अनुच्छेद 370ः घाटी में ईद-उल-अज़हा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की, NSA अजीत डोभाल ने लाल चौक सहित कई इलाकों का दौरा किया
अजीत डोभाल अपनी पूरी टीम के साथ श्रीनगर के डाउनटाउन इलाके में पहुंचे। इन इलाकों में सौरा, पंपोर, लाल चौक और हजरतबल शामिल हैं। सौरा श्रीनगर का वो इलाका है,जहां पहले भारत विरोधी प्रदर्शन हुआ करते थे। इसके अलावा डोभाल ने पुलवामा और अवंतीपुरा जिले का भी दौरा किया।
श्रीनगर। कश्मीर घाटी में सोमवार की सुबह मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई, लेकिन कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगे होने के कारण सड़कों से त्योहार की रौनक गायब रही।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार जम्मू कश्मीर में लोग नमाज अदा करने के लिए बड़ी संख्या में बाहर निकले। श्रीनगर और शोपियां में प्रमुख मस्जिदों में नमाज अदा की गयी। प्रशासन ने सोमवार को कहा था कि लोगों को नमाज अदा करने के लिए पास की मस्जिदों में जाने की इजाजत होगी।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर में लगातार कैंप कर रहे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सोमवार को श्रीनगर के कई इलाकों का दौरा किया। बकरीद के मौके पर अजीत डोभाल श्रीनगर के लाल चौक तो पहुंचे ही, वे उन इलाकों में भी पहुंचे जो सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील माने जाते हैं।
#JammuAndKashmir: NSA Ajit Doval today did a recce of entire SRINAGAR including downtown, Soura, Pampore, Lal chowk, Hazratbal; also of Pampore, Budgam, South kashmir districts of Pulwama, Awantipora. Eid celebrations were going on peacefully in all areas. #EidAlAdha pic.twitter.com/VxAgmpiO8K
— ANI (@ANI) August 12, 2019
अजीत डोभाल अपनी पूरी टीम के साथ श्रीनगर के डाउनटाउन इलाके में पहुंचे। इन इलाकों में सौरा, पंपोर, लाल चौक और हजरतबल शामिल हैं। सौरा श्रीनगर का वो इलाका है,जहां पहले भारत विरोधी प्रदर्शन हुआ करते थे। इसके अलावा डोभाल ने पुलवामा और अवंतीपुरा जिले का भी दौरा किया।
कश्मीर में शांतिपूर्ण रही ईद-उल-अज़हा की नमाज : पुलिस
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट किया, ‘‘ घाटी के अनेक हिस्सों में ईद की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की गई। अभी तक किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है।’’ खबरों के अनुसार, अधिकारियों ने विभिन्न मस्जिदों में मिठाइयां भी बांटीं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ‘‘ अनंतनाग, बारामूला, बडगाम, बांदीपुर में बिना किसी अप्रिय घटना के सभी मस्जिदों में शांतिपूर्ण ढंग से ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई।’’ प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू के ईदगाह में 4,500 से अधिक लोगों ने नमाज अदा की।
ईद-उल-अजहा के मौके पर घाटी में प्रतिबंधों में थोड़ी छूट दी गई थी, ताकि लोग त्योहार के लिए खरीदारी कर सकें। बहरहाल, कश्मीर के सबसे बड़े त्योहारों में से एक ईद-उल- अजहा की रौनक इस बार नजर नहीं आ रही है। पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीरके विशेष राज्य के दर्जे को समाप्त करने और राज्य को दो हिस्सों में बांटने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद से घाटी में कड़ी सुरक्षा है, आवाजाही पर प्रतिबंध है और संचार सुविधा बंद कर दी गयी है। इससे घाटी में जनजीवन प्रभावित है।
अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन लगातार जम्मू-कश्मीर में स्थिति की समीक्षा कर रहा है। साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रतिबंधों से लोगों को कम से कम परेशानी हो। इस संबंध में एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सरकार ने कश्मीर घाटी में पर्याप्त भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की है और कुछ सामग्री घरों तक पहुंचाए जाने की व्यवस्था करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में शांति कायम रखना और किसी भी अप्रिय घटना को रोकना सरकार की प्राथमिकता है। पिछले शुक्रवार को लोगों को पास की मस्जिदों में जाने और नमाज अदा करने की इजाजत दी गयी थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने की गत बुधवार को घोषणा की थी। उससे पहले इससे संबंधित प्रस्ताव को संसद के दोनों सदनों ने मंजूरी दी थी।
शनिवार को कोविंद ने जम्मू कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांटने के संसद से पारित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। ये दोनों केंद्रशासित प्रदेश 31 अक्टूबर को अस्तित्व में आ जायेंगे।