JNU हिंसा पर दिल्ली पुलिस को मिले सुराग, कहा- CCTV फुटेज की हो रही जांच

जेएनयू में रविवार रात को हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा कि मामले की जांच क्राइम ब्रांच के पास है. सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच हो रही है. कुछ सुराग मिले हैं जिनकी जांच हो रही है.

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  • JNU हिंसा पर पीआरओ एमएस रंधावा का बयान
  • कहा- सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच हो रही है

वाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार रात को हुई हिंसा पर दिल्ली पुलिस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा कि मामले की जांच क्राइम ब्रांच के पास है. सभी सीसीटीवी फुटेज की जांच हो रही है.

उन्होंने कहा कि कुछ सुराग मिले हैं जिनकी जांच हो रही है. उन्होंने बताया कि पीसीआर कॉल मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. हमने हालात को काबू में किया. वहीं उन्होंने बताया कि सभी 34 घायलों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है.

लेफ्ट और राइट विंग के बीच झड़प

एमएस रंधावा ने कहा कि परिहार हॉस्टल में लेफ्ट और राइट विंग के बीच शाम 4:30 बजे झगड़ा शुरू हुआ. उनका कहना है कि  इनके बीच झड़प तीन चरणों में हुआ. पहले शाम चार बजे लेफ्ट और एबीवीपी भिड़े.

उन्होंने बताया कि फिर शाम 6 बजे के करीब JNUTA ने एक शांति मार्च निकाला, जिसमें लेफ्ट और राइट दोनों विग थे. इस दौरान शाम 6:30-7:00 बजे के बीच  साबरमती टी प्वॉइंट पर दोनों विंग के बीच हिंसा भड़की. वहीं, दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस हिंसा में कुछ बाहरी लोग भी शामिल हैं.

एमएस रंधावा ने बताया कि ज्वॉइंट सीपी शालिनी सिंह की अध्यक्षता में कमेटी बनी है जो मामले की जांच कर रही है, हमें कुछ सुराग मिले हैं जिनकी जांच हो रही है और जल्द ही हम इसका खुलासा करेंगे.

घोष ने किया नकाबपोशों को पहचानने का दावा

वहीं, जेएनयू कैंप में रविवार को हुई हिंसा का शिकार छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने नकाबपोशों को पहचानने का दावा किया है. इस हमले में आइशी को काफी गंभीर चोटें आई हैं और खून से लथपथ उनकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है.

आइशी ने इंडिया टुडे से बातचीत में दावा किया कैंपस में हुड़दंग मचाने वालों में से कुछ को वह पहचानती हैं और जल्द ही पुलिस के पास जाकर बयान दर्ज कराएंगी.

वहीं, हिंसा के बाद JNUTA ने वाइस चांसलर एम. जगदीश कुमार को हटाने की मांग की है. इसके साथ ही जेएनयू शिक्षकों ने पूरी घटना की जांच की भी मांग की है.

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