रामपुर: कभी दोस्त रहीं डिंपल यादव और जयाप्रदा अब चुनावी मैदान में होंगी आमने सामने!
यूपी की रामपुर विधानसभा सीट पर हाल ही में उपचुनाव होना है कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी यहां से जयाप्रदा को तो वहीं समाजवादी पार्टी डिंपल यादव को चुनाव लड़ा सकती हैं।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा की 12 सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं, लोगों की निगाहें उत्तर प्रदेश की रामपुर विधानसभा सीट पर टिकीं हैं वजह है यहां से कभी समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद रहीं जयाप्रदा और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और कन्नौज संसदीय सीट से सांसद रहीं डिंपल यादव यहां से एक दूसरे के खिलाफ विधानसभा उपचुनाव लड़ सकती हैं ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी से 2019 में सपा के आजम खान सांसद का चुनाव जीते हैं, आजम ने पहली बार सांसदी का चुनाव लड़ा और वो यहां से सांसद भी बन गए हैं इससे पहले आजम खान रामपुर से विधायक रहे हैं और उनके सांसद बनने के बाद रामपुर विधानसभा के लिए उपचुनाव हो रहा है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कहा जा रहा है कि आजम खान रामपुर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर डिंपल यादव को चुनाव लड़वाना चाहते हैं वहीं कहा जा रहा है कि बीजेपी जयाप्रदा को यहां से विधानसभा का चुनाव लड़वाने की इच्छुक है।
गौरतलब है कि जयाप्रदा साल 2004 औप 2009 में रामपुर से समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद रहीं है। इस बार जयाप्रदा ने पाला बदलकर बीजेपी के टिकट पर सांसद का चुनाव लड़ा था मगर वो सपा प्रत्याशी आजम खान के हाथों चुनाव हार गईं थीं।
जयाप्रदा साल 2014 का और 2019 का चुनाव रामपुर से लड़कर हार भी चुकी हैं।
वहीं डिंपल यादव की बात करें तो वो भी कन्नौज संसदीय सीट से सपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव हार गईं थीं। रामपुर के राजनीतिक हल्कों में चर्चायें हैं कि बीजेपी जया प्रदा को यहां से विधायक का चुनाव लड़ा सकती है वहीं समाजवादी पार्टी डिंपल यादव को टिकट देने की तैयारी में है।
कहा जा रहा है कि रामपुर से सपा डिंपल यादव को लेकर खासी आश्वस्त हैं उसका मानना है कि अगर डिंपल यहां से चुनाव लड़ीं तो वह जीत सुनिश्चित कर सकती हैं। नामी अदाकारा रहीं जया एक्टिंग प्रोफेशन को छोड़कर राजनीति में आईं थीं। जयाप्रदा रामपुर में फिर से सक्रिय दिखाई दे रहीं हैं और वो बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ यहां का समस्याओं और मुद्दों पर चर्चा कर रही हैं इससे उनके यहां से चुनाव लड़ने की चर्चाओं को बल मिल रहा है।