नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सोमवार को कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कांग्रेस विधायक दल के नेता (सीएलपी) पद से और दिनेश गुंडू राव ने पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. राज्य में पांच दिसम्बर को 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुआ था. उपचुनाव के नतीजे आज घोषित किये गए जिसमें कांग्रेस केवल दो सीटों पर ही जीत दर्ज कर सकी, जिसे विपक्षी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे एक पत्र में सिद्धरमैया ने उपचुनावों में “संतोषजनक परिणाम” नहीं दे पाने के लिए खेद व्यक्त किया.
ಉಪಚುನಾವಣೆಯಲ್ಲಿ ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಸೋಲಿನ ನೈತಿಕ ಹೊಣೆ ಹೊತ್ತು ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಶಾಸಕಾಂಗ ಪಕ್ಷದ ನಾಯಕ ಸ್ಥಾನಕ್ಕೆ ರಾಜೀನಾಮೆ ನೀಡಿದ್ದೇನೆ.
ನನ್ನ ಮೇಲೆ ಭರವಸೆ ಇಟ್ಟು ಜವಾಬ್ದಾರಿಯನ್ನು ನೀಡಿದ್ದ @INCIndia ರಾಷ್ಟ್ರೀಯ ಅಧ್ಯಕ್ಷರಾದ ಸೋನಿಯಾ ಗಾಂಧಿಯವರಿಗೆ ಆಬಾರಿಯಾಗಿದ್ದೇನೆ.@INCKarnataka@kcvenugopalmp pic.twitter.com/kAzxHjnoip— Siddaramaiah (@siddaramaiah) December 9, 2019
उन्होंने लिखा, “मुझे नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सीएलपी के नेता के रूप में पद छोड़ने की आवश्यकता लगती है.” सिद्धरमैया ने पत्रकारों से कहा, “सीएलपी नेता के रूप में लोकतांत्रिक सिद्धांतों को बनाए रखने की जरूरत है. पार्टी के हित में, मैंने सीएलपी नेता के पद से अपना इस्तीफा दे दिया है.” उधर, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने भी उपचुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
बता दें कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ बीजेपी ने कर्नाटक में 15 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सोमवार को 12 सीटों पर जीत दर्ज कर राज्य विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया जबकि विपक्षी कांग्रेस ने दो और निर्दलीय ने एक सीट पर जीत हासिल की. विपक्षी दल कांग्रेस और जद(एस) के लिए इन नतीजों को बड़ा झटका माना जा रहा है.