ये व्हीप पार्टी से इस्तीफा देने वाले बागी विधायक एच विश्वनाथ, नारायण गौड़ा, एक गोपालैया पर भी लागू है. अगर पार्टी विधायक सत्र में गैरहाजिरी रहे या पार्टी के खिलाफ वोटिंग हुई तो एंटी डिफेक्शन कानून के तहत उनपर कार्रवाई होगी.
#Karnataka: N Mahesh, BSP MLA is not present in the House during trust motion.
— ANI (@ANI) July 18, 2019
कर्नाटक में पिछले कई दिनों से जारी सियासी खेल आज खत्म हो जाएगा. कुमारस्वामी आज विधानसभा में बहुमत परीक्षण साबित करने उतरेंगे.सुबह ग्यारह बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी. कुमारस्वामी सरकार का खतरा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद और ज्यादा बढ़ चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पार्टी की तरफ से जो व्हिप जारी किया गया है वो बागी विधायकों पर लागू नहीं होगा. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी विधानसभा पहुंच गए हैं. सीएम कुमारस्वामी से जब पूछा गया कि बहुमत परीक्षण को लेकर कितना आश्वस्त हैं, सीएम ने सिर्फ हाथ हिलाया.
Bengaluru: Karnataka Chief Minister, HD Kumaraswamy arrives at Vidhana Soudha, his government will face floor test today. pic.twitter.com/JEbVLOumKy
— ANI (@ANI) July 18, 2019
सुप्रीम कोर्ट के मतलब बागी विधायक फ्लोर टेस्ट के दौरान मौजूद रहें या ना रहें ये उनकी मर्जी पर निर्भर करेगा. अगर स्पीकर बागियों का इस्तीफा मंजूर कर लेते हैं तो विधानसभा में कुल 209 सदस्य रह जाएंगे. ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 105 होगा लेकिन कांग्रेस-जेडीएस के पास सिर्फ 102 विधायक बचेंगे. जबकि बीजेपी के पास 105 अपने और 2 निर्दलीयों के साथ 107 विधायक होंगे और अगर बागी विधायक शक्ति परीक्षण में शामिल नहीं होते हैं तब भी यही स्थिति होगी.
बागी विधाक बी सी पाटिल ने कहा है कि हम सब एक साथ हैं और हम कल विधानसभा में नहीं जाएंगे. अब कुमारस्वामी पर निर्भर करता है कि वो फ्लोर टेस्ट के बाद फज़ीहत करवाते हैं या फिर पहले ही इस्तीफा दे देते हैं क्योंकि बागी विधायक पाला बदलने के मूड में बिल्कुल नहीं हैं.
कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष बी एस येदियुरप्पा फैसले से खुश हैं. उन्होंने कहा कि यह बागी विधायकों के लिए एक नैतिक जीत है. उन्होंने कहा, ”मैं सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करता हूं. यह संविधान और लोकतंत्र की एक जीत है. यह बागी विधायकों की नैतिक जीत है.”
वहीं कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट के ओदश को एक खराब फैसला बताते हुए कहा कि यह दलबदलू विधायकों को संरक्षण प्रदान करने वाला और खरीद फरोख्त को बढ़ावा देने वाला प्रतीत होता है. विधानसभाध्यक्ष के साथ मुलाकात के बाद वरिष्ठ मंत्री कृष्णा बाइरेगौड़ा ने कहा कि शीर्ष अदालत ने कहा है कि सत्र में शामिल होना या नहीं होना विधायकों पर है, यद्यपि विधानसभा के नियम कहते हैं कि विधायकों को अपनी अनुपस्थिति के लिए अनुमति लेनी होगा. उन्होंने कहा, ”हमने विधानसभाध्यक्ष से पूछा है कि क्या यह छूट दी गई है.”
बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस नेता सिद्धारमैया विधानसभा पहुंच गए हैं. इस बीच खबर है कि कगवाड के कांग्रेस विधायक श्रीमंत बालासाहेब पाटिल सुबह से विंड फ्लावर रिसोर्ट से गायब है. बालासाहेब पाटिल विधायक बागी विधायको में से एक रमेश झारखिहोली के करीबी हैं. बीजेपी नेता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने दावा किया है कि हमारे पास जरूरी आंकड़े हैं.