पांच गुना महंगा डेटा खरीदने को रहें तैयार, JIO ने की सिफारिश
हाल ही में वोडफोन आइडिया ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम को लेटर लिखा है. कंपनी ने कहा है कि 1 जीबी डेटा का मिनिमम प्राइस 35 रुपये कर देनी चाहिए. मौजूदा समय में आप 1 GB डेटा के लिए लगभग 4 से 5 रुपये देते हैं. अब वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो दोनों ही कंपनी इस फ्लोर प्राइसिंग के तहत डेटा की कीमतों में इजाफा करने की सिफारिश कर रही हैं तो जाहिर है आने वाले समय में कुछ फैसला लिया जाएगा.
मुंबई। भारत की टेलीकॉम कंपनियां इन दिनों अपने बुरे दौर से गुजर रही हैं. ऐसे अब इसका असर धीरे-धीरे कस्टमर्स को दिखने लगा है. हाल ही में टैरिफ बढ़ाए गए हैं. लेकिन अब आपका मोबाइल यूज करना और भी महंगा हो सकता है. टेलीकॉम रेग्यूलेटर बॉडी TRAI दरअसल एक फ्लोर प्राइसिंग लाने की तैयार कर रही है. Reliance Jio ने TRAI को फ्लोर प्राइस बढ़ाने की सजेशन दिया है. इस कंपनी ने कहा है कि शुरुआत में डेटा के लिए 15 रुपये प्रति जीबी फिक्स करना चाहिए.
- टेलीकॉम रेग्यूलेटर बॉडी TRAI दरअसल एक फ्लोर प्राइसिंग लाने की तैयार कर रही है. Reliance Jio ने TRAI को फ्लोर प्राइस बढ़ाने की सजेशन दिया है. इस कंपनी ने कहा है कि शुरुआत में डेटा के लिए 15 रुपये प्रति जीबी फिक्स करना चाहिए.
- रिपोर्ट्स के मुताबिक रिलायंस Jio ने कहा है कि भारतीय कस्टमर्स प्राइस सेंसिटिव है. फ्लोर प्लान बढ़ाने के लिए जरूरत है कि इसे एक बार में न किया जाए और कुछ समय के अंतराल पर फ्लोर प्लान में बढ़ोतरी की जाए.
जैसा हमने बताया टेलीकॉम कंपनियों को सरकार को हजारों करोड़ रुपये देने हैं और इस वजह से वोडाफोन आइडिया जैसी कंपनियां सर्वाइवल के लिए जूझ रही हैं. TRAI एक कंस्लटेशन पेपर पर काम कर रही है ताकि इन्हें रिवाइव किया जा सके. फ्लोर प्राइसिंग के तहत डेटा के लिए एक बेस प्राइस फिक्स की जाएगी.
- हाल ही में वोडफोन आइडिया ने डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम को लेटर लिखा है. कंपनी ने कहा है कि 1 जीबी डेटा का मिनिमम प्राइस 35 रुपये कर देनी चाहिए. मौजूदा समय में आप 1 GB डेटा के लिए लगभग 4 से 5 रुपये देते हैं. अब वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो दोनों ही कंपनी इस फ्लोर प्राइसिंग के तहत डेटा की कीमतों में इजाफा करने की सिफारिश कर रही हैं तो जाहिर है आने वाले समय में कुछ फैसला लिया जाएगा.
- अगर TRAI इन दोनों कंपनियों की सिफारिश पर कोई बीचा का रास्ता निकालती है तो इस केस में भी डेटा की कीमतें बढ़ेंगी. डेटा प्राइस बढ़ने का मतलब सीधे तौर पर आपके मोबाइल रिचार्ज प्लान पर होगा और ये पहले से ज्यादा महंगे हो जाएंगे.
फिलहाल ये साफ नहीं है कि इसे कब से लाया जाएगा. लेकिन टेलीकॉम इंडस्ट्री को इस वक्त जो हालत उसे देखते हुए ऐसा लगता है कि मोबाइल डेटा यूज करना अब जल्द ही और भी महंगा हो सकता है. क्योंकि अगर कंपनी ऐसा करती है तो धीरे धीरे सभी कंपनियां करेंगी. भारत में इस वक्त कम ही टेलीकॉम प्लेयर बचे हैं इसलिए आपके पास ऑप्शन्स भी कम होंगे.