महबूबा मुफ्ती की पीडीपी को तगड़ा झटका लगा है. दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री और पीडीपी के संस्थापक सदस्य मोहम्मद खलील बंध ने पार्टी छोड़ दी है. अपने इस्तीफे में उन्होंने लिखा है कि अब पार्टी के मूल सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा है. ऐसे में पार्टी में बने रहने का कोई औचित्य नहीं रह गया है.
इस्तीफा देने से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं से की लंबी चर्चा
बंध ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को संबोधित त्यागपत्र में कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की मौत के साथ ही सब कुछ खत्म हो गया. बंध ने कहा कि आतंकवाद प्रभावित पुलवामा के जिलाध्यक्ष पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने से पहले उन्होंने पीडीपी कार्यकर्ताओं से लंबी चर्चा की थी.
अनुभवी नेताओं के साथ पार्टी में हो रहा था बुरा व्यवहार
खलील ने कहा कि जब किसी राजनीतिक दल के मूल सिद्धांतों से समझौता किया जाने लगे तो पार्टी में बने रहने का कोई मतलब नहीं है. चुने हुए प्रतिनिधियों के साथ पार्टी और सरकार में अजीब व्यवहार किया जा रहा है. तीन बार विधायक और दो बार मंत्री रहे बंध ने कहा कि मुफ्ती मोहम्मद की मौत के बाद पार्टी में पुराने और अनुभवी नेताओं के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा था. उन्हें न सिर्फ नजरअंदाज किया जा रहा था बल्कि उन्हें अपमानित भी किया जा रहा था.