जम्मू में सामान लेने सड़कों पर निकले लोग, 370 से बौखलाए आतंकी, सुरक्षाबलों पर फिदायीन हमले का अलर्ट
मोदी सरकार के मिशन कश्मीर का असर अब पाकिस्तान में भी दिखना शुरू हो गया है. जम्मू-कश्मीर का पुनर्गठन करने और धारा 370 को कमजोर करने को लेकर पाकिस्तान बौखला गया है. बुधवार को पाकिस्तान ने भारत से अपने द्विपक्षीय संबंध तोड़ने का ऐलान किया. दूसरी ओर भारत सरकार जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य करने में जुटी हुई है. बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल कश्मीर की सड़कों पर आम लोगों के साथ घूमते दिखे.
- जम्मू-कश्मीर के हालात सामान्य
- धारा 144 के बीच रोजमर्रा के सामान के लिए सड़कों पर निकले लोग
- भारत के फैसले से पाकिस्तान में हड़कंप
- अभी भी श्रीनगर में हैं NSA अजित डोभाल
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पाकिस्तान समर्थित आतंकियों में बौखलाहट है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस बौखलाहट में जैश और लश्कर के आतंकी सुरक्षा बलों पर बड़ा हमला कर सकते हैं.
पाकिस्तान अपनी खतरनाक ‘मुजाहिद बटालियन’ का इस्तेमाल लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए कर सकता है. यह आतंकी हमला फिदायीन हो सकता है. इस खुफिया रिपोर्ट के सामने आने के बाद सुरक्षाबलों को अलर्ट रहने का निर्देश जारी किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, एलओसी पर आतंकी और पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) भारत के सुरक्षाबलों को निशाना बना सकती है. पाक सेना के साथ आतकी लॉन्च पैड में मौजूद हैं. पीओके में तीन जगहों पर भारी संख्या में आतंकी मौजूद हैं. सभी आतंकी लश्कर और जैश के हैं. पाक अपनी खतरनाक ‘मुजाहिद बटालियन’ का इस्तेमाल बॉर्डर पर भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए कर सकती है. पाक आर्मी ने आतंकी घुसपैठ और भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला करने का प्लान तैयार किया है.
NSA अजीत डोभाल जम्मू और कश्मीर पहुंचे-
सरकार द्वारा जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को रद्द किए जाने के बाद बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल स्थानीय निवासियों के साथ दोपहर का भोजन करते नजर आए. डोभाल का यह लंच कार्यक्रम यह दिखाने के लिए भी था कि घाटी के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं या नहीं. डोभाल राज्य में सुरक्षा स्थिति का आंकलन करने कश्मीर पहुंचे थे. राज्य में अनुच्छेद 370 से संबंधित सरकार की घोषणा से पहले ही कर्फ्यू लगा दिया गया था. यहां इंटरनेट और टेलीफोन (मोबाइल व लैंडलाइन दोनों) सहित सभी संचार माध्यम बंद हैं.
एनएसए डोभाल बुधवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां स्थित एक खाली बाजार में दुकानों के बाहर कुछ मुट्ठीभर स्थानीय लोगों के साथ बैठकर बातचीत करते हुए देखे गए.
इस दौरान डोभाल ने लोगों को समझाया कि राज्य में किए गए परिवर्तन के बाद कैसे स्वास्थ्य सुविधाओं और शिक्षा में सुधार कर लोगों के जीवन को आसान बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा, ‘सरकार घाटी में बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी. यह निजी संस्थानों की तरह अच्छा नहीं हो सकता है, लेकिन आप निश्चित रूप से सुधार देखेंगे.’
इससे पहले डोभाल ने श्रीनगर के राजभवन में राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात की. इसके अलावा उन्होंने राज्य के बदले हालात के बीच सुरक्षाकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और भारतीय सेना के जवानों के समूहों को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि वह राज्य में कार्यरत सुरक्षा बलों के समक्ष खतरे से अवगत हैं, क्योंकि वह पिछले 52 वर्षों से सुरक्षा समूह का हिस्सा रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर में गुरुवार की सुबह सामान्य हालात में हुई है. लोग घरों के बाहर बाजार में अपनी जरूरत का सामान लेने निकले हैं. जम्मू की कुछ तस्वीरें यहां देखें…
#JammuAndKashmir: Latest visuals from Jammu as people move about for essential work. pic.twitter.com/sXBehw5tG4
— ANI (@ANI) August 8, 2019
नेताओं पर एक्शन अभी भी जारी
अनुच्छेद 370 पर नरेंद्र मोदी सरकार के फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर में माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है. स्थानीय पुलिस ने एहतिहात के तौर पूर्व मंत्री और डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी के अध्यक्ष चौधरी लाल सिंह को नजरबंद किया है. लाल सिंह पहले जम्मू के नेता हैं, जिन्हें नजरबंद किया गया है. चौधरी लाल सिंह को जम्मू के गांधीनगर में उनके सरकारी आवास से निकलने की इजाजत नहीं है.
कश्मीर में हालात सामान्य
जम्मू-कश्मीर में अभी भी सुरक्षाबल की तैनाती है. कई जगह धारा 144 लागू की गई है, हालांकि कुछ जगहों पर समय-समय पर इसमें छूट दी गई ताकि लोग रोजाना का सामान ले सके. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल बुधवार को शोपियां की सड़कों पर आम कश्मीरी लोगों के साथ दिखे और बातचीत की. साथ ही उनके साथ खाना भी खाया.
बुधवार को भी ऐसे कई वीडियो सामने आए थे, जिसमें दिख रहा था कि कश्मीरी लोग आसानी से बाजार में घूम रहे हैं और अपनी जरूरत का सामान ले रहे हैं.
मोदी के मिशन कश्मीर से पाकिस्तान की हालत टाइट
पाकिस्तान की सरकार ने भारत के साथ व्यापारिक संबंध तोड़ने का ऐलान किया है. इसके अलावा पाकिस्तान ने एयरस्पेस के कुछ रूट को भी बंद किया गया है. पाकिस्तान की संसद में जम्मू-कश्मीर के मसले को बवाल जारी रहा. इस बीच भारत लगातार अपनी बात पर अड़ा हुआ कि जम्मू-कश्मीर हमारे देश का आंतरिक मामला है, ऐसे में किसी दूसरे देश को दिक्कत नहीं होनी चाहिए.