जयराम रमेश के पीएम मोदी पर दिए बयान पर कांग्रेस में कलह, कपिल सिब्बल ने पार्टी नेताओं को दी नसीहत

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीएम मोदी की तारीफ की है. इसके बाद उनके बयान का पार्टी नेता शशि थरूर और अभिषेक मनु सिंघवी ने समर्थन किया है. अब कांग्रेस पार्टी में उनके बयान पर असमंजस की स्थिति बन गई है. कपिल सिब्बल ने कांग्रेस नेताओं पर इशारों-इशारों में कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी के किस नेता ने पीएम को विपक्ष के नेताओं को गलत ढंग से पेश करने से रोका है.

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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खलनायक की तरह पेश नहीं करने की बात कही. इसके बाद कांग्रेस नेता के इस बयान का पार्टी नेता शशि थरूर और अभिषेक मनु सिंघवी ने समर्थन किया है. इसके बाद अब कांग्रेस के अंदर आंतरिक कलह की स्थिति बन गई है. कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के बयान से ऐसा ही प्रतीत हो रहा है. कपिल सिब्बल ने कांग्रेस नेताओं पर इशारों-इशारों में कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी के किस नेता ने प्रधानमंत्री को विपक्ष के नेताओं को गलत ढंग से पेश करने से रोका है.

 

कपिल सिब्बल ने क्या कहा 

 

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा, ‘‘बीजेपी का कौन सा नेता खड़ा हुआ और सार्वजनिक तौर पर प्रधानमंत्री और उनकी पार्टी को सलाह दी कि वे विपक्ष और उसके नेताओं को खलनायक की तरह पेश करना बंद करें?’ कपिल सिब्बल ने यह ट्वीट ऐसे समय में किया है जब पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश के पीएम मोदी पर दिए बयान का कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और शशि थरूर ने समर्थन किया है.

कांग्रेस के इन नेताओं ने कहा था कि व्यक्ति की नहीं, बल्कि सरकार की नीतियों और गलतियों की आलोचना होनी चाहिए. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की इन टिप्पणियों पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी कुछ भी बोलने से बचते रहे. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर जिन नेताओं ने बयान दिया है उन्हीं से सवाल पूछा जाना चाहिए.

मनीष तिवारी का बयान 

 

मनीष तिवारी ने कहा, ‘‘मैं आपसे (मीडिया) ये आग्रह करना चाहता हूं कि उनके बयान पर अगर आपको कोई प्रतिक्रिया चाहिए तो वह प्रतिक्रिया उनसे ले लीजिए. जहां तक कांग्रेस पार्टी का सवाल है, तो उसका ये मानना है कि इस देश में एक बहुत विकृत और एक बहुत जटिल आर्थिक संकट है और इस आर्थिक संकट से करोड़ों लोग बेरोजगार हो रहे हैं.’’

 

दरअसल, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन का मॉडल ‘पूरी तरह नकारात्मक गाथा’ नहीं है और उनके काम के महत्व को स्वीकार नहीं करके और हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करके कुछ हासिल नहीं होने वाला है. जयराम रमेश ने एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर कहा कि यह वक्त है, जब हम मोदी के काम और 2014 से 2019 के बीच उन्होंने जो किया उसके महत्व को समझे, जिसके कारण वह सत्ता में लौटे. इसी की वजह से 30 प्रतिशत मतदाताओं ने उनकी सत्ता में वापसी करवाई.

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