Karnataka Bypoll Results 2019: BJP को 11 सीटों पर जीत मिली, विधानसभा में मिला स्पष्ट बहुमत
Karnataka Election Results Today: नतीजों को देखते हुए कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली है. कांग्रसे नेता डीके शिवकुमार ने कहा, 'जनता ने दलबदलुओं को स्वीकार किया है.'
नई दिल्ली: कर्नाटक की 15 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव (Karnataka Bypolls) में बीजेपी ने जबरदस्त जीत हासिल की है और कांग्रेस को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा. अब तक घोषित नतीजों में बीजेपी ने 11 सीटों पर जीत दर्ज की है जबकि एक अन्य पर उसके उम्मीदवार ने बढ़त बनाई हुई है. वहीं कांग्रेस के खाते में केवल 2 सीटें गई हैं. एक निर्दलीय उम्मीदवार भी जीत दर्ज करने में कामयाब हूुआ है. नतीजों को देखते हुए कांग्रेस ने हार स्वीकार कर ली है. कांग्रसे नेता डीके शिवकुमार ने कहा, ‘जनता ने दलबदलुओं को स्वीकार किया है’. पूर्व के चुनाव में इन 15 सीटों में से 12 सीटें जीतने वाली कांग्रेस केवल दो निर्वाचन क्षेत्रों हुनासुरु और शिवाजीनगर में ही जीत हासिल कर पायी. पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के नेतृत्व वाली जद(एस) ने विधानसभा चुनाव के दौरान इन 15 सीटों में तीन निर्वाचन क्षेत्रों- के आर पेटे, महालक्ष्मी लेआउट और होंसुर में जीत हासिल की थी. निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि उपचुनाव में भाजपा ने 15 में से 12 सीटों पर, कांग्रेस ने दो और निर्दलीय ने एक सीट पर जीत दर्ज की. होसकोटे से निर्दलीय उम्मीदवार शरथ बच्चेगौड़ा ने जीत हासिल की.
Bengaluru: Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa celebrates with his son BY Vijayendra as BJP leads on 12 out of 15 seats in #KarnatakaAssemblyBypolls. pic.twitter.com/0uualeU8Yg
— ANI (@ANI) December 9, 2019
बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) की भाजपा (BJP) सरकार के लिए इन उपचुनावों के परिणाम बेहद महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी को 223 सदस्यीय विधानसभा मेंबहुमत केलिए कम से कम 7 सीटें चाहिए.जुलाई में कांग्रेस-जेडीएस (Congress-JDS) के कुल 17 विधायकों के इस्तीफे के कारण एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) की गठबंधन सरकार गिर गई थी. इसके बाद बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी थी. इन विधायकों को तत्कालीन स्पीकर ने अयोग्य करार देकर चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी. मगर, सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर में इन अयोग्य करार दिए गए विधायकों को चुनाव लड़ने की अनुमति दी थी. वैसे तो विधायकों के इस्तीफे से खाली हुईं कुल 17 सीटों पर चुनाव होना था. मगर दो सीटों का मामला कोर्ट में होने के कारण फिलहाल 15 सीटों पर ही चुनाव हुए थे.
येदियुरप्पा का 13 सीटें जीतने का दावा
मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने दावा किया है कि उनकी पार्टी कम से कम 13 सीटें जीतेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा को 13 सीटें मिलेंगी, जबकि शेष दो सीटें कांग्रेस और जेडीएस को मिलेंगी. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी अगले साढ़े तीन साल में राज्य का समग्र विकास करेगी. उम्मीद है कि विपक्षी कांग्रेस और जेडीएस सुचारू रूप से प्रशासन चलाने में मेरी मदद करेंगे. येदियुरप्पा ने यह भी कहा कि भाजपा की सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और अगले विधानसभा चुनाव में कम से कम 150 सीटें जीतकर फिर से सत्ता में वापसी करेगी. उन्होंने पूरे यकीन से कहा कि कांग्रेस विपक्ष में ही रहेगी. बता दें कि भाजपा ने पार्टी में शामिल हुए 16 में से 13 अयोग्य विधायकों को उनके संबंधित क्षेत्रों से टिकट दिया है. उन्होंने 2018 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और जेडीएस के टिकटों पर जीत हासिल की थी. जिन 15 सीटों पर उपचुनाव हुआ है, उनमें 12 पर कांग्रेस और तीन पर जेडीएस का कब्जा था.
नतीजों से पहले नेताओं ने मंदिरों में टेका मत्था
मतगणना से पहले राज्य के नेताओं ने रविवार को मंदिरों और मठों में पूजा कर जीत का आशीर्वाद मांगा. मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा धर्मस्थल गए और भगवान मंजूनाथ का आशीर्वाद लिया. मंत्रोच्चारण के बीच येदियुरप्पा ने चुनावों में अपनी पार्टी की जीत और अगले साढ़े तीन वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की. पूजा पूरी होने के बाद पुजारी ने उनके सिर पर पगड़ी बांधी. वहीं, पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एचडी देवगौड़ा महाराष्ट्र के शिरडी में साईंबाबा मंदिर गए. देवगौड़ा ने कहा, ‘मेरे लिए राम और रहीम एक ही हैं. मैंने साईंबाबा से देश की बेहतरी और विकास की प्रार्थना की.’
67.91 प्रतिशत हुआ था मतदान
पांच दिसंबर को हुए चुनाव में 67.91 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. मतगणना सुबह आठ बजे 11 केंद्रों पर शुरू होगी और दोपहर तक सभी परिणाम आने की उम्मीद है. इस समय भाजपा के पास 105 विधायक (एक निर्दलीय समेत) हैं, कांग्रेस के 66 और जेडीएस के 34 विधायक हैं. इनके अलावा बसपा का एक सदस्य है, एक मनोनीत विधायक है और अध्यक्ष हैं.
क्या है सीटों का गणित?
इस समय कर्नाटक में कुल 207 विधायक हैं. बहुमत के लिए जरूरी 104 से एक अधिक 105 विधायक भाजपा के पास हैं. अब 15 और विधायकों के चुनाव के बाद सदन की सदस्य संख्या 222 हो जाएगी. ऐसे में बहुमत के लिए भाजपा को 112 विधायक चाहिए. लिहाजा इस उपचुनाव में सात सीटें जीतने पर भाजपा की येदियुरप्पा सरकार को बहुमत हासिल हो जाएगा, लेकिन भाजपा कम से कम आठ सीटें जीतना चाहती है, क्योंकि बाकी बची दो अन्य सीटों पर भी आगे चुनाव होंगे, जिससे बहुमत का आंकड़ा 113 हो जाएगा. ऐसे में भाजपा इसी उपचुनाव में पूरे बहुमत की व्यवस्था करना चाहती है. इसके विपरीत यदि इन 15 सीटों के चुनाव में बीजेपी अपेक्षा के मुताबिक सींटें नहीं जीत सकी तो पांसा पलट सकता है और बीजेपी पर सत्ता गंवाने की नौबत भी आ सकती है. कुल मिलाकर इस चुनाव परिणाम पर कर्नाटक की बीजेपी सरकार का भविष्य टिका हुआ है.
इन सीटों पर हुए थे चुनाव
गोकक, कागवाड, अथानी, येल्लपुरा, हिरेकेरूर, रवबेन्नुर, विजय नगर, चिकबल्लापुरा, केआरपुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लायुत, शिवाजी नगर, होसकोटे, हंसुर और केआर पेटे विधानसभा सीटें शामिल हैं. दो सीटों मस्की और राजराजेश्वरी पर बाद में चुनाव होंगे.